चुनाव व्यंग्य नमोनियां May 9, 2014 by बीनू भटनागर | 11 Comments on नमोनियां -बीनू भटनागर- बाज़ार में एक नई दवा आई है ‘Modicin’, यह B.J Pharma का उत्पाद है। कंपनी के CEO का दावा है कि इसे खाने से कोई भी रोग ठीक हो जाता है। विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि यह एक प्रकार का Steroid है, इससे तुरन्त कुछ लाभ दिख सकता है, पर नुकसान […] Read more » अरविंद केजरीवाल कांग्रेस नरेंद्र मोदी राजनीतिक व्यंग्य
राजनीति वाराणसी का मैदान छोड़ सकते हैं केजरीवाल April 22, 2014 / April 22, 2014 by कुमार सुशांत | 38 Comments on वाराणसी का मैदान छोड़ सकते हैं केजरीवाल आप के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 23 अप्रैल को वाराणसी से नामांकन के समय ऐसी गलतियां कर सकते हैं, जिससे उनका नामांकन रद्द हो जाए। दरअसल, वाराणसी में अरविंद केजरीवाल को इन दिनों इतना विरोध झेलना पड़ रहा है कि अरविंद दिल्ली के पैटर्न पर वाराणसी में पहले तो यह कहकर […] Read more » अरविंद केजरीवाल आप के संयोजक केजरीवाल दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री वाराणसी
राजनीति दिग्विजय की राह पर केजरीवाल November 7, 2012 by विपिन किशोर सिन्हा | 36 Comments on दिग्विजय की राह पर केजरीवाल विपिन किशोर सिन्हा अपुष्ट प्रमाणों के आधार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर किसी का भी चरित्र-हनन करना अरविन्द केजरीवाल का स्वभाव बन चुका है। वे अपने उद्देश्य से भटक गए हैं। अन्ना हजारे को लगभग दो वर्षों तक उन्होंने भुलावे में रखा। जन लोकपाल बिल के लिए अन्ना के आन्दोलन से ही अरविन्द केजरीवाल अचानक […] Read more » अरविंद केजरीवाल दिग्विजय सिंह
राजनीति उल्टा चोर कोतवाल को डॉंटे…/ मा. गो. वैद्य October 22, 2012 by मा. गो. वैद्य | 8 Comments on उल्टा चोर कोतवाल को डॉंटे…/ मा. गो. वैद्य ‘भ्रष्टाचार विरोधी भारत’ (इंडिया अगेन्स्ट करप्शन) के अग्रणी नेता अरविंद केजरीवाल ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितीन गडकरी पर जो आरोप लगाए, वे किसी खोखले पटाखे के समान निरर्थक सिद्ध हुए. इस बारे में हो-हल्ला खूब हुआ था. इस कारण, कुछ भयंकर विस्फोट होगा ऐसा लोगों को लग रहा था. लेकिन वास्तव में विस्फोट हुआ […] Read more » अरविंद केजरीवाल नितिन गडकरी भ्रष्टाचार
राजनीति राजनीतिक एजेंडा सही मगर भावी राह अधिक दुष्कर October 3, 2012 / October 2, 2012 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | 1 Comment on राजनीतिक एजेंडा सही मगर भावी राह अधिक दुष्कर सिद्धार्थ शंकर गौतम अरविंद केजरीवाल की नई राजनीतिक पार्टी का एजेंडा मंगलवार को देश के सामने आ गया है| हालांकि इस नए राजनीतिक दल के नाम को लेकर संशय बना हुआ है और संभवतः इसकी घोषणा नवम्बर माह में की जाएगी| केजरीवाल ने व्यवस्था से लड़ने और भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए राजनीति की राह […] Read more » अरविंद केजरीवाल
महत्वपूर्ण लेख राजनीति अरविंद केजरीवाल का ‘स्वराज’ August 4, 2012 / August 11, 2012 by आर. सिंह | 25 Comments on अरविंद केजरीवाल का ‘स्वराज’ आर. सिंह अन्ना हज़ारे ने इस पुस्तक के मुख्य आवरण पृष्ठ पर लिखा है, “यह किताब व्यवस्था-परिवर्तन और भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारे आंदोलन का घोषणा -पत्र है और देश में असली स्वराज लाने का प्रभावशाली मॉडल भी” इसके पीछे वाले आवरण पृष्ठ पर महात्मा गाँधी का विचार उद्धृत है.जो यों है, “सच्ची लोकशाही केंद्र में […] Read more » अरविंद केजरीवाल स्वराज
विविधा दोनों ही पक्ष आत्म-मंथन करें May 4, 2012 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | 4 Comments on दोनों ही पक्ष आत्म-मंथन करें सिद्धार्थ शंकर गौतम बाबा रामदेव की संसद एवं सांसदों के प्रति की गई अशोभनीय टिप्पणी को लेकर बबाल थमता नज़र नहीं आ रहा है| गौरतलब है कि मंगलवार को छत्तीसगढ़ के दुर्ग में अपने अभियान की शुरुआत करते हुए रामदेव ने कहा कि संसद के भीतर कुछ लोग अच्छे हैं, लेकिन ज्यादातर लुटेरे और जाहिल […] Read more » अरविंद केजरीवाल रामदेव
राजनीति केजरीवाल की कड़वाहट March 2, 2012 by संजय द्विवेदी | 4 Comments on केजरीवाल की कड़वाहट संजय द्विवेदी जिस देश में राजनीति छल-छद्म और धोखों पर ही आमादा हो, वहां संवादों का कड़वाहटों में बदल जाना बहुत स्वाभाविक है। स्वस्थ संवाद के हालात ऐसे में कैसे बन सकते हैं। अन्ना टीम के साथ जो हुआ वह सही मायने में धोखे की एक ऐसी पटकथा है, जिसकी बानगी खोजे न मिलेगी। लोकपाल […] Read more » अरविंद केजरीवाल संसद सांसद
राजनीति स्वयंभू ‘सिविल सोसाइटी’ के ‘असभ्य’ अरविंद केजरीवाल February 27, 2012 / February 27, 2012 by भवेश नंदन झा | 10 Comments on स्वयंभू ‘सिविल सोसाइटी’ के ‘असभ्य’ अरविंद केजरीवाल भवेश नंदन झा स्वयंभू ‘सिविल सोसाइटी’ के ‘सभ्य’ सदस्य अरविंद केजरीवाल उवाच : ‘संसद ही सभी समस्याओं की जड़ है.’ यह सोच असभ्य, अलोकतांत्रिक और अहंकारी है. अरविंद केजरीवाल आप दो-चार लोगों द्वारा स्थापित “ सिविल सोसाइटी” समस्या हो सकती है, यह संसद नहीं. संसद आज भी करोड़ों ग्रामीणों, किसानों, गरीबों की आस और विश्वास […] Read more » अरविंद केजरीवाल
राजनीति धोखों के बाद भी इरादे बुलंद हैं December 12, 2011 / December 12, 2011 by राजीव गुप्ता | 1 Comment on धोखों के बाद भी इरादे बुलंद हैं राजीव गुप्ता जब आप सच्चे दिल से किसी चीज को पाने का दृढ निश्चय कर लेते हैं तथा उसे पाने के लिए अपना कदम आगे बढ़ा देते हैं तो सबसे पहले आपकी दृढ़ता को ईश्वर द्वारा अनेकों कसौटियों पर परखा जाता हैं और अगर आप उन कसौटियों पर खरे उतर जाते है तो पूरी कायनात […] Read more » Team Anna अन्ना हजारे टीम अरविंद केजरीवाल धोखों के बाद भी इरादे बुलंद हैं