धर्म-अध्यात्म “स्वामी अमरस्वामी के पिता के ऋषि दयानन्द के दर्शन की घटना और कुछ प्रासंगिक बातें” July 13, 2018 / July 13, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, स्वामी अमरस्वामी (पूर्व नाम ठाकुर अमर सिंह जी) आर्यसमाज के दिग्गज विद्वान थे। वह शास्त्रार्थ महारथी थे। हमने स्वामी जी को आर्यसमाज धामावाला देहरादून के सत्संगों व वार्षिकोत्सवों में अनेक अवसरों पर सुना है। स्वामी जी पर लगभग 22-23 वर्ष पूर्व एक लेख भी लिखा था। हम उस लेख को आगामी […] Read more » "विजयकुमार गोविंदराम हासनंद" Featured ऋषि दयानन्द गोविन्दराम हासानन्द’ विजयकुमार गोविंदराम हासनंद" स्वामी अमरस्वामी
धर्म-अध्यात्म “सृष्टि में ईश्वर का अस्तित्व सत्य व यथार्थ है” July 13, 2018 / July 13, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, हम जिस संसार को देखते हैं वह अति प्राचीन काल से विद्यमान है। यह कब बना, इसका प्रमाण हमें वेद, वैदिक साहित्य एवं इतिहास आदि परम्पराओं से मिलता है। आर्य लोग जब भी कोई पुण्य व शुभ कार्य करते हैं तो वह संकल्प पाठ का उच्चारण करते हैं। इसमें कर्मकर्त्ता यजमान […] Read more » “सृष्टि में ईश्वर का अस्तित्व सत्य व यथार्थ है” Featured अजन्मा अनादि अनुत्पन्न आनन्दयुक्त ईश्वर ऋषि दयानन्द नित्य निराकार विराट सर्वव्यापक सर्वज्ञ सर्वशक्तिमान सर्वातिसूक्ष्म
धर्म-अध्यात्म “माता-पिता की नित्य सेवा करना सन्तान का धर्म वा पितृ-यज्ञ है” July 12, 2018 / July 12, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य के जीवन में ईश्वर के बाद माता-पिता का सबसे अधिक महत्व है। इसके बाद जिन लोगों का महत्व है उनमें हमारे आचार्य, गुरु व उपाध्याय आते हैं जिनसे हम ज्ञान, विज्ञान व अनेक विद्याओं का अध्ययन करते व सीखते हैं। यदि दुर्भाग्य से कोई मनुष्य अपने माता-पिता आदि देवताओं के […] Read more » Featured ईश्वर ऋषि दयानन्द ज्ञान भाषा मनुष्य माता पिता विज्ञान व्याकरण सत्यार्थप्रकाश
धर्म-अध्यात्म “ऋषि दयानन्द के देश व मानवता के हित के अनेक कार्यों में एक कार्य वेदों का उद्धार” July 11, 2018 / July 11, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य ऋषि दयानन्द ने मानवता, समाज व देश हित के अगणित कार्य किये हैं। सब सुधारों का मूल वेदाध्ययन व वेदाचरण है। वेद मनुष्य को असत्य का त्याग करने और सत्य को ग्रहण करने की प्रेरणा करते हैं। वेदाध्ययन से अविद्या का नाश होता है और विद्या की वृद्धि होती है। मनुष्य […] Read more » Featured अवतारवाद ऋषि दयानन्द कार्य वेदों देश व मानवता फलित ज्योतिष मूर्तिपूजा मृतक श्राद्ध स्वामी श्रद्धानन्द जी और पं. गुरुदत्त विद्यार्थी जी आदि ऋषि
धर्म-अध्यात्म “ऋषि दयानन्द के सत्यार्थप्रकाश आदि ग्रन्थों में देश को आजादी दिलाने की भावना व प्रेरणा विद्यमान है” July 4, 2018 / July 4, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, पांच हजार से कुछ अधिक वर्ष पूर्व हुए महाभारत युद्ध के बाद से देश का तेजी से राजनैतिक, शैक्षिक व सामाजिक पतन होना आरम्भ हो गया था। महाभारत के बाद देश छोटे छोटे राज्यों में विभक्त होता गया। आचार्य चाणक्य और सम्राट विक्रमादित्य के काल में देश में छोटे राज्यों को मिलाकर […] Read more » Featured अंग्रेजों ऋषि दयानन्द गांधी जी गोपाल कृष्ण धर्म शास्त्रों फलित ज्योतिष मूर्तिपूजा सामाजिक स्वामी दयानन्द
धर्म-अध्यात्म “सत्यार्थ प्रकाश क्यों पढ़े?” July 2, 2018 / July 2, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य अच्छी ज्ञानवर्धक पुस्तकें सभी मनुष्यों को पढ़नी चाहियें। अनेक पुस्तकों को धार्मिक ग्रन्थों की संज्ञा दी जाती है। धार्मिक का अर्थ होता है जिसमें धर्म के विषय में जानकारी दी गई हो। धर्म शब्द संस्कृत का शब्द है। हमारे विचार से यह न उर्दू में, न अरबी में, न अंग्रेजी में और […] Read more » Featured ईश्वर का अस्तित्व ईश्वर के ज्ञान का प्रकार ईश्वर स्तुति प्रार्थना उपासना ऋषि दयानन्द सत्यार्थप्रकाश ग्रन्थ समुल्लास में ईश्वर
धर्म-अध्यात्म “सृष्टि रचना, उसका पालन एवं सृष्टि की अपौरुषेय रचनाएँ ईश्वर के अस्तित्व के प्रमाण” June 30, 2018 / June 30, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, हम संसार में अनेक रचनायें देखते हैं। रचनायें दो प्रकार की होती हैं। एक पौरुषेय और दूसरी अपौरुषेय। पौरुषेय रचनायें वह होती हैं जिन्हें मनुष्य बना सकते हैं। हम भोजन में रोटी का सेवन करते हैं। यह रोटी आटे से बनती है। इसे मनुष्य अर्थात् स्त्री वा पुरुष बनाते हैं। मनुष्य द्वारा […] Read more » Featured ईश्वर ईश्वरोपासना ऋषि दयानन्द कम्प्यूटर कार खाद घड़ी जल टेलीफोन पुस्तक फर्नीचर बीज भूमि मकान यज्ञ-अग्निहोत्र रेलगाड़ी वस्त्र वायु विमान सृष्टि रचना स्कूटर
धर्म-अध्यात्म “शरीर से ही नहीं, गुण-कर्म-स्वभाव से भी हमें मनुष्य बनना है” June 22, 2018 / June 22, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, जिस किसी प्राणी के पास दो हाथ, दो पैर और मनुष्याकृति होने सहित मन, बुद्धि आदि ज्ञानियों, योगियों व ऋषियों के समान हो, उसे वास्वविक व आदर्श मनुष्य कहते हैं। मनुष्याकृति वाले सभी प्राणी मनुष्य अवश्य हैं परन्तु वह आकृति से ही मनुष्य हैं। आकृति के आधार पर उन्हें उत्तम व आदर्श […] Read more » “शरीर से ही नहीं Featured ऋषि दयानन्द गुण-कर्म- बुद्धि आदि ज्ञानियों मन योगियों व ऋषियों स्वभाव से भी हमें मनुष्य बनना है” स्वामी विरजानन्द सरस्वती जी की पुण्य तिथि
धर्म-अध्यात्म “सत्य को मानना व मनवाना हमारा कर्तव्य, धर्म एवं यज्ञ है June 18, 2018 / June 18, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, ऋषि दयानन्द (1825-1883) ने वेद व उसकी मान्यताओं और सिद्धान्तों पर आधारित धर्म के प्रचार व प्रसार के लिए 10 अप्रैल, सन् 1875 को ‘आर्यसमाज’ की स्थापना की थी। ऐसा उन्होंने इस लिये किया था कि वेद ही सृष्टि विषयक मान्यताओं एवं सत्य गुणों पर आधारित मानवीय कर्तव्यों से संबंधित ईश्वर प्रदत्त […] Read more » “सत्य को मानना व मनवाना हमारा कर्तव्य Featured आर्यसमाज ऋषि दयानन्द धर्म एवं यज्ञ है धर्म व संस्कृति
धर्म-अध्यात्म “ऋषि दयानन्द का उद्देश्य सद्ज्ञान देकर आत्माओं को परमात्मा से मिलाना था” June 16, 2018 / June 16, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, महाभारत के बाद ऋषि दयानन्द ने भारत ही नहीं अपितु विश्व के इतिहास में वह कार्य किया है जो संसार में अन्य किसी महापुरुष ने नहीं किया। अन्य महापुरुषों ने कौन सा कार्य नहीं किया जो ऋषि ने किया? इसका उत्तर है कि ऋषि दयानन्द ने अपने कठोर तप व पुरुषार्थ से […] Read more » “ऋषि दयानन्द का उद्देश्य सद्ज्ञान देकर आत्माओं को Featured अधर्म अन्धविश्वास ईश्वर ऋषि दयानन्द गोरक्षा परमात्मा से मिलाना था” मनुष्य अज्ञान हिन्दुओं
धर्म-अध्यात्म “ऋषि दयानन्द की कृपा से ही हमें वेदों पर कुछ कहने और सुनने का अवसर प्राप्त हो रहा हैः डा. महावीर अग्रवाल” June 13, 2018 / June 13, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, श्रीमदद्यानन्द ज्योतिर्मठ आर्ष गुरुकुल, देहरादून का तीन दिवसीय 18वां वार्षिकोत्सव 3 जून, 2018 को समाप्त हो चुका है। दिनांक 2 जून, 2018 को उत्सव के दूसरे दिन सायंकालीन सत्र में उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व उपकुलपति डा. महावीर अग्रवाल सहित अन्य कुछ विद्वानों के उपदेश हुए। हम यहां वह उपदेश प्रस्तुत कर […] Read more » । डा. विनोद विद्यालंकार Featured आचार्य चन्द्र भूषण ऋषि दयानन्द डा. महावीर अग्रवाल” न धार्मिक एवं सांसारिक वेदों
धर्म-अध्यात्म “गोरक्षा के लिए आपको गाय पालनी चाहियेः डा. सोमदेव शास्त्री” June 11, 2018 / June 11, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, श्रीमद्दयानन्द ज्यातिर्मठ आर्ष गुरुकुल, पौन्धा-देहरादून के तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव के दूसरे दिन 2 जून, 2018 को ‘गो–कृष्यादि रक्षा सम्मेलन’ का आयोजन किया। इस सम्मेलन में पहला व्याख्यान आर्य विद्वान डा. सोमदेव शास्त्री, मुम्बई का हुआ। उन्होंने कहा कि सन् 1857 के प्रथम स्वतन्त्रता आन्दोलन का आधार विदेशी अग्रेजों द्वारा कारतूसों में […] Read more » “गोरक्षा के लिए आपको Featured आचार्य डा. सोमदेव शास्त्री ऋषि दयानन्द गाय पालनी चाहियेः डा. रघुवीर वेदालंकार शंकराचार्य निरंजनदेव स्वामी धर्मेश्वरानन्द सरस्वती