कविता गौरैया March 21, 2020 / March 21, 2020 by प्रवेश कुमार सिन्हा | 1 Comment on गौरैया रोज सबेरे मेरे कमरे में खिड़की से आती गौरैया अपनी मीठी आवाजो से मुझको है जगाती गौरैया समय से कोई कार्य करने हमें है सिखलाती गौरैया चहक चहक की बोली से मन मेरा भरमाती गौरैया फुदक फुदक कर परी जैसी घर की रौनक बढ़ाती गौरैया उसी मे खो कर रह जाऊ मैं चुपके से कह […] Read more » गौरैया
जन-जागरण लेख प्यारी घरेलू गौरैया की कहानी March 19, 2020 / March 19, 2020 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment नरेन्द्र सिंह बिष्ट पता नहीं आज वह कहां खो गयी जिसे बचपन में अकसर नीले आसमान में झुण्ड के रूप में उड़ते देखता था। घर आंगन में फुदकने वाली वह नन्ही चिड़िया की आवाज़ अब शायद ही किसी को सुनाई देती है। मीठी आवाज़ के साथ दिल को सुकून देने वाली इस चिड़िया का नाम गौरैया है। घरेलू […] Read more » conservation of sparrows are must sparrows in danger world sparrow day गौरैया
लेख संकट में है गौरैया April 23, 2019 / April 23, 2019 by श्याम नारायण रंगा | Leave a Comment बचपन से देखता आ रहा हूं मेरी मां गौरेया को आटे की नन्हीं नन्हीं गोलियां बनाकर देती है और एक एक कर गौरैया का झुंड मेरे घर की दालान में इकट्ठा हो जाता था और इन आटे को अपना भोजन बनाता था। मेरी भुआ ने हम भाई बहनों को गौरैया का झूठा पानी ये सोच […] Read more » sparrows in danger गौरैया
विविधा मनुष्य की आबादी बढ़ी , 60 फीसदी घटी गौरैया March 19, 2018 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल गौरैया हमारी प्राकृतिक सहचरी है। कभी वह नीम के पेड़ के नीचे फूदकती और बिखेरे गए चावल या अनाज के दाने को चुगती। कभी प्यारी गौरैया घर की दीवार पर लगे आइने पर अपनी हमशक्ल पर चोंच मारती दिख जाती है। लेकिन बदलते वक्त के साथ आज गौरैया का बयां बेहद कम दिखाई […] Read more » 20 मार्च गौरैया संरक्षण decreasing sparrows Featured increasing pollution decreasing sparrows गौरैया
विविधा गौरैया की चहक और फुदक की हिफाजत जरूरी March 19, 2016 / March 19, 2016 by एम. अफसर खां सागर | Leave a Comment एम. अफसर खां सागर अभी कुछ साल पहले ही अम्मी जब सुबह के वक्त सूप में चावल को पछोरती और बनाती थीं तब छोटी-छोटी चिडि़या झुण्ड में चावल के छोटे टुकड़ों जिसे गांव में खुद्दी के नाम से जाना जाता है उसे खाने के लिए नुमाया हो जाती थीं। फुदक-फुदक कर हल्के कोलाहल के साथ […] Read more » conservation of sparrows are must Featured गौरैया गौरैया की चहक गौरैया की फुदक गौरैया की हिफाजत जरूरी
कविता साहित्य गौरैया कंही गुम हो गई November 26, 2015 by बीनू भटनागर | Leave a Comment बीनू भटनागर चिड़ियाँ बहत कम हो गईं, कबूतर ही बस रह गये , गौरैया कंही गुम हो गई। दाना पानी नहीं मिला, या ठिकाना पेड़ पर, आम सी चिडिया थी वो, गौरैया कंही गुम हो गई। कंक्रीट के जँगल खा गये, या प्रदूषण वायु का, छोटी सी वो प्यारी सी, गौरैया कंही गुम हो गई। […] Read more » गौरैया
विविधा कहां गई गौरैया की चहचहाहट March 12, 2010 / December 24, 2011 by लिमटी खरे | 1 Comment on कहां गई गौरैया की चहचहाहट याद है, जब छोटे थे, तब स्कूल जाने के लिए अलह सुबह उठाया जाता था, यह कहकर देखो चिडिया आई, देखो कौआ आया, वो देखो मोर आया। घर की मुंडेर पर छोटी सी चिडिया चहकती रहती, और उठकर स्कूल के लिए तैयार होने लगते। गरमी में कोयल की कूक मन को अलग ही सुकून देती […] Read more » Sparrow गौरैया
समाज अब कहाँ नींद खुलती है गौरैया के साथ December 16, 2009 / December 25, 2011 by प्रदीप श्रीवास्तव | Leave a Comment पाठकों आप में से कई लोगों को याद भी नहीं होगा कि आखिरी बार गौरैया कब देखा था, नई पीढी के बच्चों ने तो केवल अपनी पाठ्य पुस्तकों में ही पढ़ा होगा, वह भी गौरैया नहीं, अंगरेजी में स्पयरो शब्द से ही जानते होंगें. जानेंगे भी कैसे, महानगरों की बात छोडें, अब तो छोटे शहरों के साथ-साथ […] Read more » Sparrow गौरैया