पर्यावरण जल, जंगल, जमीन और हमारे बुद्घिजीवी June 10, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य ‘जमीन से जुड़े रहने’ का मुहावरा बड़ा प्रसिद्घ है। इस मुहावरे का एक अर्थ ये भी है कि अपनी भारतमाता, गौमाता और जननीमाता से जुड़े रहना। कोई देश या संप्रदाय माने या न माने पर यह सच है कि उसके देश के लोगों में पारस्परिक सदभाव और समभाव, सामाजिक एकता और सांस्कृतिक […] Read more » Featured जंगल जमीन जल हमारे बुद्घिजीवी
विविधा जंगल में लगने वाली आग से पेड़-पौधों सहित जीव-जन्तु को क्षति May 14, 2015 / May 14, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on जंगल में लगने वाली आग से पेड़-पौधों सहित जीव-जन्तु को क्षति -अशोक “प्रवृद्ध”- इस वर्ष वर्षा रानी वसन्त ऋतु में ही मेहरबान हो गई, और देश के प्रायः सभी इलाकों में वर्षा रानी की मेहरबानी के कारण बैशाख की तपिश और जंगलों में आग लगने की घटना में कमी दिखलाई दे रही है, परन्तु यह अनुभव सत्य है कि गर्मी का मौसम प्रारम्भ होते ही देश […] Read more » Featured जंगल जंगल में लगने वाली आग से पेड़-पौधों सहित जीव-जन्तु को क्षति पशु-पक्षी पेड़ पौधे
पर्यावरण कश्मीर में जंगलों का अस्तित्व खतरे में August 18, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment जीनत जीशान फाज़िल मानव सभ्यता के विकास में जंगल का अहम योगदान रहा है। मिट्टी, पानी और हवा की शुद्धता के लिए यह फायदेमंद रहा ही है वहीं आर्थिक रूप से भी यह मनुष्य के लिए हितकर साबित हुआ है। इसके कारण ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने में मदद मिलती है। आज […] Read more » kashmir कश्मीर जंगल