राजनीति इस जनादेश का अर्थ- पुनर्प्रतिष्ठित हो ‘भारतवर्ष’ May 31, 2019 / May 31, 2019 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment मनोज ज्वाला अभी-अभी सम्पन्न हुए चुनाव के मध्य में ही मैंने एक आलेख लिखा था,जिसका शीर्षक था- “यह राजनीतिक रुझान आध्यात्मिक चेतना का उफान” । वहरुझान अब चुनाव-परिणाम में बदल गया, किन्तु […] Read more » ‘भारतवर्ष’जनादेश जनादेश पुनर्प्रतिष्ठित हो ‘भारतवर्ष भारतवर्ष
धर्म-अध्यात्म भारतवर्ष की आत्मा धर्ममय November 18, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी स्वयं के लिए जीवन जीना पशुता है और दूसरों को भी जीने देना ही मानव धर्म है। धर्म-परायण, सभ्य मानवों ने दूसरों को भी ‘जीने दो’ का लक्ष्य रख कर स्वेच्छा से कुछ नियम और प्रतिबन्ध अपने ऊपर लागू कर लिये हैं। मानव भोजन के लिये किसी जीव की हत्या करने के […] Read more » Bharat Featured India आत्मा धर्ममय भारतवर्ष
विविधा मैं आया हूं उन राजद्रोही चरणों पर फूल चढ़ाने August 15, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment फूल चढ़ाने मैं आया हूं उन राजद्रोही चरणों पर फूल चढ़ाने राकेश कुमार आर्य आज भारतवर्ष अपना 71वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस पावन अवसर पर अपने नाम-अनाम स्वतंत्रता सेनानियों को पूरा देश नमन कर रहा है। ‘उगता भारत’ अपने इन नाम-अनाम स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हुए उनके विषय में कवियों की कविताओं […] Read more » celebrating 71st Independence Day Featured भारतवर्ष स्वतंत्रता दिवस