राजनीति रेड्डी बन्धुओं का वीभत्स भ्रष्टाचार : मजबूर येदियुरप्पा, बेबस मनमोहन सिंह July 15, 2010 / December 23, 2011 by सुरेश चिपलूनकर | 5 Comments on रेड्डी बन्धुओं का वीभत्स भ्रष्टाचार : मजबूर येदियुरप्पा, बेबस मनमोहन सिंह 35 लाख टन का लौह अयस्क कैसे गायब हो सकता है? लेकिन ऐसा हुआ है और भारत जैसे महाभ्रष्ट देश में कुछ भी सम्भव है। आपको याद होगा कि जादूगर पीसी सरकार ने एक बार ताजमहल "गायब" कर दिया था, लेकिन रेड्डी बन्धु उनसे भी बहुत बड़े जादूगर हैं, इन्होंने 35 लाख टन का अयस्क गायब कर दिया। Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा भ्रष्टाचार एवं अत्याचार की खिलाफत क्यों जरूरी? July 14, 2010 / December 23, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 4 Comments on भ्रष्टाचार एवं अत्याचार की खिलाफत क्यों जरूरी? -डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश‘ आज जबकि कदम-कदम पर लोगों के मान-सम्मान को बेरहमी से कुचला जा रहा है। अधिकतर लोगों के कानूनी, संवैधानिक, प्राकृतिक एवं मानव अधिकारों का खुलेआम हनन एवं अतिक्रमण हो रहा है। हर व्यक्ति को मनमानी, गैर-बराबरी, भेदभाव एवं भ्रष्टाचार का सामना करना पड रहा है। विकलांग, वृद्ध, निःशक्तजन, छोटे बधे, बीमारों […] Read more » Corruption अत्याचार भ्रष्टाचार
विधि-कानून आरटीआई : भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ मुहिम May 29, 2010 / December 23, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 1 Comment on आरटीआई : भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ मुहिम -फ़िरदौस ख़ान देश की जनता को क़रीब साढ़े चार साल पहले मिले सूचना के अधिकार ने काफ़ी राहत दी है। इस सुविधा के चलते जहां लोगों के कामकाज होने लगे हैं, वहीं ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जहां सूचना के अधिकार के तहत लोगों को सूचना न मांगने या मांगी गई सूचना का आवेदन […] Read more » Corruption आरटीआई भ्रष्टाचार
विविधा भ्रष्टाचार का परिणाम है : जासूसी व देशद्रोह! May 4, 2010 / December 24, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 2 Comments on भ्रष्टाचार का परिणाम है : जासूसी व देशद्रोह! -डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ हाल ही में माधुरी गुप्ता को जासूसी के मामले में पकडे जाने के बाद सारे के सारे कथित ढोंगी राष्ट्रवादी न जाने कहाँ गायब हो गये। जबकि कल तक ये धोखेबाज और मुखौटे पहने राष्ट्रवाद की बात करने वाले और अपने आपको बुद्धिजीवी कहने वाले सारे देश के मुसलमानों को आतंकवादी […] Read more » Corruption जासूसी देशद्रोह भ्रष्टाचार
विविधा समय पर काम नहीं करना भी भ्रष्टाचार! February 25, 2010 / December 24, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 1 Comment on समय पर काम नहीं करना भी भ्रष्टाचार! जनता के काम को समय पर नहीं करने वाले लोक सेवकों के बारे में मैंने जयपुर से प्रकाशित राष्ट्रीय पाक्षिक समाचार-पत्र प्रेसपालिका के 1 से 15 जनवरी, 2010 के अंक में लिखा था कि-“समय पर काम नहीं करना भ्रष्टाचार ही तो है।” अब इसी बात को मध्य प्रदेश के लोकायुक्त जस्टिस पी.पी. नावलेकर ने इस […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा भ्रष्टाचार की जड़ हैं 500 और 1000 के नोट February 18, 2010 / December 24, 2011 by दानसिंह देवांगन | 9 Comments on भ्रष्टाचार की जड़ हैं 500 और 1000 के नोट आज देश भर में अफसरों, नेताओं और उद्योगपतियों के घर पड़ रहे छापों से एक बात साफ उभर कर सामने आ रही है, भ्रष्टाचार की जड़ में कहीं न कहीं हमारे देश की कैश संस्कृति है। जब एक आदमी कैश में पेमेंट करता है, तो वह न सिर्फ देश का नुकसान करता है, बल्कि भ्रष्टाचार […] Read more » Madhya Pradesh भ्रष्टाचार मध्यप्रदेश
विविधा भारत में भ्रष्टाचार की समस्या एवं निदान January 29, 2010 / December 25, 2011 by सूरज तिवारी 'मलय' | 19 Comments on भारत में भ्रष्टाचार की समस्या एवं निदान भारत में वैसे तो अनेक समस्याएं विद्यमान हैं जिसके कारण देश की प्रगति धीमी है। उनमें प्रमुख है बेरोजगारी, गरीबी, अशिक्षा, आदि लेकिन उन सबमें वर्तमान में सबसे ज्यादा यदि कोई देश के विकास को बाधित कर रहा है तो वह है भ्रष्टाचार की समस्या। आज इससे सारा देश संत्रस्त है। लोकतंत्र की जड़ो को […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
प्रवक्ता न्यूज़ सत्ता के बजाय भ्रष्टाचार के विकेन्दीकरण में आरक्षण प्रकि्रया तो दोषी नहीं? January 5, 2010 / December 25, 2011 by आशुतोष वर्मा | Leave a Comment संविधान में संशोधन कर राजीव गांधी ने त्रि स्तरीय पंचायती राज्य एवं स्थानीय निकायों के चुनाव हर पांच साल में कराने की अनिवार्यता का प्रावधान किया था। इसका मूल उद्देश्य यह था कि विभिन्न राजनैतिक कारणों से इन वुनावों को टालने की प्रवृति पर अंकुश लगाया जाये और प्रजातंत्र की इन प्राथमिक संस्थाओं में निर्वाचित […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
चुनाव विश्लेषण गुजरात में जोर पकड रहा है भ्रष्टाचार और काला धन का मुद्दा April 22, 2009 / December 25, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on गुजरात में जोर पकड रहा है भ्रष्टाचार और काला धन का मुद्दा 'देश के बाहर गये काले धन की पाई-पाई हम वापस लेकर आयेंगे' मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की इस उद्धोषणा के आगे कांग्रेस आक्रामक होकर भाजपा को भ्रष्टाचार में लिप्त और काले धन की पोषक पार्टी के उपमे से नवाजती है। Read more » Black Money Corruption काला धन गुजरात भ्रष्टाचार