धर्म-अध्यात्म “ऋषि दयानन्द न होते तो आज हम दीपावली न मना रहे होते” November 8, 2018 / November 8, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, आज दीपावली का पर्व है। देश भर में व विदेश में भी जहां भारतीय आर्य हिन्दू रहते हैं, वहां दीपवली का पर्व मनाया जा रहा है। दीपावली शरद ऋतु में आश्विन मास की अमावस्या के दिन मनाई जाती है। अमावस्या के दिन रात्रि में अन्धकार रहता है जिसे दीपमालाओं के प्रकाश से […] Read more » “ऋषि दयानन्द न होते तो आज हम दीपावली न मना रहे होते” अन्याय अपराध अभाव व अज्ञान आवास उपेक्षा छुआछूत पक्षपात भोजन वस्त्र शिक्षा व चिकित्सा शोषण
प्रवक्ता न्यूज़ ‘‘हितकारी प्रकाशन समिति, हिण्डोन सिटी द्वारा सम्मान के लिये हार्दिक धन्यवाद’’ September 6, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, ऋषि-भक्त आर्य-श्रेष्ठ श्री प्रभाकरदेव आर्य जी विगत लगभग 25 वर्षों से दुलर्भ, हितकारी एवं जीवनोन्नति के आधार आर्य साहित्य के प्रकाशन का प्रशंसनीय कार्य कर रहे हैं। आप अब तक लगभग 200 मूल्यवान ग्रन्थों का प्रकाशन कर चुके हैं जिसमें ऋषि दयानन्द के ग्रन्थों सहित पं. हरिशरण सिद्धान्तालंकार कृत चारों वेदों का […] Read more » आत्मा आभूषण ईश्वर एवं नगद धनराशि धर्म माला वस्त्र समाज विषयक ज्ञान
धर्म-अध्यात्म ‘ईश्वर, माता-पिता और आचार्य का जीवन में सर्वोपरि स्थान’ August 31, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य जीवन में सबसे महत्वपूर्ण क्या व कौन है, इसका विचार करने पर जो उत्तर मिलता है वह यह कि हमें अपने शरीर व स्वास्थ्य का ध्यान रखना है। इस शरीर को आसन-प्राणायाम-व्यायाम तथा आहार-निद्रा-ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए स्वस्थ रखना है। मनुष्य जीवन में सबसे महत्वपूर्ण ईश्वर है और उसके बाद […] Read more » Featured आर्याभिविनय ईश्वर उत्तम स्वास्थ्य ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका ओषधि जीवात्मा धन एवं समृद्धि वस्त्र सत्यार्थप्रकाश सुख सृष्टि सेवा
राजनीति समाज स्वतंत्रता के बाद स्वावलंबन का प्रश्न August 14, 2018 / August 14, 2018 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव 15 अगस्त 1947 की आधी रात को खंडित स्वतंत्रता स्वीकारने के बाद बड़ा सवाल आर्थिक विकास और स्वाबलंबन का था। स्वावलंबन ही वह आधार है, जो नागरिक और उसके पारिवारिक सदस्यों की आजीविका और रोजागार के संसाधनों को उपलब्ध कराने का काम आसान करता है। यह इसलिए जरूरी था, क्योंकि ब्रिटिश हुक्मरानों ने […] Read more » Featured आदिवासी महिलाएं वरिष्ठ आभूषण कृषि चंद्रशेखर प्रधानमंत्री दलित धातु पीवी नरसिंह पूर्व गर्वनर मनमोहन सिंह मजदूर मिट्टी के बर्तन वस्त्र विश्व बैंक
धर्म-अध्यात्म “सृष्टि रचना, उसका पालन एवं सृष्टि की अपौरुषेय रचनाएँ ईश्वर के अस्तित्व के प्रमाण” June 30, 2018 / June 30, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, हम संसार में अनेक रचनायें देखते हैं। रचनायें दो प्रकार की होती हैं। एक पौरुषेय और दूसरी अपौरुषेय। पौरुषेय रचनायें वह होती हैं जिन्हें मनुष्य बना सकते हैं। हम भोजन में रोटी का सेवन करते हैं। यह रोटी आटे से बनती है। इसे मनुष्य अर्थात् स्त्री वा पुरुष बनाते हैं। मनुष्य द्वारा […] Read more » Featured ईश्वर ईश्वरोपासना ऋषि दयानन्द कम्प्यूटर कार खाद घड़ी जल टेलीफोन पुस्तक फर्नीचर बीज भूमि मकान यज्ञ-अग्निहोत्र रेलगाड़ी वस्त्र वायु विमान सृष्टि रचना स्कूटर
धर्म-अध्यात्म “धन और विद्या में विद्यार्जन अधिक महत्वपूर्ण है” June 21, 2018 / June 21, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य को अपने जीवन का निर्वाह करने के धन की आवश्यकता होती है। यदि किसी के पास धन नहीं है तो वह अपना भोजन, वस्त्र, निवास व घर तथा मान सम्मान को सुरक्षित रखते हुए इन सभी पदार्थों को प्राप्त नहीं कर सकता। इसके विपरीत यदि किसी के पास विद्या नहीं है […] Read more » “धन और विद्या में विद्यार्जन Featured अधिक महत्वपूर्ण है” निवास व घर भोजन वस्त्र
राजनीति ‘खादी वस्त्र नहीं विचार है’ तो इस विचार को खत्म करने का श्रेय कांग्रेस को है! January 27, 2017 by रजनीश कुमार | Leave a Comment महात्मा गांधी के अनुसार, ‘खादी वस्त्र नहीं, विचार है’। लेकिन हालिया वक्त में गांधी जी के इस विचार को कांग्रेस समेत अधिकांश विपक्षी दलों और कुछ बुद्धिजीवियों ने फोटो फ्रेम तक ही सीमित करने का असफल प्रयास जरुर किया हैं। जबकि वह सुबह- शाम इस डर से गांधी–गांधी ही करते रहते है कि कहीं कोई […] Read more » ‘खादी वस्त्र नहीं विचार है’ Congress Featured khadi khadi promoted by Modi खादी खादी को खत्म करने का श्रेय कांग्रेस को खादी विचार है वस्त्र विचार को खत्म करने का श्रेय कांग्रेस को