कविता
शिक्षक ने शिक्षा पा ली
/ by डॉ कविता कपूर
समाज बोला तू तो शिक्षक है,भविष्य निर्माता है, देश के कर्णधार का, तू ही तो भाग्य विधाता है। नव निर्माण का लिए संकल्प, निकल पड़ा वह निर्विकल्प, राह में टकराई संचार क्रांति, बलखाती- इठलाती बोली, “मैं हूं ज्ञान का भंडार, खोल दिए हैं मैंने सफलता के सभी द्वार, तू तो है बालक नादान, पा न […]
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