कविता जिन्दगी की कुछ सच्चाईयां September 18, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आर के रस्तोगी जो चाहा कभी पाया नहीं जो पाया कभी चाहा नहीं जो सोचा कभी मिला नहीं जो मिला कभी पाया नहीं जो मिला कभी रास आया नहीं जो रास आया कभी मिला नहीं जो पाया कभी वो सभाला नहीं जो संभाला कभी वो खोया नहीं अजीब सी पहेली ये जिन्दगी काटने से […] Read more » खुशी ग़म जिन्दगी की कुछ सच्चाईयां
समाज सुख की खोज में हमारी खुशी कंहीं खो गई April 1, 2017 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment हमारी संस्कृति ने हमें शुरु से यह ही सिखाया है कि खुशी त्याग में है,सेवा में है, प्रेम में है मित्रता में है, लेने में नहीं देने में है, किसी रोते हुए को हँसाने में है, किसी भूखे को खाना खिलाने में है । जो खुशी दोस्तों के साथ गली के नुक्कड़ पर खड़े होकर बातें करने में है वो अकेले माल में फर्स्ट डे फर्स्ट शो देखने में भी नहीं है । Read more » Featured Happiness index of india खुशी सुख सुख की खोज में हमारी खुशी
कहानी साहित्य खुशी December 26, 2015 by विजय कुमार | Leave a Comment मेरे घर के पास ही रविवार को पटरी बाजार लगता है। मैं अपनी जरूरत का अधिकांश सामान वहीं से खरीदने की कोशिश करता हूं। वहां से न मिले, तो फिर किसी छोटी दुकान को प्राथमिकता देता हूं। हो सकता है आप इसे सस्ते-महंगे या और किसी कसौटी पर परखें; पर इसके पीछे एक घटना है। […] Read more » Featured खुशी
कहानी खुशी July 16, 2013 / July 16, 2013 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment “क्या बात है,बहुत खुश हो आज|”उसने उससे कहा| “बात ही ऐसी है,आज खुश नहीं होऊंगा तो कब होऊंगा|’ “अरे भाई पता भी तो लगे हमारे प्रिय मित्र की खुशी का रहस्य|” “आज बहुत बड़ी साध पूरी हो हई मेरी|” “क्या कोई लाटरी लग गई या कारूं का खजाना मिल गया?” “इससे भी बड़ी उपलब्धि” “अरे […] Read more » खुशी