उत्पाद समीक्षा पत्रकारिता के दार्शनिक आयाम का आधार है ‘आदि पत्रकार नारद का संचार दर्शन’ May 5, 2018 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | Leave a Comment पत्रकारिता के दार्शनिक आयाम का आधार है ‘आदि पत्रकार नारद का संचार दर्शन’ – लोकेन्द्र सिंह (लेखक माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक हैं।) भारत में प्रत्येक विधा का कोई न कोई एक अधिष्ठाता है। प्रत्येक विधा का कल्याणकारी दर्शन है। पत्रकारिता या कहें संपूर्ण संचार विधा के संबंध में भी भारतीय दर्शन उपलब्ध […] Read more » Featured अनुसंधान आध्यात्मिक संचार कृषि पत्रकारिता तीर्थ वर्णन धार्मिक रिपोर्टिंग पर्यटन पर्यावरण प्रश्नोत्तरी यात्रा वृत्तांत साक्षात्कार सांस्कृतिक पत्रकारिता साहित्यिक पत्रकारिता
महत्वपूर्ण लेख विविधा अगर तुम न होते ह्वेनसांग…। July 12, 2012 / July 12, 2012 by राजीव रंजन प्रसाद | 3 Comments on अगर तुम न होते ह्वेनसांग…। [यात्रा वृत्तांत] – राजीव रंजन प्रसाद ——————————— [लेखन करते हुए ह्वेनसांग, संग्रहाल से एक तैलचित्र] रिक्शेवाले से नाम ठीक तरह उच्चारित नहीं हो रहा था। उसनें कहा कि “यहाँ हंसवांग का महल है”। मैं मुस्कुरा दिया, मैंने पूछा कि “जानते हो कौन था यह हंसवांग?” अब कि मुस्कुराने की बारी रिक्शावाले की थी बोला […] Read more » यात्रा वृत्तांत