परिचर्चा महत्वपूर्ण लेख तीन साल का हो गया ‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ October 16, 2011 / April 9, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 26 Comments on तीन साल का हो गया ‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ आज 16 अक्टूबर है। इसी दिन सन् 2008 में ‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ की शुरुआत हुई थी। सोचा यही था कि मुख्यधारा के मीडिया से ओझल हो रहे जनसरोकारों से जुड़ी खबरों व मुद्दों को प्रमुखता से प्रकाशित करें और उस पर गंभीर विमर्श हो। साथ ही एक अरब से अधिक की जनसंख्या वाले देश की […] Read more » Pravakta.com webmedia प्रवक्ता डॉट कॉम वेब पत्रकारिता वेबमीडिया
परिचर्चा महत्वपूर्ण लेख मीडिया ‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ बना वैकल्पिक वेबसाइटों का सिरमौर August 18, 2011 / April 9, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 41 Comments on ‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ बना वैकल्पिक वेबसाइटों का सिरमौर मुख्यधारा के मीडिया के ताम-झाम (पेड न्यूज, भूत-प्रेत, पेज थ्री, गांव-गरीब-किसान उपेक्षित) तथा दबाव एवं प्रभाव से मुक्त होकर अपने सीमित संसाधनों के बूते ‘न्यू मीडिया’ के माध्यम से हिंदी की कुछ वैकल्पिक वेबसाइट्स अच्छा काम कर रही है और अच्छी बात यह है कि इन सभी वेबसाइट्स में प्रवक्ता डॉट कॉम ने आप सबका […] Read more » Pravakta.com न्यू मीडिया प्रवक्ता डॉट कॉम वेबमीडिया
प्रवक्ता न्यूज़ आनेवाला दिन वेबमीडिया का- रीता जायसवाल December 20, 2010 / December 18, 2011 by रीता जायसवाल | 1 Comment on आनेवाला दिन वेबमीडिया का- रीता जायसवाल आने वाला दिन सौ फीसदी वेबमीडिया का ही है। इसकी संभावाएं भी अपार है लेकिन जन आकांक्षाओं पर खरा उतरने के साथ ही मानवीय मूल्यों और अपनी सभ्यता-संस्कृति की थाती सहेजने की चुनौतियां भी कम नहीं होंगी। धीरूभाई अंबानी ने जब दुनिया करलो मुट्ठी में का स्लोगन दिया था तो मोबाईल के इस क्रांतिकारी युग […] Read more » Web Media वेबमीडिया
प्रवक्ता न्यूज़ वेबमीडिया की विडंबनाएं September 25, 2010 / December 22, 2011 by पंकज झा | 1 Comment on वेबमीडिया की विडंबनाएं – पंकज झा मेघ को दूत बनाने से लेकर ‘मोडेम’ के अग्रदूत बनने तक, सिंधु नदी घाटी से निकल कर सिलिकोन घाटी तक पहुचने का मानव संचार एवं सभ्यता का इतिहास कई आरोहों-अवरोहों से गुजरा है. किसी ने सच कहा कि अब कम से कम संचार माध्यमों में ‘भूगोल’ तो ‘इतिहास’ की वस्तु हो गया […] Read more » Web Media वेबमीडिया वैकल्पिक पत्रकारिता