लेख समाज गांधी के चरखे से आत्मनिर्भर होंगे गांव May 5, 2020 / May 8, 2020 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव वैश्विक कोरोना महामारी के इस दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सरपंचों को संबोधित करते हुए इच्छा जताई है कि गांधी के अर्थशास्त्र के अनुसार ग्रामों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम शुरू हो। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय (एमएसएमई) के अधीनस्थ कार्यरत खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने फिलहाल […] Read more » MSME एमएसएमई ग्रामों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा चरखा और खादी सूक्ष्म
धर्म-अध्यात्म ‘ईश्वर का ध्यान करने से दुःखों की निवृत्ति होती है’ July 31, 2018 / July 31, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, वेद और योग-दर्शन सभी मनुष्यों को ईश्वर का ज्ञान कराकर उन्हें ईश्वर की उपासना का सन्देश देते हैं। ईश्वर का ज्ञान व ध्यान करना क्यों आवश्यक है? इसका उत्तर है कि मनुष्य को सृष्टि में विद्यमान सभी सत्तावान पदार्थों का ज्ञान होने से हानि कुछ नहीं अपितु उनसे लाभ होता है। हम […] Read more » ‘ईश्वर का ध्यान करने से दुःखों की निवृत्ति होती है’ Featured अजन्मा अजर अनुपम अभय अमर ज्ञान दयालु दृष्टि से अगोचर निराकार निर्विकार न्यायकारी व्याप्य सर्वव्यापक सर्वशक्तिमान सर्वाधार सर्वान्तर्यामी सर्वेश्वर सुख व दुख सुख व श्रेष्ठ कर्म सूक्ष्म
धर्म-अध्यात्म सूक्ष्म ईश्वर और जीवात्मा स्थूल आंखों से दिखाई क्यों नहीं देते?’ July 12, 2016 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, हम इस संसार के सभी स्थूल पदार्थों को अपनी आंखों से देखते हैं और उनकी रचना और उससे होने वाले लाभ व हानियों को विचार कर जानते हैं। आंखों से जो पदार्थ हम देखते हैं वह सृष्टि में स्थूल हुआ करते हैं। अनेक सूक्ष्म पदार्थों को आंखें देख नहीं पाती। जल को […] Read more » why dont we see god with naked eyes ईश्वर जीवात्मा सूक्ष्म स्थूल आंखों से दिखाई