विविधा भ्रष्टाचार से जर्जर होता भारत February 10, 2011 / December 15, 2011 by ए.एन. शिबली | 1 Comment on भ्रष्टाचार से जर्जर होता भारत ए एन शिबली भारत में घपले और घोटाले कोई नई बात नहीं हैं। दुनिया के दूसरे देशों में भी घपले होते हैं मगर भारत में जिस पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहे हैं उससे इसकी छवि को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। समय-समय पर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने भी अपनी टिप्पणी में देश में फैले […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा भ्रष्टाचार से कलुषित भारत और गुजरात का उदाहरण February 9, 2011 / December 15, 2011 by लालकृष्ण आडवाणी | 6 Comments on भ्रष्टाचार से कलुषित भारत और गुजरात का उदाहरण लालकृष्ण आडवाणी प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस पर, राजपथ की परेड को देखने के बाद मैं अपने निवास पर भी झण्डावादन का छोटा कार्यक्रम आयोजित करता हूं। इसमें अधिकांश वे सुरक्षाकर्मी भाग लेते हैं जो वहां पर तैनात हैं: इस वर्ष मेरी सुपुत्री प्रतिभा ने उनके लिए एक घंटे के वृत चित्र ‘वंदेमातरम‘ का शो प्रदर्शित […] Read more » Corruption नरेन्द्र मोदी भ्रष्टाचार
विविधा मनरेगा में उग रहा भ्रष्टाचार January 26, 2011 / December 16, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on मनरेगा में उग रहा भ्रष्टाचार विनोद उपाध्याय मध्य प्रदेश में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत उजाड़ और बीहड़ वनक्षेत्रों की बंजर भूमि पर वैकल्पिक ऊर्जा ईंधन या बायो फ्यूल उत्पादन के लिए जेट्रोफा की खेती करने का काम बड़ी जोर शोर के साथ शुरू किया गया था लेकिन अधिकारियों की करतुतों के कारण जेट्रोफा तो नहीं […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार मनरेगा
विविधा भ्रष्टाचार के खिलाफ अब निर्णायक जंग की जरूरत January 7, 2011 / December 16, 2011 by प्रो. बृजकिशोर कुठियाला | 3 Comments on भ्रष्टाचार के खिलाफ अब निर्णायक जंग की जरूरत छद्म शिष्टाचारियों ने पैदा ही किया है संकट – प्रो. बृज किशोर कुठियाला कुशासन का जो डरावना चेहरा वर्तमान में भारत के जनमानस के सामने उभरकर आया है, वैसा तो उस समय भी नहीं था जब भारतीय राजनीति की व्यवस्था में छोटे-छोटे राजा-रजवाड़े आपस में युद्धरत थे और जिसका लाभ उठाकर मुगलों ने अपना आधिपत्य […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
राजनीति भ्रष्टाचार पर उपदेश देती महाभ्रष्टों की टोली December 26, 2010 / December 18, 2011 by निर्मल रानी | 2 Comments on भ्रष्टाचार पर उपदेश देती महाभ्रष्टों की टोली निर्मल रानी भारतीय संसद के इतिहास में पहली बार ऐसी शर्मनाक घटना घटी कि संसद का सत्रह दिवसीय पूरा का पूरा शीतकालीन सत्र शोर-शराबे व हंगामे की भेंट चढ़ गया। कारण था 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराए जाने की मांग पर विपक्ष विशेषकर भारतीय जनता पार्टी का अड़े रहना। […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा स्वभाव में शामिल होता भ्रष्टाचार December 24, 2010 / December 18, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on स्वभाव में शामिल होता भ्रष्टाचार प्रदीप चन्द्र पाण्डेय यथा राजा तथा प्रजा के देश में आजकल भ्रष्टाचार के एक-एक कर कई मामले सामने आ रहें हैं। लोकतंत्र के ‘महाजन’ अपने-अपने ढंग से घोटालों की व्याख्या कर रहे हैं। विपक्ष जेपीसी की मांग पर अडा है तो प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पीएसी के समक्ष प्रस्तुत होने को तैयार। ऐसे विकट समय में […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा इन दलालों को सूली पर चढाओ December 16, 2010 / December 18, 2011 by जयप्रकाश सिंह | 4 Comments on इन दलालों को सूली पर चढाओ – जयप्रकाश सिंह ”ऐसे प्रश्न मत पूछिए। वह सहेगी क्योंकि वह भ्रष्टाचारियों को चुनती है। जिस दिन उसने चुनना बंद कर दिया, उस दिन किसी गांधी और जेपी को व्यथित होने की जरुरत नहीं पडेगी। हम भ्रष्टाचारियों को सूली पर चढाने की बात क्यों करते हैं, जनता को क्यों नहीं चढाते? असल गुनाहगार तो वही […] Read more » Corruption आशुतोष भ्रष्टाचार
विविधा ‘इंडिया अंगेस्ट करप्शन मूवमेंट’ December 14, 2010 / December 18, 2011 by सतीश सिंह | 6 Comments on ‘इंडिया अंगेस्ट करप्शन मूवमेंट’ सतीश सिंह सच कहा जाए तो आज नेता, नौकरशाह, पुलिस, न्यायधीश, बाबू, चपरासी सभी भ्रष्टाचार के पंक पयोधि में आकंठ डूबे हुए हैं। जिसको जहाँ मौका मिल रहा है वह वहीं बहती गंगा में हाथ धो रहा है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो आज वही ईमानदार है जिसको भ्रष्टाचार करने का अवसर नहीं मिल […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
राजनीति संसद न चलने देने के अपराधी ? December 13, 2010 / December 18, 2011 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment अपनी संसदीय परंपराओं को ध्वस्त करने में जुटे हैं सत्तापक्ष और विपक्ष के नेता संजय द्विवेदी संसद को चलता न देखकर भी आखिर देश में कोई हलचल क्यों नहीं हैं ? वे कौन से लोग और कारण हैं जिनके लिए संसद का चलना या न चलना कोई मायने नहीं रखता? आखिर हमारी संसद क्यों इस […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार संसद
विविधा भ्रष्टाचार से त्रस्त हिन्दुस्तान : धर्मनिरपेक्षता का “वरदान” December 13, 2010 / December 18, 2011 by डॉ. सुरेंद्र जैन | 10 Comments on भ्रष्टाचार से त्रस्त हिन्दुस्तान : धर्मनिरपेक्षता का “वरदान” डॉ. सुरेंद्र जैन आज भारत के सामने भ्रष्टाचार की समस्या मुँह बाये खडी है। इस मामले में नये-नये कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं। ११० भ्रष्ट देशों की सूची में भारत अब ८७वें स्थान पर आ गया है जबकि कुछ समय पूर्व यह ८५वें स्थान पर था। अब भारत की तुलना पाकिस्तान, बोस्निया तथा सोमालिया जैसे […] Read more » Corruption धर्मनिरपेक्षता भ्रष्टाचार
विविधा भ्रष्टाचार की भागवत का अंतिम अध्याय December 11, 2010 / December 19, 2011 by अनिल त्यागी | 3 Comments on भ्रष्टाचार की भागवत का अंतिम अध्याय अनिल त्यागी ऐसे समय में जब ट्रासपेरेंसी इन्टरनेशनल के कर्ताधर्ताओं ने भारत को भ्रष्टतम देशों की जमात में सबसे ऊपर रखा है। आम भारतीय का सिर शर्म से झुक रहा है। उ.प्र. में पुराने खाद्यान्न घोटाले का जिन्न फिर बोतल से बाहर निकल पडा है। इस घोटाले का अभी यह निश्चित अनुमान लगाने में ही […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
विविधा भ्रष्टाचार : हम किसी से कम नहीं… December 10, 2010 / December 19, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 2 Comments on भ्रष्टाचार : हम किसी से कम नहीं… फ़िरदौस ख़ान पिछले काफ़ी अरसे से देश की जनता भ्रष्टाचार से जूझ रही है और भ्रष्टाचारी मज़े कर रहे हैं. पंचायतों से लेकर संसद तक भ्रष्टाचार का बोलबाला है. सरकारी दफ़्तरों के चपरासी से लेकर आला अधिकारी तक बिना रिश्वत के सीधे मुंह बात तक नहीं करते. संसद के अन्दर भ्रष्टाचार को लेकर हौ-हल्ला होता […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार