कहानी बच्चों का पन्ना यह कैसी मित्रता October 12, 2015 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment गणेशी के खेत में बने तीन कमरों के घर में चिंकू चूहे ने अपना निवास बना लिया था |घर के ठीक सामने दो ढाई सौ फुट की दूरी पर एक नीली नदी बहती थी |नदी थी तो पहाड़ी परन्तु मार्च महीने तक उसमें भरपूर पानी रहता था |बरसात में तो पानी खेत की मेढ तक […] Read more » Featured
राजनीति समाज भारतीय दर्शन, इतिहास,पुराण ,मिथ या वाङ्ग्मय- सभी में गौ माँस का निषेध है ! October 12, 2015 by श्रीराम तिवारी | Leave a Comment बिहार विधान सभा चुनाव् प्रचार में व्यस्त सभी पूँजीवादी पार्टियों का ‘अभद्र’ नेतत्व लगभग अपनी नंगई पर उत्तर आया । खेद की बात है कि बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के बदजुबान नेताओं के ‘बंदरिया नाच ‘ पर उनके अंध समर्थक तमाशबीनों की तरह फोकट में तालियाँ बजाते रहे । इन दम्भी और असत्याचरणी नेताओं का […] Read more » Featured इतिहास गौ माँस का निषेध पुराण भारतीय दर्शन मिथ या वाङ्ग्मय- सभी में गौ माँस का निषेध है !
राजनीति समाज धर्म के नाम पर युवाओं का ध्रुवीकरण घातक है October 12, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment शैलेंद्र चौहान आज हर चुनाव के पहले धर्म के नाम पर वोटों का ध्रुवीकरण किए जाने की कोशिश होती है. लेकिन अब देश में धर्म के नाम पर युवाओं का ध्रुवीकरण किया जा रहा है. राजनीति के गलियारों में चलने वाली साम्प्रदायिकता की ज़हरीली हवा समाज में इस कदर घुल रही है कि इसका प्रभाव […] Read more » Featured धर्म के नाम पर युवाओं का ध्रुवीकरण युवाओं का ध्रुवीकरण
कला-संस्कृति विविधा सिनेमा कमजोर रहा ऐश्वर्या का यह ‘जज़्बा’ October 11, 2015 / October 11, 2015 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | Leave a Comment कलाकार: ऐश्वर्या राय बच्चन, इरफान खान, शबाना आजमी, चंदन रॉय सान्याल, जैकी श्रॉफ, अतुल कुलकर्णी, सिद्धार्थ कपूर निर्माता: संजय गुप्ता, अनुराधा गुप्ता, ऐश्वर्या राय बच्चन निर्देशक: संजय गुप्ता स्टार: 2.5 5 वर्षों बाद ऐश्वर्या राय बच्चन ने रुपहले पर्दे पर अपनी वापसी के निर्देशक संजय गुप्ता को चुना है जिनकी अधिकांश फिल्मों में कहानी से […] Read more » Featured कमजोर रहा ऐश्वर्या का यह 'जज़्बा'
कविता साहित्य मैं हूँ एक इंसान October 11, 2015 / October 11, 2015 by वैदिका गुप्ता | Leave a Comment ना नाम है मेरा ना पहचान है मेरी ना कोई धर्म है मेरा मैं हूँ एक इंसान।। ना जोड़ो मुझे किसी धर्म से, मेरा धर्म भी इंसानियत है। मेरा कर्म भी इंसानियत है।। दूर रहो मुझसे, ऐ धर्म के पेहरेदारों, तू जितने पास आया है! उतनी इंसानियत खो दी मैंने। तुझे सत्ता में आना है, […] Read more » Featured मैं हूँ एक इंसान
जन-जागरण टॉप स्टोरी विविधा अधर में लटकेगी ‘नमामि गंगे’ योजना ? October 11, 2015 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफ़री हमारे देश में प्रवाहित हो रही सैकड़ों बड़ी-छोटी नदियों में गंगा नदी के महत्व का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि देश के लोग इसे गंगा मैया व मां गंगा कहकर संबोधित करते हैं। देश का बहुसंख्य हिंदू समाज देश के अनेक प्रमुख स्थानों पर गंगा जी की आरती करता […] Read more » ‘नमामि गंगे’ योजना Featured अधर में ‘नमामि गंगे’ योजना ? अधर में लटकेगी ‘नमामि गंगे’ योजना ?
राजनीति बिहार मे मोदी और नीतीश की प्रतिष्ठा पर दांव October 11, 2015 by शाहिद नकवी | Leave a Comment लोकसभा चुनावों के बाद भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रथ पर सवार हो कर चार राज्यों मे अपनी कामयाबी का परचम तो फहराया ,लेकिन दिल्ली की जनता ने इस रथ को रोक दिया ।इस लिये दिल्ली मे मिली अप्रत्याशित हार के बाद अब बिहार मे भाजपा और मोदी की अग्नि परीक्षा है ।अलग तरह […] Read more » Featured नीतीश की प्रतिष्ठा पर दांव बिहार मे मोदी मोदी और नीतीश की प्रतिष्ठा
जन-जागरण टॉप स्टोरी गोमांस की बढ़ती बिक्री से पशुधन का संकट October 10, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव उत्तर प्रदेश के दादरी में गोमांस खाने की अफवाह के चलते एक समुदाय विशेष के व्यक्ति की हत्या और लालू प्रसाद द्वारा हिंदूओं के भी गोमांस खाने की बयानबाजी को लेकर एक बार फिर गोमांस विवाद गहरा गया है। इसके पहले सोलहवीं लोकसभा चुनाव में गुलाबी क्रांति मसलन गाय-भैंस के मांस के व्यापार […] Read more » Featured गोमांस की बढ़ती बिक्री पशुधन का संकट
विविधा विश्ववार्ता सभी धर्म – मजहबों के प्रमुख कर्ता -धर्ता, पोप फ्रान्सिस से भी कुछ सीखें ! October 10, 2015 by श्रीराम तिवारी | Leave a Comment वैसे मुझे किसी भी धर्म-मजहब से कोई लगाव या दुराव नहीं है। बल्कि मुझे तो सभी धर्मगुरु ,खलीफा और मठाधीश एक जैसे लुच्चे-लफंगे नजर आते हैं। किन्तु विगत दिनों जब कैथोलिक धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने दुनिया के शोषित-पीड़ित मजदूरों -किसानों की दुर्दशा पर फिक्रमंदी जताई तो मेरे अंतर्मन में उनके प्रति असीम श्रद्धा का संचार […] Read more » Featured पोप फ्रान्सिस पोप फ्रान्सिस से भी कुछ सीखें ! सभी धर्म - मजहबों के प्रमुख कर्ता -धर्ता
राजनीति आभासी सांप्रदायिकता के खतरे October 10, 2015 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment संजय द्विवेदी जिस तरह का माहौल अचानक बना है, वह बताता है कि भारत अचानक अल्पसंख्यकों (खासकर मुसलमान) के लिए एक खतरनाक देश बन गया है और इसके चलते उनका यहां रहना मुश्किल है। उप्र सरकार के एक मंत्री यूएनओ जाने की बात कर रहे हैं तो कई साहित्यकार अपने साहित्य अकादमी सम्मान लौटाने पर […] Read more » Featured आभासी सांप्रदायिकता आभासी सांप्रदायिकता के खतरे
कहानी कहानी – प्रेम गली अति सांकरी…. October 10, 2015 by विजय कुमार | Leave a Comment विश्व साहित्य में प्रेमकथाओं का सदा से ही महत्वपूर्ण स्थान रहा है। इनमें भी वे कथाएं अधिक लोकप्रिय हुई हैं, जिनका अंत सुखद नहीं रहा। ऐसा क्यों है, कहना कठिन है। शायद विरह और दुख के अंगारों पर धीमे-धीमे सुलगता हुआ प्रेम ही अन्य प्रेमीजनों के दिल को शांति देता है। हीर-रांझा, लैला-मजनू, शीरी-फरहाद आदि […] Read more » Featured कहानी - प्रेम गली अति सांकरी....
जन-जागरण समाज दादरी जैसी घटनाऐं : आत्म मंथन की जरूरत October 10, 2015 by शाहिद नकवी | Leave a Comment दादरी के बिसड़ा गांव में जो हुआ उसने दुनिया को फिर याद दिलाया कि हमारे प्रधानमंत्री चाहे नये भारत की कितनी भी बातें करें , युवा भारत के र्निमाण का सपना दिखायों लेकिन आज भी भारत की आधुनिकता सिर्फ एक कमजोर कड़ी की तरह है , जिसके पीछे छिपा है वही पुराना धार्मिक कट्टरपंथ और […] Read more » Featured आत्म मंथन की जरूरत दादरी जैसी घटनाऐं