कविता आजादी का तिरसठवाँ साल August 16, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on आजादी का तिरसठवाँ साल -नागेन्द्र पाठक वर्षों बीते आजादी के क्या कीमत ईमान की बच्चा बच्चा देख रहा है करतब कुछ इंसान की वंदेमातरम वंदेमातरम वंदेमातरम वंदेमातरम लूट मची है सभी क्षेत्र में सरकारें सहभागी हैं आज देश के हर कोने में इतने सारे बागी हैं कर का दर इतना ऊपर की इसमें चोरी होती है अधिकारी नेता और […] Read more » Independence Day स्वतंत्रता दिवस
राजनीति बंद कीजिए ये बेशर्म नौटंकी August 15, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on बंद कीजिए ये बेशर्म नौटंकी -हरे राम मिश्र पिछले कई सालों की तरह इस साल भी हम अपना स्वतंत्रता दिवस पूरे ताम झाम के साथ मना रहे है। जाहिर सी बात है, भब्य कार्यक्रम होंगे नयी घोषणाएं होंगी और देश वासियों के सामने तमाम वायदे होंगें, उपलब्धियों की वाहवाही होगी और आतंकवादियों, चरमपंथियों को एक कडी चेतावनी दी जाएगी। फिर […] Read more » Independence Day स्वतंत्रता दिवस
विविधा लो फिर आ गया स्वाधीनता दिवस! August 15, 2010 / December 22, 2011 by लिमटी खरे | 1 Comment on लो फिर आ गया स्वाधीनता दिवस! -लिमटी खरे 14 और 15 अगस्त की दर्मयानी रात को 1947 में गोरे ब्रितानियों ने भारत को अपनी गुलामी की जंजीरों से आजादी दी थी। आजाद भारत को संवारने, दिशा देने में उस वक्त के शासकों ने बहुत सारे सपने देखे थे। इन सपनों को साकार करने का माद्दा भी था तत्कालीन शासकांे में। देश […] Read more » Independence Day स्वतंत्रता दिवस
कविता जनता के नाम August 15, 2010 / December 22, 2011 by पीयूष पंत | 4 Comments on जनता के नाम -पीयूष पंत मना लो तुम आज़ादी, फ़हरा लो तिरंगा कौन जाने कल, अब क्या होगा, जिस तरह हमारी अभिव्यक्ति पर पहरा लगाया जा रहा है, देश की गरिमा और अस्मिता को विश्व बैंक के हाथों नीलाम किया जा रहा है, ‘विकास’ के नाम पर ग़रीबों, मज़दूरों और किसानों का आशियाना उजाड़ा जा रहा है, और […] Read more » Independence Day स्वतंत्रता दिवस
कविता विविधा क्या जिंदगी है और भूख है सहारा…..सारे जहां से अच्छा August 15, 2010 / December 22, 2011 by केशव आचार्य | 4 Comments on क्या जिंदगी है और भूख है सहारा…..सारे जहां से अच्छा -केशव आचार्य क्या जिंदगी है और भूख है सहारा सारे जहां से अच्छा हिंदोस्ता हमारा सौ करोड़ बुलबुले जाने शाने गुलिस्तां थी उन बुलबुलों के कारण उजडा चमन हमारा सारे जहां से अच्छा हिंदोस्ता हमारा पर्वत ऊंचा ही सही, लेकिन पराया हो चुका है न संतरी ही रहा वह,ना पासवां हमारा गोदी पे खेलती हैं […] Read more » Independence Day स्वतंत्रता दिवस
विविधा कहां है आज़ादी का पहला प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज August 15, 2010 / December 22, 2011 by सरफराज़ ख़ान | 2 Comments on कहां है आज़ादी का पहला प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज -सरफ़राज़ ख़ान देश को स्वतंत्र हुए छह देशक से भी ज्यादा का समय हो गया है। हर साल 15 अगस्त को प्रधानमंत्री द्वारा लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फ़हराया जाता है। मगर क्या कभी किसी ने यह सोचा है कि 15 अगस्त, 1947 की रात को जब देश आजाद हुआ था, उस वक्त भारत […] Read more » Independence Day स्वतंत्रता दिवस
विविधा दो लड्डू और पंद्रह अगस्त August 15, 2010 / December 22, 2011 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | Leave a Comment -लोकेन्द्र सिंह राजपूत कई साल बीत गए बोलते हुए गांधी जी की जय। वह वर्षों से देखता आ रहा है, स्कूल, तहसील और पंचायत की फूटी कोठरी पर तिरंगे का फहराया जाना। इतना ही नहीं मिठाई के लालच में हर साल शामिल होता है वह २६ जनवरी और १५ अगस्त के कार्यक्रम में, लेकिन अब […] Read more » Independence Day स्वतंत्रता दिवस
कविता कविता: जंगल का ‘गणतन्त्र’ January 27, 2010 / December 25, 2011 by राकेश उपाध्याय | 4 Comments on कविता: जंगल का ‘गणतन्त्र’ लेखक एवं पत्रकार राकेश उपाध्याय स्फुट कविताएं भी लिखते रहते हैं। उनकी कविताएं पूर्व में प्रवक्ता वेब पर प्रकाशित हो चुकी हैं। प्रवक्ता के लिए उन्होंने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर एक खास व्यंग्यात्मक कविता रची है। इसे हम अपने पाठकों के अवलोकनार्थ प्रस्तुत कर रहे हैं। आशा है कि पाठक गण उनकी रचनाधर्मिता […] Read more » Independence Day कविता गणतंत्र दिवस
विविधा हम और हमारा गणतंत्र January 25, 2010 / December 25, 2011 by केशव आचार्य | Leave a Comment मरते मिटते रहते कई दंगों में, मरना हो तो वतन पे मरो वतन की मौत बड़ी रंगीन होती है… पैरों से ना रौंदों माथे से लगा लो देश की मिट्टी तो सिंदूर होती है… हम गणतंत्र दिवस की 61 वी वर्षगांठ मना रहे हैं…यूं तो हमें आजादी 15 अगस्त को ही मिल गई थी लेकिन […] Read more » Independence Day गणतंत्र दिवस
विविधा ‘गण’ सुस्त और ‘तंत्र’ अनियंत्रित हो जाये तो कैसे सफल होगा ‘गणतंत्र’ January 25, 2010 / December 25, 2011 by आशुतोष वर्मा | Leave a Comment पूरा देश इकसठवां गणतंत्र दिवस उल्लास के साथ मना रहा हैं। 26 जनवरी, 1950 को हमने अपने देश का संविधान लागू किया था। जनता के द्वारा, जनता के लिये, जनता के शासन की व्यवस्था इस संविधान में की गयी थीं। समस्त कार्यों के सुचारु रूप से संचालन के लिये कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका के साथ-साथ […] Read more » Independence Day गणतंत्र दिवस
विविधा गणतंत्र दिवस और राष्ट्रीय उत्सव का मिथक January 23, 2010 / December 25, 2011 by रवि शंकर | 2 Comments on गणतंत्र दिवस और राष्ट्रीय उत्सव का मिथक गणतंत्र दिवस आ रहा है। पूरे देश में इसे मनाने की कोशिश शुरू हो जाएगी। गणतंत्र दिवस को हमारी सरकार और उसके अनुयायी राष्ट्रीय उत्सव कहते हैं। देश के सारे विद्यालयों और सरकारी संस्थानों में इस राष्ट्रीय उत्सव को मनाने की बाध्यता है। सवाल यह है कि उत्सव क्या बाध्यता से मनाए जाते हैं? एक […] Read more » Independence Day गणतंत्र दिवस