ज्योतिष व्यवसाय के योग January 23, 2012 / January 23, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on व्यवसाय के योग इंजीनियरिंग शिक्षा के कुछ योग – 1 जन्म, नवांश या चन्द्रलग्न से मंगल चतुर्थ स्थान में हो या चतुर्थेश मंगल की राशि में सिथत हो। 2 मंगल की चतुर्थ भाव या चतुर्थेश पर दृषिट हो अथवा चतुर्थेश के साथ युति हो। 3 मंगल और बुध का पारस्परिक परिवर्तन योग हो अर्थात मंगल बुध की राशि […] Read more » Profession व्यवसाय के योग
विविधा व्यवसाय बन चुकी शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद December 9, 2010 / December 19, 2011 by लिमटी खरे | 3 Comments on व्यवसाय बन चुकी शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद -लिमटी खरे पालकों और विद्यार्थियों को आकर्षित करने की गरज से निजी शालाओं के संचालकों की यही तमन्ना होती है कि वे किसी भी तरह से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की संबद्धता (एफीलेशन) प्राप्त कर लें। ‘साम, दाम, दण्ड और भेद‘ की नीति अपनाकर निजी शालाओं के संचालक अपनी जुगत में कामयाब भी हो जाते […] Read more » Profession केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
आर्थिकी उत्सर्जन व्यापार October 17, 2010 / December 21, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -कल्पना पालखीवाला उत्सर्जन व्यापार, यानी उत्सर्जन की अंतिम सीमा निर्धारित करना और व्यापार प्रदूषण को नियंत्रित करने का बाजार आधारित दृष्टिकोण है जिसके तहत उत्सर्जन में कटौती करने वालों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। कोई केंद्रीय प्राधिकरण या नियामक वह सीमा/हद तय करता है जितनी मात्रा तक कोई प्रदूषक उर्त्सजन कर सकता है, […] Read more » Profession उत्सर्जन व्यापार
आर्थिकी रोज़गार सृजित करता भारत का चमड़ा उद्योग May 7, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -समीर पुष्प आर्थिक दृष्टि से चमड़ा उद्योग का भारतीय अर्थव्यवस्था में विशिष्ट स्थान है। रोजगार, वृद्धि एवं निर्यात की चमड़ा उद्योग की व्यापक क्षमता इसे भारत में बहुत से लोगों के लिए जीविका का स्रोत बनाती है। यह खासकर समाज के कमजोर तबके को रोजगार मुहैया करवा कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाता है। […] Read more » Profession चमड़ा उद्योग रोज़गार
राजनीति मामूली चीज़ों को देवता बनाना April 13, 2010 / December 24, 2011 by पंकज झा | 3 Comments on मामूली चीज़ों को देवता बनाना गंदा है पर धंधा है ये…! एक राजा के इकलौते बेटे की शादी किसी मध्यवर्गीय परिवार की गुण-संपन्न बेटी के साथ तय हुई. वहाँ एक रिवाज है कि लड़के वाले के यहाँ से शगुन के रूप में सामर्थ्य भर चीज़ें भेजी जाती है. अब जब राजकुमार की ही शादी थी तो ज़ाहिर है कोई भी […] Read more » Profession गंदा है पर धंधा है ये पंकज झा