व्यंग्य साहित्य मतदाता की आवाज May 20, 2019 / May 20, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आर के रस्तोगी मै भारत का मतदाता हूँ,हर बार ही धोखा खाता हूँ | जब जब चुनाव आते है,उस समय ही पूजा जाता हूँ || नेताओ का कोई धर्म नहीं,ये झूठे वादे ही करते रहते है | पांच साल चुनाव के बाद ,अपनी शक्ल दिखाने आते है || अखंड भारत की जो बाते करते,ये ही […] Read more » voters voters voice voting चुनाव
कविता मतदान व मतदाता April 12, 2019 / April 12, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment मत का दान जो करे,वह मतदाता कहलाय | मत का दान जो ले,वह सीधा नेता बन जाय || मन भेद न कीजिये,भले ही मत भेद हो जाय | सही सच्चा रास्ता,कभी भी दुःख न हो पाय || मतदान से पहले नेता,मतदाता के चक्कर लगाय | मतदान के बाद , मददाता नेता के चक्कर लगाय || […] Read more » Vote voters मतदाता मतदान मतदान व मतदाता
राजनीति लोकतंत्र सिर्फ बड़ो का “खेल” नहीं है February 5, 2019 / February 5, 2019 by जावेद अनीस | Leave a Comment जावेद अनीस लोकतंत्र का मतलब केवल चुनाव, सरकार के गठन या शासन से नहीं है. लोकतंत्र की परिभाषा इससे व्यापक है जिसमें राज्य, समाज और परिवार सहित हर प्रकार के समूह पर सामूहिक निर्णय का सिद्धांत लागू होता है. केवल राज्य के स्तर पर लोकतंत्र के लागू होने से हम लोकतान्त्रिक नहीं हो जायेंगें इसे […] Read more » voters young voters लोकतंत्र
चुनाव मतदाता किस कटोरे का विषपान करे? February 8, 2012 / February 8, 2012 by अब्दुल रशीद | 1 Comment on मतदाता किस कटोरे का विषपान करे? अब्दुल रशीद लोकतंत्र में मतदान करना हर नागरिक का उत्तरदायित्व होता है और अधिकार भी। यही लोकतंत्र की विशेषता है कि एक आम आदमी अपने मत से अपने लिए सरकार के नुमाइन्दे चुन सकता है। जनता के द्वारा जनता की सरकार के लिए मतदान के जरिए अपना प्रतिनिधि चुनना अपने आप में महत्वपुर्ण है और […] Read more » Democracy voters मतदाता विषपान
व्यंग्य बकरे की माँ कब तक खैर मनाएगी? January 30, 2012 / January 30, 2012 by एल. आर गान्धी | 1 Comment on बकरे की माँ कब तक खैर मनाएगी? एल. आर गाँधी भारत में प्रत्येक ‘बकरे’ को पांच साल बाद ‘अपना कसाई ‘ बदलने का अधिकार है. पांच राज्यों के बकरे अपने ‘कसाईयों ‘ की कारगुजारी को तौल रहे हैं … कौन झटक देगा या हलाल करेगा ? सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के ‘ बकरों’ को बहिन जी से गिला है की पिछले […] Read more » Common People Mulayam Singh Political parties sp voters बकरे की माँ कब तक खैर मनाएगी
राजनीति ललक ‘बहरूपिया’ वोटर को रिझाने की March 11, 2011 / December 15, 2011 by संजय सक्सेना | 2 Comments on ललक ‘बहरूपिया’ वोटर को रिझाने की बहुमत पाने के लिए आजकल बिसातें बिछाने का पूर्वाभ्यास चल रहा है। उत्तर प्रदेश का राजनीतिक प्रांगण किसी विश्वकप से कम नहीं आंका जाना चाहिए । यह वह जमीं है जहां से कई नेताओं को तो प्रधानमंत्री तक का तमगा मिल चुका है। चाहे वह वैकल्पिक हो या सच्चा कद्दावर नेता। जनता सबकी नब्ज टटोलती […] Read more » voters वोटर
राजनीति वोटरों को भी सुरक्षा और बीमा कवर दीजिए October 15, 2010 / December 21, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on वोटरों को भी सुरक्षा और बीमा कवर दीजिए -हरेराम मिश्र बिहार में इन दिनों चुनावी सरगर्मियां बड़ी तेज हो गयी हैं। इस राज्य में इन दिनों विधान सभा के आम चुनाव हो रहे हैं। और इस चुनाव को निष्पक्षतापूर्वक निपटाने के लिए निर्वाचन आयोग ने भले ही कमर कस ली हो, लेकिन बिहार में आज भी यह दावे से कोई नहीं कह सकता […] Read more » voters बीमा वोटर