व्यंग्य आतंकवाद से युद्ध May 4, 2011 / December 13, 2011 by विजय कुमार | 1 Comment on आतंकवाद से युद्ध विजय कुमार सरकार लगातार हो रही आतंकी घटनाओं से बहुत दुखी थी। रेल हो या बस, मंदिर हो या मस्जिद, विद्यालय हो या बाजार, दिन हो या रात, आतंकवादी जब चाहें, जहां चाहें, विस्फोट कर उसकी नाक में दम कर रहे थे। विधानसभा चुनाव का खतरा सिर पर था। सरकार को लगा कि यदि इस […] Read more » terrorism आतंकवाद
विधि-कानून हत्यारे को मिली सजा…लेकिन उठे कई सवाल February 25, 2011 / December 15, 2011 by श्वेता सिंह | Leave a Comment श्वेता सिंह 26 नवंबर 2008 दहशतगर्ती की काली रात.. जिसने 166 लोगों को मौत की नींद सुला दी…इस काली रात के गुनहगार को निचली अदालत ने 9 महीने पहले फांसी की सजा सुनाई थी…जिसे मुंबई हाईकोर्ट ने बरकरार रखा है…लेकिन अब भी इस दरिंदे कसाब के पास सुप्रीम कोर्ट जाने का रास्ता बचा है…कसाब सुप्रीम […] Read more » terrorism आतंकवाद
राजनीति आतंकियों के स्लीपिंग सेल का पनाहगाह बना मध्य प्रदेश January 26, 2011 / December 16, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment विनोद उपाध्याय क्या मध्यप्रदेश, आतंकियों के स्लीपिंग सेल पनाहगाह बनता जा रहा है? भोपाल में पकड़े गए दो कश्मीरी आतंकियों व सिमी समेत अन्य आतंकी संगठनों की गतिविधियों को तो देखकर तो ऐसा ही लगता हैं। संगठनों से जुड़े लोग भले ही मध्य प्रदेश में वारदात को अंजाम न देते हों, लेकिन वे आराम करने […] Read more » Madhya pradesh आतंकवाद मध्यप्रदेश
विविधा आतंक की निरंतरता January 11, 2011 / December 16, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on आतंक की निरंतरता संदीप कुमार श्रीवास्तव 7 दिसम्बर को भारत के प्रमुख पर्यटक स्थल वाराणसी में बम विस्फोट होता है। जिसमें दो निर्दोष लोगों की जान जाती है। एक दिन बाद गाजियाबाद के किसी साईबर कैफे से आंतकियों की धमकी आती है कि अगर भारत ने अमेरिका का सहयोग करना बन्द न किया तो काफिरों के खिलाफ ऐसे […] Read more » terrorism आतंकवाद
विविधा गाँधीगिरी बनाम आतंकवाद January 4, 2011 / December 18, 2011 by एल. आर गान्धी | 1 Comment on गाँधीगिरी बनाम आतंकवाद एल.आर. गाँधी निरंतर पिटने और कौक्रोच पालने को हमने अपना राष्ट्रीय व्यसन बना लिया है। कोई एक गाल पर मारे तो अपना दूसरा गाल उसके आगे कर दो! राष्ट्रपिता? की नीति थी, जिसे हमने अपनी नियति मान लिया और उन्हीं की नीतियों पर चलते हुए ‘आस्तीन में सांप पालने’ का व्यसन हमारे सेकुलर शैतानों की […] Read more » terrorism आतंकवाद
विविधा इस दहशत के पीछे आखिर क्या है इनका मकसद-अवनीश सिंह December 16, 2010 / December 18, 2011 by अवनीश राजपूत | Leave a Comment समय 6 बजकर 35 मिनट स्थान – काशी का शीतला घाट दिन – 7 दिसम्बर 2010 मंगलवार शाम शीतला घाट पर रोज कि तरह आज भी गंगा आरती देखने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों का तांता लगा है; तभी अचानक अचानक तेज धमाकों कि आवाज होती है और उसके बाद चारों तरफ चीख पुकार। भगदड़ में साल […] Read more » terrorism आतंकवाद वाराणसी में विस्फोट
विविधा शहादत पर सियासत से कैसे रुकेगा आतंकवाद? December 13, 2010 / December 18, 2011 by नीरज कुमार दुबे | 1 Comment on शहादत पर सियासत से कैसे रुकेगा आतंकवाद? नीरज कुमार दुबे अपने बड़बोले बयानों से पहले भी विवाद खड़ा करते रहे कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का यह कहना कि हेमंत करकरे ने मुंबई हमले से कुछ घंटे पहले मुझे फोन कर कहा था कि उन्हें हिंदू आतंकवादियों से खतरा है, सोची समझी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा लगता है। उनका यह बयान ऐसे समय […] Read more » politics आतंकवाद दिग्विजय सिंह हेमंत करकरे
विविधा वाराणसी में यज़ीदियत ने फिर किया इंसानियत का खून December 13, 2010 / December 18, 2011 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफ़री विश्व प्रसिद्ध शहनाई वादक भारत रत्न बिसमिल्लाह खां का शहर वाराणसी गत् 7 दिसंबर की सायंकाल एक बार फिर दहल उठा। वाराणसी के प्राचीन एवं ऐतिहासिक शीतलाघाट पर की जा रही गंगा जी की आरती जैसे अति पावन अवसर पर आतंकियों ने शीतलाघाट की सीढ़ियों पर तीव्र शाक्ति वाला बम विस्फोट कर जहां […] Read more » Varanasi आतंकवाद वाराणसी में विस्फोट
राजनीति आतंकवाद तो पहले ही काला है, इसे किसी और रंग में न रंगें August 30, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 6 Comments on आतंकवाद तो पहले ही काला है, इसे किसी और रंग में न रंगें -नीरज कुमार दूबे केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम ने आतंकवाद को ‘भगवा’ रंग से जोड़कर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। जब जरूरत आतंकवाद से निपटने के उपायों को पुख्ता बनाने की और इसके विरोध में एक साथ खड़े होने की है तो गृहमंत्री शायद इसमें व्यस्त रहे कि पहले आतंकवाद का ‘प्रतीक रंग’ तय […] Read more » terrorism आतंकवाद भगवा आतंकवाद
राजनीति एक न भूलने वाली घटना August 27, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on एक न भूलने वाली घटना -लालकृष्ण आडवाणी मुंबई, जेहादी आतकवादियों का पसंदीदा निशाना रहा है। आखिरकार यह देश की राजधानी जो है। दो वर्ष पूर्व से उन्होंने अपना ध्यान बंगलौर की तरफ किया है जो भारत का तेजी से विकसित हो रहा आई.टी.-सूचना प्रोद्योगिकी- का केन्द्र है। जुलाई, 2008 में इस शहर में श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोट हुए थे। मुझे स्मरण […] Read more » terrorism आतंकवाद मदनी
विविधा आतंक की टीआरपी और लाइव टीवी का स्रोत August 7, 2010 / December 22, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 3 Comments on आतंक की टीआरपी और लाइव टीवी का स्रोत -जगदीश्वर चतुर्वेदी टेलीविजन में आतंक की खबरों का सबसे ज्यादा उपभोग अमीरों में नहीं होता। अभिजन में नहीं होता। टीवी कवरेज के बारे में यह मिथ है कि टीआरपी बढ़ाने के लिहाज से लाइव कवरेज का इस्तेमाल किया गया। यह संभव है टीआरपी बढ़े और यह भी संभव है टीआरपी घटे। किंतु यह निर्णय तुरंत […] Read more » TRP आतंकवाद टीआरपी
प्रवक्ता न्यूज़ टीवी में आतंकी इमेजों का स्वाँग August 6, 2010 / December 22, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 1 Comment on टीवी में आतंकी इमेजों का स्वाँग -जगदीश्वर चतुर्वेदी मुंबई शांत और सामान्य है। भारत-पाक संबंध गरम और नरम हैं। 26 नबम्वर 2008 की घटना को लोग भूलने लगे हैं। शहर अपनी धुन में लौट आया है। शहर शांत है किंतु देश की राजनीति अशांत है। आतंक की खूबी है वह सत्ता को अशांत रखता है। सत्ता के सामने दो ही रास्ते […] Read more » terrorism आतंकवाद मीडिया