धर्म-अध्यात्म हमारा उपास्य ईश्वर कैसा है? January 29, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य उपासना क्या है? उपासना किसी के पास बैठने को कहते हैं। सर्वोत्तम उपासना सृष्टिकर्त्ता ईश्वर के पास बैठना है। ईश्वर के पास किस प्रकार बैठ सकते हैं, इसके लिए हमें यह करना है कि शुद्ध व पवित्र होकर ईश्वर के गुण, कर्म व स्वभाव का ध्यान करना है और ऐसा करते हुए […] Read more » ईश्वर उपास्य ईश्वर कैसा है
धर्म-अध्यात्म ईश्वर ने हमें मनुष्य क्यों बनाया? January 22, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य हम मनुष्य हैं इसलिये कि हमारे पास मनन करने के लिए बुद्धि है। बुद्धि से हम अध्ययन कर सकते हैं और सत्य व असत्य का निर्णय करने में सक्षम हो सकते हैं। मनुष्य अपनी बुद्धि की उन्नति किस प्रकार करते हैं, यह प्रायः हम सभी जानते हैं। मनुष्य का जीवन माता के […] Read more » Featured God humans Why did God make us humans ईश्वर ईश्वर ने मनुष्य क्यों बनाया मनुष्य
धर्म-अध्यात्म सभी प्रकार की विपत्तियों में ईश्वर हमारा रक्षक है January 20, 2018 / January 20, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य ईश्वर सच्चिदानन्दस्वरूप, सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ, सर्वव्यापक, सर्वरक्षक, दयालु और न्यायकारी है। जो मनुष्य विद्वान होता है वह अज्ञान व अविद्या को पसन्द नहीं करता। उसके सम्पर्क में जो भी अशिक्षित वा अज्ञानी व्यक्ति आता है, वह उसका अज्ञान दूर करने का प्रयास करता है। सृष्टि के आरम्भ काल से ही यह परम्परा रही […] Read more » adversities God is our protector ईश्वर ईश्वर हमारा रक्षक सभी प्रकार की विपत्ति
धर्म-अध्यात्म इस सृष्टि को उत्पन्न कर इसका पालन तथा प्रलय करने वाला ईश्वर है January 13, 2018 / January 13, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य आजकल अग्रेजी शिक्षा पद्धति से पढ़े लिखे लोग प्रायः ईश्वर के अस्तित्व को स्वीकार नहीं करते। एक दिलन हम अपने एक वैज्ञानिक मित्र से बातचीत कर रहे थे तो पता चला कि वह न ईश्वर को मानते हैं और न ही पुनर्जन्म के सिद्धान्त को और न ही ईश्वर की कर्मफल […] Read more » creation of God God god is creator of this world ईश्वर
चिंतन धर्म-अध्यात्म मेरा ईश्वर सबसे महान है December 30, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य इससे पूर्व कि हम ईश्वर की महानता की चर्चा करें, हम यह जान लें कि ईश्वर है क्या? ईश्वर वह है जो इस संसार की रचना करता है, इसका पालन करता है और अवधि पूरी होने पर इसकी प्रलय करता है। यह कार्य स्वतः नहीं हो सकता। जड़ पदार्थों में स्वमेव किसी […] Read more » ईश्वर ईश्वर महान
धर्म-अध्यात्म ईश्वर में निहित चार वेदों का ज्ञान सृष्टि के आरम्भ में लोक कल्यार्थ ईश्वर से ऋषियों को मिला है December 15, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य वेद ज्ञान को कहते हैं। वेद इस सृष्टि के आदि काल में प्राप्त ज्ञान हैं। यह संहिता रूप में है जो आज भी उपलब्ध हैं। अनुमान है कि चार वेद प्रायः सभी सक्रिय आर्य समाज के सदस्यों के यहां उपलब्ध हैं। प्रश्न है कि वेदों के ज्ञान को किसने कब व कैसे […] Read more » ईश्वर चार वेदों का ज्ञान
धर्म-अध्यात्म ईश्वर और वेद का मनुष्य जीवन में महत्व December 10, 2017 / December 11, 2017 by मनमोहन आर्य | 2 Comments on ईश्वर और वेद का मनुष्य जीवन में महत्व -मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य को मनुष्य जीवन ईश्वर से मिला वरदान है। ईश्वर और जीवात्मायें संसार में अनादि काल से विद्यमान हैं। इसी कारण से ईश्वर ने अनादि कारण जड़ पदार्थ मूल प्रकृति से इस सृष्टि को जीवात्माओं के सुख के लिए रचा है। मनुष्य व अन्य प्राणियों को जो दुःख प्राप्त होते हैं वह […] Read more » importance of god in human life importance of vedas in human life ईश्वर ईश्वर और वेद का मनुष्य जीवन में महत्व ईश्वर का मनुष्य जीवन में महत्व मनुष्य जीवन में महत्व वेद
धर्म-अध्यात्म मत-मतान्तरों द्वारा ईश्वर को न मानना व अन्यथा मानने का कारण अविद्या है December 5, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य देश व संसार में दो प्रकार के मत हैं। कुछ व अधिकांश मत संसार में ईश्वर का होना मानते हैं। यह बात अलग है कि सभी आस्तिक मतों में ईश्वर के स्वरूप व गुण, कर्म व स्वभाव को लेकर एक मत नहीं है व उनके विचारों में मान्यताओं में अनेक भेद हैं। […] Read more » ईश्वर
धर्म-अध्यात्म मत-मतान्तरों द्वारा ईश्वर को न मानना व अन्यथा मानने का कारण अविद्या है December 2, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य देश व संसार में दो प्रकार के मत हैं। कुछ व अधिकांश मत संसार में ईश्वर का होना मानते हैं। यह बात अलग है कि सभी आस्तिक मतों में ईश्वर के स्वरूप व गुण, कर्म व स्वभाव को लेकर एक मत नहीं है व उनके विचारों में मान्यताओं में अनेक भेद हैं। […] Read more » अविद्या ईश्वर
धर्म-अध्यात्म सभी मनुष्य ईश्वर, ऋषियों, वेदमाता, माता-पिता, आचार्यों, प्रकृति, गोमाता, स्वदेश के ऋणी हैं November 8, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment नमोहन कुमार आर्य सभी मनुष्य संसार के रचयिता ईश्वर व अपने माता-पिता के सबसे अधिक ऋणी हैं। इसके साथ ही वह भूमि माता, गोमाता, ऋषि व आचार्यों आदि के भी ऋणी हैं। जो मनुष्य अपने ऋणों को भली प्रकार जानता है वह धन्य होता है। जो अपने ऋणों को जानने के साथ उनसे उऋण […] Read more » ईश्वर
धर्म-अध्यात्म ईश्वर और हमारे सद्कर्म हमारे सबसे बड़े मित्र व रक्षक हैं October 16, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य की सबसे बड़ी आवश्यकता उसके जीवन की रक्षा की है। यह रक्षा हमारा एक ऐसा मित्र कर सकता है जो कभी विघ्नों व बाधाओं से स्वयं दूर है और जो कभी असुरक्षित नहीं होता। जो स्वयं सुरक्षित नहीं है, दूसरों से रक्षा व सहायता की अपेक्षा करते हैं, वह हमारी पूर्ण […] Read more » ईश्वर
धर्म-अध्यात्म वेद, ईश्वर और धर्म का परस्पर सम्बन्ध October 15, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य संसार के सभी मनुष्यों के जीवन में वेद, ईश्वर एवं धर्म का गहरा सम्बन्ध है। यदि कोई मनुष्य इनकी उपेक्षा करता है तो वह अपना कुछ यह जन्म और पूरा परजन्म विनष्ट करता है। परस्पर विरोधी बातें सत्य नहीं हुआ करतीं। या तो पूर्वजन्म-जन्म-पुनर्जन्म का सिद्धान्त सत्य है या फिर एक जन्म […] Read more » ईश्वर धर्म का परस्पर सम्बन्ध वेद