ईश्वर अनादि, जगत का कर्ता एवं जड़-चेतन जगत का स्वामी है
-मनमोहन कुमार आर्यऋषि दयानन्द जी ने सत्यार्थप्रकाश के सप्तम समुल्लास के आरम्भ में ऋग्वेद के…
-मनमोहन कुमार आर्यऋषि दयानन्द जी ने सत्यार्थप्रकाश के सप्तम समुल्लास के आरम्भ में ऋग्वेद के…
-मनमोहन कुमार आर्यबहुत से मनुष्य ईश्वर को मानते हैं, उसमें श्रद्धा व आस्था भी रखते…
-मनमोहन कुमार आर्यहम अपने जीवन के प्रथम दिन से ही इस सृष्टि को अपनी आंखों…
-मनमोहन कुमार आर्यमनुष्य इस संसार में भौतिक स्थूल पदार्थों, जो आकार वाले हैं, उन्हें ही…
—विनय कुमार विनायकअल्लाह, ईश्वर, रब, खुदा खुद एक हो जा,आ मेरे मौला आ, संग-संग होली…
-मनमोहन कुमार आर्य संसार में तीन मूल सत्तायें हैं जिन्हें हम ईश्वर, जीव तथा…
-मनमोहन कुमार आर्यमनुष्य ईश्वर का बनाया हुआ एक चेतन प्राणी है जिसके पास पांच ज्ञान…
–मनमोहन कुमार आर्य हमारा यह संसार एक सच्चिदानन्दस्वरूप, निराकार, अनादि, नित्य तथा सर्वशक्तिमान सत्ता…
–मनमोहन कुमार आर्य हम मनुष्य हैं। हमें यह मनुष्य जन्म परमात्मा ने दिया है।…
–मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य को पता नहीं कि उसका इस संसार में जन्म क्यों…
–मनमोहन कुमार आर्य हम मनुष्य हैं। मनुष्य मननशील प्राणी को कहते हैं। सृष्टि में…
-मनमोहन कुमार आर्य हम मनुष्य कहलाते हैं। हमारा जन्म हमारे माता-पिता की देन होता…