लेख शख्सियत साहित्य सुमित्रानंदन पंत एक युगांतकारी साहित्यकार December 28, 2020 / December 28, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment सुमित्रानंदन पंत स्मृति दिवस- 28 दिसम्बर 2020 पर विशेष -ः ललित गर्ग:-भारतीय संस्कृति, जीवनमूल्य एवं राष्ट्रीय जीवन को निर्मित करने में साहित्य की सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हिन्दी साहित्य के आरंभ और विकास में कई महान कवियों और रचनाकारों ने अपना योगदान दिया है, जिनमें से एक हैं छायावादी युग के चार स्तंभों में […] Read more » Sumitranandan Pant Sumitranandan Pant is an epochal writer सुमित्रानंदन पंत
व्यंग्य राजनीतिक आंसुओं का रासायनिक विश्लेषण July 17, 2018 / July 17, 2018 by विजय कुमार | 1 Comment on राजनीतिक आंसुओं का रासायनिक विश्लेषण – विजय कुमार, आंसू का साहित्य में बड़ा महत्व है। भाषा कोई भी हो, पर आंसू की खुराक के बिना उसकी गाड़ी आगे नहीं बढ़ती। न जाने कितनी कविता, शेर, गजल, कहानी और उपन्यासों के केन्द्र में आंसू ही हैं। सुमित्रानंदन पंत के शब्दों में – वियोगी होगा पहला कवि, आह से उपजा होगा […] Read more » Featured ऑक्सीजन और थोड़ा कैल्शियम; कुमारस्वामी राजनीतिक आंसुओं का रासायनिक विश्लेषण राष्ट्रगान सुमित्रानंदन पंत हाइड्रोजन
विविधा शख्सियत प्रकृति एवं सौन्दर्य के रमणीय चित्रण में माहिर सुमित्रानंदन पंत December 27, 2015 by प्रतिमा शुक्ला | 1 Comment on प्रकृति एवं सौन्दर्य के रमणीय चित्रण में माहिर सुमित्रानंदन पंत छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में एक, सुमित्रानंदन पंत का साहित्य को योगदान अविस्मरणीय है। आपका जन्म 20 मई 1900 को अल्मोड़ा जिले के कौसानी ग्राम में हुआ। आप स्वीकार करते हैं कि जन्म-भूमि के नैसर्गिक सौन्दर्य नें ही आपके भीतर के कवि को बाहर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। यही कारण है […] Read more » Featured Sumitranandan Pant प्रकृति एवं सौन्दर्य के रमणीय चित्रण में माहिर सुमित्रानंदन पंत