ज्योति मुर्मु के आते ही राष्ट्रपति भवन में बहने लगी है नयी बयार, बदलती दिख रही आबोहवा

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(लिमटी खरे)

देश की राजनैतिक राजधानी दिल्ली की रायसीना हिल्स पर स्थित है राष्ट्रपति भवन। यह भारत गणराज्य के प्रथम नागरिक का सरकारी आवास है। इस भवन में 340 कमरे हैं और यह विश्व के किसी भी राष्ट्राध्यक्ष के सरकारी आवास से बहुत बड़ा है। 1950 तक इस भवन को वायसरॉय हाऊस के नाम से जाना जाता था। इस भवन में वर्तमान राष्ट्रपति ज्योति मुर्मु 25 जुलाई 2022 से निवास कर रही हैं।

राष्ट्रपति भवन के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पिछले दो तीन दशकों में भवन के मिथकों को पूर्व राष्ट्रपति स्व. अब्दुल कलाम के बाद वर्तमान राष्ट्रपति ज्योति मुर्मु के द्वारा तोड़ा गया है। सूत्रों की मानें तो देश के प्रथम नागरिक के जूते के लेस बांधने के लिए भी एक कर्मचारी तैनात रहता है पर अब्दुल कलाम ने कभी उस कर्मचारी की सेवाएं नहीं लीं। इसके अलावा वे रात को देर से खाना खाते थे, पर एक रसोईए को छोड़कर बाकी को आराम करने के आदेश उनके द्वारा दिए गए थे।

सूत्रों ने आगे बताया कि वर्तमान राष्ट्रपति ज्योति मुर्मु के द्वारा फिजूलखर्ची पर सख्ती से पाबंदी लगाई गई है, यहां तक कि दीपावली पर कर्मचारियों को दिए जाने वाले तोहफे और मिठाईयों का खर्च भी उनके द्वारा खुद ही उठाया गया है। राष्ट्रपति में पंद्रहवीं राष्ट्रपति ज्योति मुर्मु की सादगी, शालीनता और व्यवहार कुशलता की चर्चाएं जमकर हो रही हैं।

सूत्रों की मानें तो राष्ट्रपति ज्योति मुर्मु अलह सुबह तीन साढ़े तीन बजे उठ जाती हैं। उसके बाद वे चार बजे लगभग पौन घंटे के लिए सुबह की सैर पर जाती हैं। इतना ही नहीं राष्ट्रपति भवन की रसाई में बिना प्याज लहसुन वाला भोजन पकता है और मांसाहार को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। और तो और भवन की रसोई को हर हाल में रात 10 बजे बंद करने का फरमान भी उनके द्वारा सुनाया गया है।

राष्ट्रपति के एक अधिकारी ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा कि अगर आप सोशल मीडिया के मंच पर जाएंगे और फेसबुक को देखेंगे तो आपको राष्ट्रपति ज्योति मुर्मु सबसे ज्यादा एक्टिव दिखाई देंगी, उनका फेसबुक एकाऊॅट कौन हेण्डल करता है इस बारे में उन्होंने मौन ही साध लिया।

उन्होंने बताया कि रोजाना ही वे बहुत सारे छोटे छोटै नोट्स बनाती हैं, और बाद में उन नोट्स को उनके भाषणों में शामिल करने के लिए भेजा जाता है। कुल मिलाकर ज्योति मुर्मु के राष्ट्रपति भवन पहुंचने के बाद अब राष्ट्रपति भवन की तस्वीर बदलती सी दिख रही है जो वहां के कर्मचारियों के लिए सुखद और सुकून भरे एहसास से कम नहीं माना जा सकता है।

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लिमटी खरे
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