राजनीति अंतिम सांसे गिन रहा है नक्सलवाद। May 26, 2025 / May 26, 2025 by शिवानंद मिश्रा | Leave a Comment शिवानन्द मिश्रा कौन था बसवराजू? कोई छोटा-मोटा नक्सली नहीं, नक्सलियों का हाफिज सईद था बसवराजू। सुरक्षाबलों ने जंगल में घुसकर किया ढेर। शीर्ष माओवादी नेता बसवराजू को सुरक्षाबलों ने किस रणनीति से किया ढेर? अब अंतिम चरण में है नक्सलवाद? 150 जवानों का हत्यारा, 1 करोड़ का इनाम, 70 घंटे का ऑपरेशन, आतंक के पर्याय […] Read more » नक्सलवाद
समाज पत्रकारों के जीवन पर खतरों के साये November 1, 2018 / November 1, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग – मंगलवार को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नीलावाया के जंगलों में माओवादियों ने घात लगाकर सैन्य बलों पर हमला किया और उसमें दो जवानों सहित नई दिल्ली से गयी दूरदर्शन टीम के एक पत्रकार कैमरामैन अच्युतानंद साही की मौत हो गई और एक पत्रकार गंभीर […] Read more » आतंकवाद दैनिक हिंदुस्तान नक्सलवाद पत्रकार गौरी लंकेश पत्रकार जागेंद्र सिंह बिहार युद्ध
राजनीति समाज स्वतंत्रता को सार्थक दिशाएं देनी होगी August 4, 2018 / August 4, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग- स्वतंत्रता के बुनियादी पत्थर पर नव-निर्माण का सुनहला भविष्य लिखा गया था। इस लिखावट का हार्द था कि हमारा भारत एक ऐसा राष्ट्र होगा जहां न शोषक होगा, न कोई शोषित, न मालिक होगा, न कोई मजदूर, न अमीर होगा, न कोई गरीब। सबके लिए शिक्षा, रोजगार, चिकित्सा और उन्नति के समान […] Read more » Featured आतंकवाद क्षेत्रीयवाद तथा धर्म जातिवाद न अमीर होगा न कोई गरीब न कोई मजदूर न कोई शोषित न मालिक होगा नक्सलवाद भारत भाषा राष्ट्र शोषक होगा स्वतंत्रता को सार्थक दिशाएं देनी होगी हिंसा
राजनीति सत्ता प्राप्ति की आपाधापी से उपजी समस्याएं June 7, 2018 by अभिलेख यादव | Leave a Comment ललित गर्ग किसान आन्दोलन, शिलांग में हिंसा, रामजन्म भूमि विवाद, कावेरी जल, नक्सलवाद, कश्मीर मुद्दा आदि ऐसी समस्याएं हैं, जो चुनाव के निकट आते ही मुखर हो जाती है। ये मुद्दे एवं समस्याएं आम भारतीय नागरिक को भ्रम में डालने वाली है एवं इनको गर्माकर राजनीतिक स्वार्थ की रोटियां सेंकने का सोचा-समझा प्रयास किया जा […] Read more » Featured आपाधापी से उपजी समस्याएं कश्मीर कावेरी जल किसान आन्दोलन नक्सलवाद पंजाब मध्यप्रदेश राजस्थान रामजन्म भूमि विवाद शिलांग में हिंसा सत्ता प्राप्ति की हरियाणा
राजनीति यूपीः 2019 की प्रयोगशाला बनेगा कैराना ? May 29, 2018 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल उत्तर प्रदेश राजनीतिक लिहाज से देश का सबसे अहम राज्य है। दिल्ली की सत्ता का रास्ता यूपी से हो कर गुजरता है। यह राज्य राजनीति और उसके नव प्रयोगवाद का केंद्र भी है। देश के सामने चुनावों और सत्ता से इधर और भी समस्याएं हैं, लेकिन वह बहस का मसला नहीं हैं। सिर्फ […] Read more » Featured आतंकवाद गोरखपुर और फूलपुर दलित उत्पीड़ नक्सलवाद प्रयोगशाला बनेगा कैराना ? बेगारी भाजपा यूपीः 2019 की
धर्म-अध्यात्म समाज गणि राजेन्द्र विजय: आदिवासियों के मसीहा संतपुरुष May 17, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग – भारत की भूमि संतों एवं मनीषियों की भूमि रही है। उनका व्यक्तित्व एवं उनकी आध्यात्मिक यात्रा जन-जन के लिये सदा ही आकर्षण, प्रेरणा एवं जिज्ञासा का केन्द्र रही है। इन महापुरुषों ने धर्म के क्षेत्र में अनेक क्रांतिकारी स्वर बुलंद किए। ऐसे ही विलक्षण एवं अलौकिक संतों में एक नाम है गणि […] Read more » Featured आदिवासी समाज आध्यात्मिक कवांट गणि राजेन्द्र विजयजी नक्सलवाद बलद बोडेली माओवाद रंगपुर संस्कारों
राजनीति नक्सलवाद को हराती सरकारी नीतियाँ April 28, 2018 / April 28, 2018 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment डॉ नीलम महेंद्र 24 अप्रैल 2017 को जब “नक्सली हमले में देश के 25 जवानों की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे” यह वाक्य देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था, तो देशवासियों के जहन में सेना द्वारा 2016 में की गई सर्जिकल स्ट्राइक की यादें ताजा हो गई थीं। लेकिन नक्सलियों का कोई […] Read more » Featured आक्रोश आतंकवाद आदिवासियों कश्मीर नक्सलवाद पश्चिम बंगाल महाराष्ट्र मार्क्सवादियों मोदी सरकारी नीतियाँ
राजनीति नक्सलवाद का सिकुड़ता लाल गलियारा March 27, 2018 by दुलीचंद कालीरमन | Leave a Comment दुलीचन्द रमन नक्सलवाद आंतरिक सुरक्षा का नासूर बन गया है। सुरक्षाबल एक लंबे अर्से से इस समस्या से जुझ रहे है। लेकिन फिर भी नक्सलवादी घात लगाकर सुरक्षा बलों को नुकसान पहुँचाने से नहीं चुकते। कभी-कभी इन्हें माओवादी भी कहा जाता है। जिसकी जड़े माक्र्सवाद में है। ये हैरानी की बात है कि जिस माओ […] Read more » Featured JNU the last breadth of naxalism the shrinking corridor of Naxalism कश्मीर की अलगाववादी विचारधारा नक्सलवाद नक्सलवादी विचारधारा लेनिन की मूर्ति
आर्थिकी समाज अर्थ एवं विकास के असन्तुलन से उपजी समस्याएं September 12, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग- पैसे के बढ़ते प्रवाह में दो तरह की स्थितियां देखने को मिल रही है। एक स्थिति में अर्थ के सर्वोच्च शिखरों पर पहुंचे कुछ लोगों ने जनसेवा एवं जन-कल्याण के लिये अपनी तिजोरियां खोल रहे हैं तो दूसरी स्थिति में जरूरत से ज्यादा अर्जित धन का बेहूदा एवं भोंडा प्रदर्शन कर रहे हैं। […] Read more » Featured New India असन्तुलन आतंकवाद आर्थिक अपराध आर्थिक तंगी जन-कल्याण जनसेवा नक्सलवाद नया इंडिया भ्रष्टाचार माओवाद
समाज कम्युनिस्ट और नक्सलवाद May 3, 2017 / May 5, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment उदाहरण के रूप में रूस में साम्यवादी क्रांति (1917) होते ही 1921 में अकाल पड़ा तो उसमें लगभग पौने तीन करोड़ लोग प्रभावित हुए थे उसमें सरकारी प्रबंधन से कुपित होकर 16000 नाविकों ने विद्रोह कर दिया था। जिसे रूस के तत्कालीन तानाशाह राष्ट्रपति लेनिन ने अपने 60000 सैनिकों की तैनाती कर निर्ममता से कुचलवा दिया था और 16000 नाविकों को स्वर्ग लोक पहुंचा दिया था। इसके पश्चात रूस में जब स्टालिन का शासन आया तो वहां दो करोड़ से अधिक लोगों की हत्याएं कर दी गयीं थीं। उनका अपराध केवल यह था कि वे साम्यवादी विचारधारा की क्रूरता के सामने बोलने का साहस कर रहे थे। Read more » Featured कम्युनिस्ट नक्सलवाद
विविधा ‘अपने ही लोगों ‘ के सामने घुटने टेकने को मजबूर है सरकार April 26, 2017 / April 27, 2017 by आलोक कुमार | 1 Comment on ‘अपने ही लोगों ‘ के सामने घुटने टेकने को मजबूर है सरकार केंद्र सरकार को चाहिए कि वो नक्सलवाद के उन्मूलन की दिशा में गंभीरता से सोचे, सिर्फ बैठकें कर लेने और मीडिया के सामने बयानबाजी कर देने से इस समस्या का समाधान नहीं होने वाला है । ठोस कार्रवाई वक्त की मांग है। देश के मंत्रीगण – राजनेता और आला – अधिकारी किसी बड़े नक्सली हमले के बाद शहीदों के शवों पर श्रद्धाञ्जलि के नाम पर फूलों का बोझ ही तो बढ़ाने जाते हैं ? और नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए लम्बी – चौड़ी मगर खोखली बातें करते हैं । लेकिन जब नक्सलवाद के खिलाफ ठोस रणनीति या कार्रवाई करने का समय आता है तो हमारे नेता ” गांधीवादी राग ” अलापने लगते हैं। Read more » #नक्सल_उगाही #नक्सली_हिंसा Featured naxal attack on Sukma छत्तीसगढ़ नक्सलवाद सुकमा
विविधा हर हमले से मजबूत होते हैं हम March 16, 2017 by अनिल द्विवेदी | Leave a Comment फिर भी लफजों की फेर-फार के बगैर यह कहना ठीक होगा कि नक्सलवाद के अलाव की आंच उनके अपने ही दुष्कर्मों से धीमी पड़ रही है तब हमारे हुक्मरानों की एक भी गलती इस ठंडी पड़ती आग में घी का काम कर सकती है। आइपीएस एसआरपी कल्लूरी साहब बस्तर आईजी के तौर पर नक्सलियों के लिए मेन्स किलर साबित हो रहे थे लेकिन कुछ समय के लिए विपक्ष ने घडिय़ाली आंसू और मानवाधिकार के ठेकेदारों ने मिमियाना क्या शुरू किया, नौवातानुकूलित चेम्बरों में बैठे लोगों ने तिकड़मबाजी कर कल्लूरी साहब की घर-वापसी करवा दी। अब ये मानव अधिकार के अलंबरदार कहां हैं? Read more » Featured naxal attack in sukma naxal attack in sukma killing 12 crpf jawans आईईडी ब्लॉस्ट दहशतगर्द नक्सलि नक्सलरोधी-नीति पर सवालिया निशान नक्सलवाद सुकमा