भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी ने बृहस्पतिवार को लोकसभा तथा विधानसभाओं का स्थाई कार्यकाल निर्धारित किए जाने की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मतदान सभी नागरिकों के लिए अनिवार्य बनाया जाए और चुनाव फरवरी के महीने में करवाएं जाएं।आडवाणी ने अहमदाबाद में मतदान के बाद कहा, ‘मेरा सुझाव है कि राजनीतिक दलों तथा निर्वाचन आयोग को इस पर सोचना चाहिए कि क्या हम लोकसभा तथा विधानसभाओं के स्थाई कार्यकाल के लिए संविधान में परिवर्तन कर सकते हैं।’ उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हम ब्रिटिश पद्धति का अनुसरण कर रहे हैं जो हमारे अनुकूल नहीं है और हमें इसमें बदलाव करना चाहिए।’
आडवाणी के सुझाव के अनुसार, यदि कोई सरकार लोकसभा में बहुमत खो देती है तो सदन को भंग नहीं किया जाना चाहिए और नई सरकार को पदभार संभालना चाहिए। उन्होंने कहा कि कई यूरोपीय संसदीय लोकतांत्रिक देश हैं जहां सांसद का स्थायी कार्यकाल होता है।
गर्मियों के महीने में आ रही दिक्कतों की ओर इशारा करते हुए आडवाणी ने कहा, ‘गर्मी के मौसम में मतदान का प्रतिशत गिर जाता है और चुनाव फरवरी में होने चाहिए।’ वह गांधीनगर से दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं। वरिष्ठ भाजपा नेता ने यह भी कहा कि मतदान को अनिवार्य बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मतदान को अनिवार्य बनाने के लिए राजनीतिक दलों तथा निर्वाचन आयोग को विचार विमर्श करना चाहिए।’