वर्त-त्यौहार विविधा सम्यक क्रान्ति का मंथन पर्व : मकर सक्रान्ति January 13, 2018 | 1 Comment on सम्यक क्रान्ति का मंथन पर्व : मकर सक्रान्ति संक्रान्ति यानी सम्यक क्रान्ति – इस नामकरण के नाते तो मकर संक्रान्ति सम्यक का्रंति का दिन है; एक तरह से सकारात्मक बदलाव के लिए संकल्पित होने का दिन। ज्योतिष व नक्षत्र विज्ञान के गणित के मुताबिक कहेें, तो मकर संक्रान्ति ही वह दिन है, जब सूर्य उत्तरायण होना शुरु करता है और एक महीने, मकर […] Read more » Featured Makar Sakranti. Manthan Parva of Samyak Kranti मकर संक्रान्ति मंथन पर्व सम्यक क्रान्ति
विविधा एक मेला, अलबेले परिंदों के नाम January 7, 2018 | Leave a Comment अरुण तिवारी पक्षी बन उड़ती फिरूं मैं मस्त गगन में, आज मैं आज़ाद हूं दुनिया के चमन में….. आसमान में उड़ते परिंदों को देखकर हसरत जयपुरी ने फिल्म चोरी-चोरी के लिए यह गीत लिखा। लता मंगेश्कर की आवाज़, शंकर जयकिशन के संगीत तथा अनंत ठाकुर के निर्देशन ने इस गीत को लोगों के दिल में […] Read more » Featured शेखा झील
लेख साहित्य सांझ सकारे सूर्योदय January 5, 2018 | Leave a Comment बच्चों और बुजुर्गों के साझे और संवाद को प्रेरित करता एक प्रसंग अरुण तिवारी राजनाथ शर्मा, वैसे तो काफी गंभीर आदमी थे। लेकिन जब से पचपन के हुए, उन पर अचानक जैसे बचपन का भूत सवार हो गया। जब देखो, तब बचपन की बातें और यादें। रास्ते चलते बच्चों को अक्सर छेड़ देते। रोता हो, तो हंसा […] Read more » सांझ सकारे सूर्योदय
शख्सियत समाज हिमालय का अनुपम व्याख्यान December 26, 2017 | Leave a Comment प्रस्तुति: अरुण तिवारी श्री अनुपम मिश्र जी कागज़ से लेकर ज़मीन तक पानी की अनुपम इबारतें लिखने वाली शख्सियत थे। उनकी देह के पंचतत्वों में विलीन जाने की तिथि होने के कारण 19 दिसम्बर हम सभी पानी कार्यकर्ताओं तथा लेखकों के लिए खास स्मरण की तिथि है। किंतु अनुपम संबंध में 22 दिसम्बर का […] Read more » अनुपम मिश्र जी
विविधा ब्रह्मपुत्र मसले पर संजीदगी ज़रूरी December 12, 2017 / December 12, 2017 | Leave a Comment अरुण तिवारी ब्रह्मपुत्र मूल के तिब्बती हिस्से में अपने हिस्से में अपनी हरकतों को लेकर चीन एक बार फिर विवाद में है। हालंकि यह पहली बार नहीं है कि तिब्बती हिस्से वाले ब्रह्मपुत्र नद पर चीन की अनैतिक हरकतों को लेकर विवाद खड़ा हुआ हो। चीन पर इससे पहले भी बांध निर्माण के अलावा भारत आने वाले तिब्बती प्रवाहों […] Read more » Featured ब्रह्मपुत्र
समाज सार्थक पहल इंसानियत अभी ज़िंदा है December 4, 2017 | Leave a Comment अरुण तिवारी सच है कि अधिक से अधिक धन, अधिक से अधिक भौतिक सुविधा, अधिक से अधिक यश व प्रचार हासिल करना आज अधिकांश लोगों की हसरत का हिस्सा बनता जा रहा है। यहीं यह भी सच है कि ऐसी हसरतों की पूर्ति के लिए हमने जो रफ्तार और जीवन शैली अख्तियार कर ली […] Read more » Featured इंसानियत
राजनीति एक ज़रूरी बहस : छत्तीसगढ़ भूजल प्रतिबंध November 13, 2017 | Leave a Comment अरुण तिवारी 05 नवम्बर को एक एजेंसी के हवाले से छपी एक खबर के मुताबिक, छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने रबी की फसलों के लिए भूमिगत जल के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में धान की खेती पर प्रतिबंध का भी आदेश जारी कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ किसान सभा इसका […] Read more » ban of underground water in chattisgarh Featured छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ भूजल प्रतिबंध प्रतिबंध भूजल प्रतिबंध
पुस्तक समीक्षा समाज, प्रकृति और विज्ञान September 18, 2017 | Leave a Comment समाज का प्रकृति एजेण्डा जगाती एक पुस्तक समीक्षक: अरुण तिवारी पुस्तक का नाम: समाज, प्रकृति और विज्ञान लेखक: श्री विजयदत्त श्रीधर, श्री राजेन्द्र हरदेनिया, श्री कृष्ण गोपाल व्यास, डाॅ. कपूरमल जैन, श्री चण्डी प्रसाद भट्ट संपादक: श्री राजेन्द्र हरदेनिया प्रकाशक: माधवराव सप्रे स्मृति समाचारप संग्रहालय, एवम् शोध संस्थान, माधवराव सप्रे मार्ग (मेन रोड नंबर […] Read more » प्रकृति और विज्ञान समाज
पर्यावरण विश्ववार्ता पर्यावरण और विकास June 5, 2017 | Leave a Comment 05 जून – विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष पर्यावरणीय समृद्धि की चाहत, जीवन का विकास करती है, विकास की चाहत, सभ्यताओं का। सभ्यता को अग्रणी बनाना है, तो विकास कीजिए। जीवन का विकास करना है, तो पर्यावरण को समृद्ध रखिए। स्पष्ट है कि पर्यावरण और विकास, एक-दूसरे का पूरक होकर ही इंसान की सहायता कर […] Read more » विश्व पर्यावरण दिवस
विविधा उत्सव मनायें या रुदन गायें ? June 5, 2017 | Leave a Comment चार जून – गंगा दशहरा 2017 अरुण तिवारी कहते हैं कि प्रधानमंत्री श्री मोदी जी जब बोलते हैं, तो उनकी बोली में संकल्प दिखाई देता है। गंगा को लेकर कहे उनके शब्दों को सामने रखें। स्वयं से सवाल पूछें कि गंगा को लेकर यह बात कितनी सत्य है ? गौर कीजिए कि मोदी जी ने […] Read more » Featured गंगा गंगा दशहरा गंगा बेसिन मिशन राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा
समाज अब छोड़ भी दीजिये न तम्बाकू May 31, 2017 | Leave a Comment तंबाकू कंपनियों के कचरे और आपराधिक विश्लेषण बताते हैं तंबाकू के दुष्प्रभाव सिर्फ शारीरिक नहीं है, पर्यावरणीय और सामाजिक भी है। भारत में ज्यादातर किशोर जिज्ञासावश, बङों के अंदाज से प्रभावित होकर, दिखावा अथवा दोस्तों के प्रभाव में पङकर तंबाकू के शिकार बनते हैं। कम उम्र में तंबाकू के नशे में फंसने वाले नियम-कायदों को तोङने से परहेज नहीं करते। ऐसे किशोर मन में अपराधी प्रवृति के प्रवेश की संभावना अधिक रहती है। ऐसे चौतरफा दुष्प्रभाव...चौतरफा रोकथाम की मांग करते हैं। ऐसे प्रयास हुए भी हैं, लेकिन नतीजे अभी भी नाकाफी ही हैं । Read more » Featured तम्बाकू
पर्यावरण विविधा बिहार गाद संकट: समाधान, पहल और चुनौतियां May 24, 2017 | Leave a Comment जब तक भगीरथी पर टिहरी बांध, गंगा पर भीमगौड़ा, नरोरा जैसे ढांचे नहीं थे, तब तक यह बैक्टीरियोफाॅज हिमालय में पैदा होकर बिहार और बंगाल तक आते थे। बहुत संभव है कि इनके कारण उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड और बंगाल के गंगा किनारे के भूजल की निर्मलता भी सुनिश्चित होती रही हो। नीरी की एक रिपोर्ट बताती है कि अब मात्र 10 प्रतिशत बैक्टीरियोफाॅज ही नीचे आते हैं। शेष 90 प्रतिशत टिहरी की झील में बंधकर रह जाते हैं। जाहिर है कि टिहरी बांध द्वारा पैदा की रुकावट के कारण अब यह बैक्टीरियोफाॅज और हिमालय से निकली विशिष्ट गुणों वाली सिल्ट अब बिहार तक नहीं पहुंचती। Read more » Featured बिहार गाद संकट