लेख शख्सियत समाज मुख्यमंत्री का पद ठुकुराने वाली एक भारतीय आत्मा-पद्मभूषण डाॅ. माखनलाल चतुर्वेदी April 4, 2023 / April 4, 2023 | Leave a Comment 4 अप्रेल उनकी जयंती पर विशेष आत्माराम यादवआजादी के बाद सन् 1956 में मध्यप्रदेश राज्य गठन के पश्चात राज्य के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर किसे बिठाया जाये, इसे लेकर पण्डित माखनलाल चतुर्वेदी, पण्डित रविशंकर शुल्क एवं पण्डित द्वारकाप्रसाद मिश्रा में से किसी एक नाम को लेकर सहमति हेतु विचारविमर्श हुआ, सर्वसम्मति से तीन कागजों की […] Read more »
व्यंग्य वे शहर के कन्धों पर खडे है March 20, 2023 / March 20, 2023 | Leave a Comment सदियों पहले मैं एक कस्वानुमा गॉव था, अब विकसित शहर में अग्रणी हॅू। एक बौना सा गॉव जिसके उत्तर में कल-कल बहती नर्मदा बहती है, आज भी बहती है। फर्क इतना है कि अब मैं तहसील से जिला, जिला से संभाग हो गया हॅू। तब से अब तक सुबह और सॉझ, अजान, गुरूवाणी, शंख ध्वनियॉ-घन्टियों का […] Read more » they stand on the shoulders of the city
व्यंग्य 13 महिने का एक साल हिप हिप हुर्रे March 16, 2023 / March 16, 2023 | Leave a Comment आत्माराम यादव भारत सरकार को चाहिये कि वह देशवासियों की खुशी, मौज और फायदे के लिये अंग्रेजी केलेन्डर के 30 व 31 दिन में पूरा होने वाला एक महिना 28 दिन का ओर 12 महिने की जगह 13 महिने का एक साल घोषित करें। सनातन काल से हिन्दू धर्म में […] Read more » 13 months one year
कला-संस्कृति कान्हा मारे पिचकारी गालन पर March 6, 2023 / March 6, 2023 | Leave a Comment आत्माराम यादव फागुन चैत महीने में मदनोत्सव मनाने की प्रथा रही है जो आदिकाल से एक सार्वजनिक उत्सव के रूप में मनाया जाता रहा है । इस उत्सव का दूसरा प्रचलित नाम होली भी है। प्राचीन ग्रंथो में उल्लेख मिलता है कि भगवान श्रीहरि के भक्त प्रहलाद को उसके पिता हिरणाकष्यप मारना चाहते थे किन्तु जब सभी उपाय असफल […] Read more » कान्हा मारे पिचकारी गालन पर
व्यंग्य यमलोक में यमराज का चुनाव March 6, 2023 / March 6, 2023 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव नर्मदातट की अपनी महिमा है, भगवान क़ष्ण शिशुपाल के 100 अपराध तक माफ करने की सहनशक्ति रखते थे, तभी हज जाने के लिये बिल्ली जैसे मॉसाहारी जीव को भी सौ-सौ चूहे खाने अर्थात दो सौ अपराध करने की छूट मिल चुकी थी, यह अलग बात है कि वह पूरी जिंदगी में […] Read more » यमलोक में यमराज का चुनाव
लेख महात्मा गांधी ने सजा के 18 दिन हरिजन सेवा करते मध्यप्रदेश में गुजारे October 21, 2021 / October 21, 2021 | Leave a Comment Read more » Mahatma Gandhi spent 18 days of punishment in Madhya Pradesh doing Harijan service महात्मा गांधी हरिजन सेवा
लेख दीपावली की रात लोग जुआ क्यों खेलते हैं ? October 20, 2021 / October 20, 2021 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव दुनिया में देखा गया है कि लोग अक्सर मुकद्दर आजमाने के लिए जुआ खेलते है ,सट्टा खेलते है लाटरी खेलते है तो कुछ घुड़दौड़ या निरीह जानवरों की प्रतिस्पर्धा कराते है लेकिन ये सभी बुराईया सिवाय धन बर्बादी ओर अपना सब कुछ हारने का सबाव बंता है पर कोई लखपति […] Read more » Why do people gamble on Diwali night? दिवाली दीपावली की रात जुआ दीपावली की रात लोग जुआ क्यों खेलते हैं
विविधा रंगोली बिना सुनी है हर घर की दीपावली October 18, 2021 / October 20, 2021 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव दीपावली पर रंगोली के बिना घर आँगन सुना समझा जाता है। जब रंगोली सज जाती है तब उस रंगोली के बीच तेल- घी का दीपक अंधकार को मिटाता एक संदेश देता है वही आज रंगोली के बीच पटाखे छोडने को लोग शुभ मानते है । पौराणिक या प्राचीन इतिहास मे […] Read more » Every house's Diwali without Rangoli is zero दीपावली
लेख शख्सियत ब्रजसाहित्य में देव ग्रंथावली के रचनाकार एक समर्थ महाकवि देव October 15, 2021 / October 20, 2021 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव प्रातिभ ज्ञान के परम चरम शिखर पर आरूढ़ होकर हिन्दी साहित्य ओर ब्रजभाषा में अनेक मनीषिओ ने प्रेम, भक्तिचर्या एवं आध्यात्मतत्व का विहंगावलोकन किया ओर प्रज्ञा के स्पर्श से परिमार्जित होकर अपनी अनंत अनुभूति को हमारे समक्ष प्रगट किया है जिनमें “”गागर में सागर”” भरने वाले उन मनीषिओ मे एक […] Read more » a capable great poet Dev In Braj Sahitya the author of Dev Granthavali देव ग्रंथावली
कला-संस्कृति लेख वर्त-त्यौहार शक्ति की आराधना में चूक, कही दुखों को मिटाने की बजाय बढ़ा तो नही रही है ! October 10, 2021 / October 10, 2021 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव आज जिस तरह नवरात्रि में नवदुर्गा के विभिन्न स्वरूपों को 9 दिनों के लिए हरेक नगर, गाँव, मोहल्ले, कसवे आदि हजारो स्थानों पर प्राणप्रतिष्ठित करने का उत्साह दिखाई देता है, उसे हम सृष्टि का संचालन करने वाली जगन्माता के प्रति अपनी भक्ति का स्वरूप ओर माता के प्रति अपना प्रेम प्रदर्शन के साथ अभिवांछित विषयों […] Read more » A lapse in the worship of power instead of eradicating so-called misery
लेख शक्ति की आराधना में चूक से माता नही सुनती पुकार ! October 9, 2021 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव आज जिस तरह नवरात्रि में नवदुर्गा के विभिन्न स्वरूपों को 9 दिनों के लिए हरेक नगर, गाँव, मोहल्ले, कसवे आदि हजारो स्थानों पर प्राणप्रतिष्ठित करने का उत्साह दिखाई देता है, उसे हम सृष्टि का संचालन करने वाली जगन्माता के प्रति अपनी भक्ति का स्वरूप ओर माता के प्रति अपना प्रेम प्रदर्शन के साथ अभिवांछित विषयों […] Read more » Mother does not listen to the call due to mistake in worship of Shakti! शक्ति की आराधना में चूक
लेख बिट्रिश सरकार भारत के तीन टुकड़े कर आजादी देना चाहती थी September 17, 2021 / September 17, 2021 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव भारत में स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई निर्णायक दौर से गुजर रही थी और समूचे देश में राष्ट्रीय स्तर पर आन्दोलन जोर पकड़ता जा रहा था और जनता की सहानुभूति और सहयोग मिलने पर अंग्रेजों के अपने हाथों से सत्ता जाती दिखी तब सुदूर पूर्व में बिट्रेन में ब्रिट्रिश साम्राज्य की प्रतिरक्षात्मक व्यवस्था […] Read more » The British government wanted to give independence by dividing India into three pieces. बिट्रिश सरकार