व्यंग्य आदमी के दिमाग में ताकाझॉकी August 21, 2023 / August 21, 2023 | Leave a Comment आदमी का दिमाग एक विशाल पुस्तकालय है, आजकल आदमी ने इस पुस्तकालय की पुस्तकों को देखना बंद कर दिया है। आदमी की इसी भूल के कारण इस पुस्तकालय अर्थात दिमाग में धूल जमना शुरू हो गयी, किन्तु मुझ जैसे कुछ लोग इस दिमाग के अन्दर झाँक कर किताबों में धूल नहीं लगने […] Read more »
व्यंग्य सूबे का मुखिया है मेरा साला ? August 16, 2023 / August 16, 2023 | Leave a Comment पत्रकार होने के नाते घटनाओं, चरित्रों और संकेतों के द्वारा व्यक्ति, समाज, व्यवस्था और राजनीति में विसंगतियों, विडम्बनाओं के बीच कुकुरमुत्तों की तरह उग आई मुखौटे बाजी की विकृत मानसिकता के मैं रोज ही दर्शन करता हॅू। राजनीति में चौकाने वाले नये प्रयोगों का युग चल रहा है । राजनीतिज्ञ कब जनता के मन के भावों […] Read more »
कविता आत्माराम कौन ? July 27, 2023 / July 27, 2023 | Leave a Comment खुद का मुख बखान करे, कैसी है खुद की करनी रीति-प्रीति से सनी हुई, भांति अनेक खुदी ने बरनी। खुद से ही सवाल है, खुद के ही जवाब खुद ने ही दे दिया, खुद परिचय लाजबाव। खुद ने पूछा कौन तुम, बताओ श्रीमान खुद ही ने खुद कहा, आत्माराम मेरा नाम।। नाम आत्माराम है, तो […] Read more »
व्यंग्य नारी है नर की खान ? June 7, 2023 / June 7, 2023 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीवदुनियाभर के नरों को हाजिर-नाजिर मानकर मैं अपने दिमाग के कबूतरखाने में नारी ओर नर के पुरूषार्थ और प्रतिभा का लोहा मानते हुये प्रचलित कहावत ‘‘नारी निंदा न करों, नारी नर की खान‘‘, ‘‘नारी के बिना नर अधूरा है‘‘ आदि मान्यताओं के पीछे छिपे भावों का सच प्रगट करने जा रहा […] Read more » Is woman the mine of man?
व्यंग्य बरसात, नाले-नालियों और मेढ़कों की रिपोर्टिंग May 30, 2023 / May 30, 2023 | Leave a Comment व्यंग्य आत्माराम यादव पीवआकाश में चारों ओर से घने काले मेघ मॅडराते हुये रह-रहकर घमण्डी रिपोर्टरों की तरह गर्जाना कर कौंध रहे है और साॅय-साॅय करती हवा अपने थपेड़ों से बड़े पेड़ों को धराशायी करते हुये,गरीब कमजोर के घरों की छतों के साथ फुटवाल खेलती नजर आ रही है। एक खोजी-सनसनीखेज रिपोर्टर के नाते मुझे […] Read more » drains and frogs Reporting of rain
व्यंग्य कुत्ते हैं हम, इंसान नहीं ! May 21, 2023 / May 21, 2023 | Leave a Comment व्यंग्य आत्माराम यादव पीव बात पुरानी है, मैंने सुना एक विदेशी कुत्ता हवाईजहाज से भारत आया तो भारत के कुत्तों ने उसके सम्मान में अपनी-अपनी पूंछ हिलाकर स्वागत किया। भारत के कुत्ते हवाईजहाज से आये अपनी विरादरी के कुत्ते के ठाठ-बाठ देखकर अन्दर ही अन्दर ईष्र्या से भरे थे, पर भारतीय संस्कृति को खूब समझते […] Read more » not humans! We are dogs
कविता जीवन यात्रा May 20, 2023 / May 20, 2023 | Leave a Comment मैं एक दर्शक जीवन सपनों का सौपान । कहने को सच में जुटाया सारा सामान ॥ तिनकों से जोड़ा है कडवे झूठों को ओढ़ा है देते है सब सच होने का प्रमाण । टूटा है मेरा एक पल में सपना मैं भी रहा नही कभी खुद मैं अपना ॥ सागर में हरदम लहरे लेती हिलोरे […] Read more » जीवन यात्रा
कविता कौन मरा –पत्रकार रे May 16, 2023 / May 16, 2023 | Leave a Comment आए दिन चैनल हो या अखबारदुनियाभर के समाचारों कोचौबीसों घंटे पत्रकार सुनाता/पढ़ाता हैमैं भी एक पत्रकार हूँ देता हूँ खबरेंखबरें देते हुये पत्रकार युवा सेकब बूढ़ा हो जाए,भूल जाते है सभीपत्रकार नही भूलता फिर भी खबरे देना।चार दशकों में मैंने देखा हैकई नामी गिरामी पत्रकार को मरतेलेकिन पत्रकार की मौतकभी खबर नही बनती,एक सिंगल कालम […] Read more » journalist
कविता बसे अंनूठी मॉ May 15, 2023 / May 15, 2023 | Leave a Comment दुख आया तो दवा नहीं ली हारी नहीं, तू खुद से लडी थी। पिताजी देखे, सख्त बहुत थे तनखा लाकर, वे दादी को देते ॥ पाई पाई को, तू तरसा करती मजबूरी थी, तू मजदूरी करती। बेकार हुये, जब कपड़े पिता के झट सिलवाती, रहे न हम उघडे॥ वे भी क्या दिन, अपने थे मॉ […] Read more » mother's day mother's problem
कविता मोबाईल बीमारी लाया है May 10, 2023 / May 10, 2023 | Leave a Comment मोबाईल बीमारी लाया है भूल चुके हो भावी चिंतायें, जबसे मोबाइल हाथ आया है। घिर चुको हो समस्याओं में, संग ये कई बीमारी लाया है व्हाटसअप-फेशबुक इंटरनेट ने, लील लिया है तुम्हारा कल।। करों चिंतन बैठकर देखो, मोबाईल कितनी बीमारी लाया है? गुलाम हुये मोबाईल के इतने, खुमारी में रहते इसके हरपल अपना अमूल्य समय […] Read more » mobile has brought disease
बच्चों का पन्ना लेख मुझे याद आता है अपना बचपन सुहाना May 2, 2023 / May 2, 2023 | Leave a Comment मुझे याद आती है मेरी नानी”” सुनाती थी जादूगर वाली कहानी, जहॉ गुजरा बचपन, वह बचपन सुहाना नानी की कथडी वो बिस्तर पुराना।नांद में नहाना, कुए से पानी लानादूद छिरिया का पीना मस्ती में जीनावो लालटेन,चिमनी, वो चूल्हे का जमाना।।1।।मुझे याद आता है अपना बचपन सुहाना ; नर्मदापार ननिहाल जाना, आम-महुआ के नीचे समय बितानानाव का सफर बडा सुहाना, उफनती नर्मदा में […] Read more »
धर्म-अध्यात्म शख्सियत समाज निमाड़ की माटी के संत शिरोमणि सिंगा जी महाराज April 29, 2023 / April 29, 2023 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव (वैशाखसुदी ग्यारस को 504 वे जन्मदिवस पर विशेष) आज […] Read more » Saint Shiromani Singa Ji Maharaj