प्रवक्ता न्यूज़ राजनीति अन्ना हजारे एक नेगेटिव एप्रोच October 16, 2011 / December 5, 2011 | 1 Comment on अन्ना हजारे एक नेगेटिव एप्रोच अनिल त्यागी अन्ना हजारे की हिसार हुंकार ने कांग्रेस की फिर ऐसी तैसी कर के रख दी. जानते हुए कि हिसार सीट आसान नहीं है कांग्रेस खाम्ख्वाह ही अन्ना और उसकी टीम की चमचागिरी करती नज़र आ रही है . कांग्रेस ही क्यों भा जा पा हो या कोई और सभी अन्ना कि टोपी मैं […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे अन्ना हजारे एक नेगेटिव एप्रोच
विविधा रामदेव या भिंडरवाले का नया संस्करण? June 11, 2011 / December 11, 2011 | 6 Comments on रामदेव या भिंडरवाले का नया संस्करण? अनिल त्यागी स्वामी रामदेव के अनशन से उत्पन्न बवाल ने देश में एक बहस छेड़ दी है कि केन्द्र सरकार और स्वामी में कौन गलत है और कौन सही है? सब अपने अपने तरीके से दुराग्रही विश्लेषण में व्यस्त हैं, नतीजा कुछ नहीं निकलेगा यह तय है। युद्ध नीति है कि चार कदम आगे जाने […] Read more » Baba Ramdev बाबा रामदेव
राजनीति भारतीय बैंक संघ का अभियान स्वाभिमान करायेगा कितना अपमान March 14, 2011 / December 14, 2011 | Leave a Comment स्वाभिमान, जिसे भारतीय बैंक संघ सुनहरे कल का अभियान बना कर 2000 से अधिक जनसख्या वाले सभी 73000 बैंक रहित गांवो में बैंकिग सुविधाये पहुॅचाने का दावा कर रहा है। बैक संघ के अधिकारी जो भात प्रतित सामाजिक और ग्रामीण जनजीवन से अनभिज्ञ है भले ही सरकार से वाही वाही लूट ले पर ग्रामीणों के […] Read more » Indian bank Union भारतीय बैंक संघ
धर्म-अध्यात्म वस्तानवी साहब और दारूल उल उलूम देवबन्द की परम्पराएं February 5, 2011 / December 15, 2011 | 1 Comment on वस्तानवी साहब और दारूल उल उलूम देवबन्द की परम्पराएं अनिल त्यागी गुलाम मोहम्मद वस्तानवी के दारूल उल उलूम देवबन्द के मोहतमिम चुने गये तो उनकी तारीफ में ढेरो बयान और बाते आई। मजलिसे शूरा ने जिस यकीन और एतबार से वुस्तानवी साहब की चुनाव किया था उस पर वो खरे नहीं उतर पाये। अब इसे चाहे लोग इस संस्था की अन्दरूनी सियासत का नाम […] Read more » गुलाम मोहम्मद वस्तानवी दारूल उल उलूम देवबन्द
विविधा पेट्रोल की बात पर बेबात उछलते लोग January 19, 2011 / December 16, 2011 | 3 Comments on पेट्रोल की बात पर बेबात उछलते लोग अनिल त्यागी खाद्य वस्तुओं की मंहगाई की मारा-मारी में पेट्रोल की कीमत बढ गई। आम लोगों को कोई नुकसान फायदा हो न हो विपक्षी दलों के प्रवक्ताओं को अपने चेहरे चमकाने का मौका सरकार ने दे ही दिया, सरकार सिर्फ कीमतें बढाती है तो क्यों उसके कारण जनता को समझाने का कोशिश नहीं करती। या […] Read more » Inflation महंगाई
विविधा महंगाई की मार January 15, 2011 / December 16, 2011 | Leave a Comment अनिल त्यागी महंगाई का शोर चीख पुकार में बदलने को है, पता नहीं किस दिन जनता मंहगाई के भूत से लड़ने के लिये अराजकता का रास्ता अपना ले, लेकिन इन सबसे बेफिकर केन्द्र की राजसत्ता विफल बैठकों के आयोजन भर कर रही है। विपक्ष सहयोग के स्थान पर सरकार की खिल्ली उड़ाने की मुद्रा में […] Read more » Inflation महंगाई
विधि-कानून परीक्षण के दौर से गुजरती न्यायपालिका December 16, 2010 / December 18, 2011 | 6 Comments on परीक्षण के दौर से गुजरती न्यायपालिका अनिल त्यागी देश की अदालतें जो अभी तक अखबारी खबरों से दूर रहती थी आज कल मीडिया की सुर्खियों में है। माननीय न्यायधीश एक दूसरे पर लगभग आरोप लगाने के करीब है। मद्रास उच्च न्यायालय के एक पूर्व न्यायाधीश के एक पत्र को लेकर सवाल उछाले जा रहे हैं। जस्टिस एच.एम. गोखले ने खुल कर […] Read more » Court न्यायाधीश न्यायालय
विविधा भ्रष्टाचार की भागवत का अंतिम अध्याय December 11, 2010 / December 19, 2011 | 3 Comments on भ्रष्टाचार की भागवत का अंतिम अध्याय अनिल त्यागी ऐसे समय में जब ट्रासपेरेंसी इन्टरनेशनल के कर्ताधर्ताओं ने भारत को भ्रष्टतम देशों की जमात में सबसे ऊपर रखा है। आम भारतीय का सिर शर्म से झुक रहा है। उ.प्र. में पुराने खाद्यान्न घोटाले का जिन्न फिर बोतल से बाहर निकल पडा है। इस घोटाले का अभी यह निश्चित अनुमान लगाने में ही […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
राजनीति पश्चिमी बंगाल कैसे टूटे वाम का साम December 4, 2010 / December 19, 2011 | 6 Comments on पश्चिमी बंगाल कैसे टूटे वाम का साम -अनिल त्यागी बिहार चुनावों का शोर समाप्त। अब बारी है पश्चिमी बंगाल की जहां वाम दलों का पुराना कुनबा अभी तक एक चूल्हे पर रोटी खा पका रहा है। हालांकि उनमें सास बहू जैसे झगड़े होते तो रहते है पर सुलझ भी जाते है। देखने, सुनने और किवंदतियों में वाम दल व वाम नेता लगते […] Read more » West Bengal पश्चिम बंगाल वामपंथ