विविधा ताकि अगली पीढ़ी जीवित रह सके। April 19, 2017 | Leave a Comment 22 अप्रैल 1970 से इस दिन की शुरुआत हुई। तब से पूरा विश्व इस दिन को बड़ी गंभीरता से मनाता है। जगह जगह पर वृक्षारोपण करना, स्कूल-कॉलेज के विद्धाथिर्यों द्वारा पर्यावरणीय मुद्दों पर वाद-विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना, सेमिनार का आयोजन करना, सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा नुक्कड़ नाटक के जरिये पर्यावरण की रक्षा हेतू लोगो को प्रोत्साहित करना, प्लास्टिक तथा कीटनाशक के दुष्प्रभाव के प्रति लोगो को जागरुक करना इत्यादि इस दिन के क्रियाकलापों में से हैं। Read more » पीढ़ी
विविधा लद्दाख के कचरा प्रबंधन में महिलाओं की भूमिका April 17, 2017 / April 17, 2017 | Leave a Comment इस बारे में 47 वर्षीय गृहिणी जेरिंग डोल्मा जो अमा सोग्स्पा की सदस्य हैं उन्होंने बताया कि “वे कचरे को अलग किए बिना ही इकट्ठा करती हैं और जलाती हैं। क्या वह स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों पर कचरे को अंधाधुंध जलाने के प्रभावों को जानती हैं? पूछने पर उन्होने कहा 'नहीं'। वह वास्तव में यह जानकर अचरज में थी कि प्लास्टिक जलाने पर खतरनाक रासायनिक पदार्थों का उत्सर्जन होता है। Read more » लद्दाख लद्दाख के कचरा प्रबंधन
विविधा महाबलीपुरम के संगतराश April 10, 2017 | Leave a Comment नक्काशीकार और सीप का सामान बेचने वाले दुकानदार रामाचन्दरन के अनुसार ''महाबलीपुरम के तट पर सौ से अधिक पत्थर और सीप के सामान की दुकानें हैं। मछुआरों से सीप ख़रीदकर एसिड से उसकी सफाई करते हैं। इसके बाद चाभी का छल्ला, झुमर और अन्य श्रृंगार के सामान बनाते हैं। इसके अलावा कुछ सामान हम आगरा से भी मंगवाते हैं, लेकिन दुकानदारी कभी होती है, कभी बिल्कुल नहीं। ऐसा भी हुआ कि पूरे पूरे दिन न कोई पत्थर का सामान बिका और न ही सीप का। हैरानी तब होती है जब घरेलू पर्यटकों की तरह विदेशी पर्यटक भी मोलभाव करते हैं और विदेशी समझते हैं कि भारतीयों ने जो कीमत तय किया है, वह उचित नहीं हालांकि ऐसी कोई बात नहीं हमारी कड़ी मेहनत का उन्हें सही अनुमान नहीं होता। '' Read more » Featured महाबलीपुरम संगतराश
समाज बदलते भारत में बदलती शिक्षा March 28, 2017 | Leave a Comment उच्च शिक्षा के संबध में लोगो की राय जानने के लिए दिल्ली स्थित गैर सरकारी संगठन चरखा ने कुछ छात्रों से बात की। इस संबध में जम्मू विश्वविद्यालय के छात्र जफर कहते हैं कि "विश्वविद्यालय में एडमिशन के बारे पिछड़े क्षेत्रों में जागरूकता की कमी है। उनके पास जानकारी नहीं है कि कब प्रवेश परीक्षा आयोजित की जा रही है। हालांकि सरकार कई योजनाएं लाती है, लेकिन छात्रों को इन योजनाओं के बारे में सूचित करने का कोई रास्ता नहीं है। जम्मू जैसे क्षेत्र में कभी कभी सूचना इतनी देर से पहुंचती है कि छात्र उसके लाभ से वंचित रह जाते है”। Read more » changing education in India Featured भारत भारत में बदलती शिक्षा
समाज महिला यात्रियों की सुविधाओं की अनदेखी क्यों ? March 27, 2017 | Leave a Comment "आपको पता होना चाहिए कि हमारे जिले की अधिकांश आबादी पहाड़ी गांव में बस्ती हैं जहां आने के लिए किसी क्षेत्र में रोड है तो कार नहीं और कार है तो किराया देने के पैसे नही। कई किलोमीटर दूर से महिलाएं पुंछ शहर आती हैं परंतु बस स्टैंड में शौचालय की व्यवस्था नहीं है। सीमा क्षेत्र होने के कारण अधिकतर विकलांग हैं। ऐसे रोगियों में महिलाएं भी होती हैं और उन्हें जब जम्मू ले जाया जाता है तो उनके लिए रास्ते में शौच का प्रबंध नहीं होता। क्या यह एक राष्ट्रीय समस्या नहीं है?, क्या इस ओर तत्काल ध्यान देने की जरूरत नहीं है? Read more » no washroom on jammu poonch rajmarg जम्मू पुंछ राजमार्ग सरकारी शौचालय
समाज बदलाव के लिए तैयार हो जाओ March 20, 2017 | Leave a Comment फौज़िया रहमान खान “बदलाव के लिए तैयार हो जाओ” इस नारे के साथ कुछ समय पहले देश भर में विश्व महिला दिवस का आयोजन किया गया। परंतु महत्वपूर्ण बात यह है कि बदलाव की प्रक्रिया तब तक पूरी नही हो सकती जब तक शिक्षा उसके साथ जुड़ न जाए। इस सिलसिले में जेंडर और […] Read more » बदलाव के लिए तैयार हो जाओ
प्रवक्ता न्यूज़ वृद्धजनों को वृद्धापेंशन का इंतजार February 14, 2017 | Leave a Comment सुविधाओं के साथ जागरुकता भी जरुरी है साबरीन प्रवीन योगिया(सीतामढ़ी) बिहार कुछ समय पहले आई खबर के अनुसार सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारकों के बैंक खातों को मार्च तक आधार से जोड़ना अनिवार्य है। केंद्र ने समाज कल्याण विभाग को निर्देश दिया है कि सभी सामाजिक सुरक्षा पेंशन धारकों के बैकं खाते को आधार से जोड़ा जाए। […] Read more » वृद्धजन वृद्धजनों को वृद्धापेंशन वृद्धापेंशन का इंतजार
समाज नशा, युवा और हमारा समाज February 13, 2017 | Leave a Comment नाजिम अलि मिनहास सीमावर्ती जिला पुंछ राजनीतिक और आर्थिक समस्याओं के कारण हमेशा सुर्खियों में बना रहता है। कहीं न कहीं इसका प्रभाव पूरे देश पर पड़ रहा है। सीमा पर होने के कारण सामान्यतः यह क्षेत्र ऐसी स्थितियों से घिरा रहता है लेकिन एक अन्य समस्या जो इस जिले के लिए सबसे बड़ी समस्या […] Read more » नशा युवा हमारा समाज
विविधा सार्थक पहल किसानों का कैशलेस बैंक February 6, 2017 / February 6, 2017 | Leave a Comment शैलेन्द्र सिन्हा देश के वित्तमंत्री ने साल 2017-2018 का बजट पेश करते हुए कहा कि “डिजिटल लेनदेन से अर्थव्यवस्था को पारदर्शी बनाने और कालेधन पर रोक लगाने में मदद मिलेगी”। लेकिन झारखंड के जिला दुमका के गांव सरसाजोल में स्थित सरसाजोल लैम्पस, लिमिटेड बैंक किसानो को कैशलेश पद्धति से जोड़ने के क्रम में लगभग 3 […] Read more » Featured किसानों का कैशलेस बैंक
समाज अव्यवस्थित आंगनबाड़ी व्यवस्था January 17, 2017 | Leave a Comment आंगनबाड़ी में आने वाले कुछ बच्चों से बात हुई जिनके अनुसार “यहां पर बैठने की जगह अच्छी नही है। और रोज-रोज खिचड़ी या दाल चावल ही मिलता है। 26 जनवरी, 15 अगस्त के समय जलेबी, हलवा मिलता है"। Read more » अव्यवस्थित आंगनबाड़ी व्यवस्था आंगनबाड़ी व्यवस्था
समाज ग़लती किसकी? January 12, 2017 | Leave a Comment निकहत प्रवीन नए साल के अवसर पर बैंगलोर में होने वाली रेप की घटना ने एक बार फिर देश के सामने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। निश्चित रुप से ये सवाल स्वाभाविक हैं क्योंकि इस बार घटना एक ऐसे शहर में हुई हैं जों महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित माना जाता है। कारणवश चर्चा […] Read more » increasing rape cases in India insecure women in India rape cases ग़लती किसकी
समाज क्या यही है विद्धालय का उद्देश्य? December 20, 2016 | Leave a Comment निकहत प्रवीन “तुम बड़ी होकर क्या बनना चाहती हो”। जैसे ही ये सवाल 7 साल की उस बच्ची से किया, उसकी मासुम आंखे मुझे देर तक घूरती रहीं। इस बच्ची का नाम हैं मधु। मधु बिहार के जिला सीतामढ़ी के कुशैल गांव में विधवा मां के साथ रहती है। और पास के ही सरकारी विद्धालय […] Read more » विद्धालय का उद्देश्य