लेख स्वास्थ्य-योग आचार-व्यवहार की कोरोना-संहिता का पालन न किया तो फिर रोना पड़ेगा April 19, 2020 / April 19, 2020 | Leave a Comment -डॉ. वीरेन्द्र सिंह चौहान- कोरोना रुपी दैत्य की विषैली जकड़न में कम से कम 60,000 अमेरिकियों की मौत तय मानते हुए (रविवार की पत्रकार वार्ता में डोनाल्ड ट्रम्प ने स्वीकार किया) भी अमेरिका चरणबद्ध ढंग से अपनी अर्थव्यवस्था की लोक-डाउन जैसी बेड़ियों को खोलने चला है। इधर अपने यहाँ संक्रमित और मरने वालों की संख्या […] Read more » If you do not follow the corona-code of conduct then you will have to cry कोरोना-संहिता का पालन
विश्ववार्ता स्वास्थ्य-योग कोरोनाई-संकट में विश्व स्वास्थ्य संगठन की विश्वसनीयता April 15, 2020 / April 15, 2020 | Leave a Comment -डॉ.वीरेन्द्र सिंह चौहान- गोस्वामी तुलसीदास ने कहा है – “धीरज, धर्म, मित्र, अरु, नारी आपद काल परखिए चारी।” परखने और परीक्षा की यही कसौटी किसी भी व्यक्ति, संगठन या संस्थान की उपयोगिता आंकने के काम आती है। भूमंडलीय संकट का कोरोना काल कथित वैश्विक संस्थानों को अपनी कसौटी पर कसने निकल पड़ा है। मानव जाति […] Read more » Dr.Tedros WHO Director-General Dr.tedros डॉ. टेड्रोस विश्व स्वास्थ्य संगठन विश्व स्वास्थ्य संगठन की विश्वसनीयता
राजनीति विज्ञान स्वास्थ्य-योग हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन: करुणा व कारोबार दोनों का कोरोना प्रदत्त अवसर April 10, 2020 / April 10, 2020 | 1 Comment on हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन: करुणा व कारोबार दोनों का कोरोना प्रदत्त अवसर – डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ‘हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन’ दशकों पहले खोजी गई वह साधारण और प्रचुर मात्रा में सुलभ दवा है जिसका इस्तेमाल हाल ही तक मलेरिया सहित कुछ अन्य रोगों में हो रहा था। मगर समूचे भूमंडल पर मौत का घना साया बनकर मंडरा रहे कोरोना रूपी दैत्य ने इस दवा को यकायक दवाओं की क्वीन […] Read more » Hydroxychloroquine Hydroxychloroquine: Corona provided opportunity for both compassion and business हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन
राजनीति कोरोना के बहाने सतह पर आए तबलीगी कुचक्र की घातकता को कम न आँका जाये April 5, 2020 / April 5, 2020 | Leave a Comment -डॉ. वीरेन्द्र सिंह चौहान निजामुद्दीन के तबलीगी मरकज ने कोरोना के खिलाफ देश के द्वारा रचे जा रहे व्यूह को तोड़ने का जो अपराध किया, उसके घातक और बुरे नतीजों से पार पाने में हमारी सरकार और समाज के पसीने छूट रहे हैं। अंततः इस कोरोना जेहाद की भारत को क्या कीमत चुकानी पड़ेगी, अभी […] Read more » Do not underestimate the lethality of the tabligi jamaat on the surface under the pretext of corona Tabligi Jamaat played with the country and humanity tabligi jamat Unforgivable crime of tabligi Jamaat तबलीगी कुचक्र तबलीगी कुचक्र की घातकता
राजनीति जम्मू-कश्मीर बनाम पाकिस्तान August 5, 2016 | Leave a Comment वीरेन्द्र सिंह परिहार पाकिस्तान आए दिन संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रस्ताव के अनुसार जम्मू-कश्मीर में जनमत-संग्रह की दुहाई देता रहता है। कुख्यात आतंकी और वर्तमान दौर में कश्मीर घाटी में आतंकवाद का पोस्टर ब्याय बने बुरहान बानी की मौत के बाद तो पाकिस्तान इस दिशा में बहुत सक्रियता से मांग करने लगा है। संभवतः वह […] Read more » Featured जम्मू-कश्मीर पाक अधिकृत' कश्मीर पाकिस्तान
राजनीति अनुच्छेद 370 का राज्य के विलय की पूर्णता से कोई संबंध नहीं May 30, 2014 / May 30, 2014 | 1 Comment on अनुच्छेद 370 का राज्य के विलय की पूर्णता से कोई संबंध नहीं वीरेन्द्र सिंह चौहान भारतीयसंविधान का अनुच्छेद 370 बार फिर चर्चा में है। राष्ट्रीय स्तर पर यहचर्चा या बहस छिडऩा नितांत स्वाभाविक है। ऐसा इसलिए चूंकि इस देशविरोधीसंवैधानिक प्रावधान का खुल कर विरोध करती रही भारतीय जनता पार्टी का इस समयदेश में शासन है। अनुच्छेद तीन सौ सत्तर के अप्रासांगिक, अनुपयोगी और राज्यके विकास में बाधा […] Read more » अनुच्छेद 370
महत्वपूर्ण लेख आखिर कब तक मनाते रहेंगे निष्कासन दिवस January 20, 2014 / January 20, 2014 | Leave a Comment -वीरेन्द्र सिंह चौहान- चौबीस बरस बाद भी कश्मीरी हिंदुओं की घर-वापसी की कहीं कोई ठोस योजना नहीं- उन्नीस जनवरी उन्नीस सौ नब्बे भारतीय इतिहास का वह काला और दुर्भाग्यपूर्ण दिन है जब महर्षि कश्यप की भूमि कश्मीर घाटी से लाखों भारतीय नागरिकों को महज इसलिए अपने घर-आंगन-दूकान-कारोबार छोड़कर निकलना पड़ा था चूंकि वे हिंदू […] Read more » Kashmiri Hindu आखिर कब तक मनाते रहेंगे निष्कासन दिवस
महत्वपूर्ण लेख मनमोहन-मुशर्रफ करार का आधिकारिक सच जानना जरूरी January 8, 2014 / January 8, 2014 | 1 Comment on मनमोहन-मुशर्रफ करार का आधिकारिक सच जानना जरूरी -वीरेन्द्र सिंह चौहान- विदाई गीत की धुन पर तनी-बुनी प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की हालिया पत्रकार वार्ता में प्रधानमंत्री के मुख से जम्मू-कश्मीर को लेकर निकले गिने-चुने अल्फाज हैरत और चिंता में डालने वाले हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पड़ोसी देशों के साथ संबंध सुधारने की कोशिशों में उनकी टीम जम्मू-कश्मीर की समस्या के […] Read more » Manmohan singh-Parvez Musharraf meet मनमोहन-मुशर्रफ करार का आधिकारिक सच जानना जरूरी
राजनीति विधि-कानून अनुच्छेद तीन सौ सत्तर पर नई बहस छेडऩे में सफल रहे मोदी December 18, 2013 / December 18, 2013 | 1 Comment on अनुच्छेद तीन सौ सत्तर पर नई बहस छेडऩे में सफल रहे मोदी वीरेन्द्र सिंह चौहान भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी अपनी हालिया जम्मू रैली के बहाने संविधान के अस्थायी प्रावधान अनुच्छेद तीन सौ सत्तर पर एक नई बहस छेडऩे में कामयाब रहे। दरअसल संविधान के इस भेदभावपूर्ण प्रावधान पर चर्चा और बहस तो संसद के भीतर और बाहर पचास के दशक से […] Read more » अनुच्छेद तीन सौ सत्तर पर नई बहस छेडऩे में सफल रहे मोदी
राजनीति जम्मू से गिलगित-बल्टिस्तान तक फैली रियासत की निगाहें रहेंगी मोदी के दौरे पर November 30, 2013 | 2 Comments on जम्मू से गिलगित-बल्टिस्तान तक फैली रियासत की निगाहें रहेंगी मोदी के दौरे पर संविधान से सरहद तक के सवालों पर क्या बोलेंगे भाजपा के महारथी मोदी ? वीरेन्द्र सिंह चौहान प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर इन दिनों सारी दुनिया कर निगाहें टिकी हैं। देश से बाहर वे टाइम्स मैगजीन के पर्सन ऑफ दि इयर की दौड़ में भी अग्रणी हैं तो मध्य एशिया […] Read more »
राजनीति विश्ववार्ता कश्मीर और आतंक पर प्रधानमंत्री की हुंकार October 1, 2013 | Leave a Comment कश्मीर और आतंक पर प्रधानमंत्री की हुंकार और सियासी व्यवहार में तालमेल की दरकार वीरेन्द्र सिंह चौहान दुनिया की सबसे बड़ी मगर सबसे कमजोर पंचायत अर्थात संयुक्त राष्ट्र महासभा में दुनिया के सबसे बड़े प्रजातंत्र के प्रधानमंत्री डा. मनमोहन शनिवार को कुछ विषयों पर दो टूक बोलते सुने गए। पहला विषय यह कि जम्मू कश्मीर […] Read more » कश्मीर और आतंक पर प्रधानमंत्री की हुंकार
राजनीति ड्रेगन के दुस्साहस और दिल्ली की दरियादिली May 10, 2013 / May 10, 2013 | Leave a Comment ड्रेगन के दुस्साहस और दिल्ली की दरियादिली में किसी कमी के संकेत नहीं वीरेन्द्र सिंह चौहान कई सप्ताह तक हमारी जमीन पर तंबू गाड़कर दादागिरी दिखाने वाले चीनी आखिर अपना सामान समेट कर वापस लौट गए हैं। वे कितना पीछे लौटे हैं, इसको लेकर अभी परस्पर विरोधी खबरें आ रही हैं। एक सूचना उनके दोनों […] Read more » ड्रेगन के दुस्साहस दिल्ली की दरियादिली