राजनीति मजबूत लोकतंत्र के लिये नये लीडर तलाशने होंगे July 21, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग वर्तमान में भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। लोकतंत्र एक जीवित तंत्र है, जिसमें सबको समान रूप से अपनी-अपनी मान्यताओं के अनुसार चलने की पूरी स्वतंत्रता होती है। लोकतंत्र की नींव जनता के मतों पर टिकी होती है। नागरिकों की आशा-आकांक्षाओं के अनुरूप प्रशासन देने वाला, संसदीय प्रणाली पर आधारित इसका […] Read more » new leaders for strong democracy नये लीडर तलाशने होंगे मजबूत लोकतंत्र लोकतंत्र
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म गुरु पूर्णिमा आत्म-बोध की प्रेरणा का शुभ त्योहार July 18, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग- पश्चिमी देशों में गुरु का कोई महत्व नहीं है विज्ञान और विज्ञापन का महत्व है परन्तु भारत में सदियों से गुरु का महत्व रहा है। जीवन विकास के लिए भारतीय संस्कृति में गुरु की महत्वपूर्ण भूमिका मानी गई है। गुरु की सन्निधि, प्रवचन, आशीर्वाद और अनुग्रह जिसे भी भाग्य से मिल जाए उसका […] Read more » गुरु पूर्णिमा
समाज सार्थक पहल हर रोज अपने जीवन को नया अर्थ दे July 15, 2016 | Leave a Comment q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-q-qललित गर्ग आज पूरी दुनिया में उथल-पुथल का दौर चल रहा होता है, ऐसी स्थितियों में अक्सर लोग लक्ष्य को पाने की आस छोड़ देते हैं। उनका सारा ध्यान महज अपने अस्तित्व को बचाए रखने में लग जाता है। लक्ष्य का होना जीवन को स्पष्टता देता है। अच्छी खबर यह है कि आप बंधी-बंधाई सुरक्षित […] Read more » जीवन
राजनीति उत्तर प्रदेश को है सक्षम नेतृत्व की तलाश July 15, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग भारतीय राजनीति में उत्तर प्रदेश का महत्व सर्वाधिक इसलिये है क्योंकि केन्द्र की राजनीति भी वही से निर्धारित होती रही है। इसीलिये एक मुहावरा चर्चित है कि दिल्ली का रास्ता लखनऊ से होकर जाता है। इस जैसे बड़े, जटिल और बहुध्रुवीय राज्य का चुनाव एक बार फिर चर्चा में हैं। सभी राजनीतिक दलों […] Read more » Featured उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव उत्तर प्रदेश वर्तमान राजनीतिक परिवेश सक्षम नेतृत्व की तलाश
धर्म-अध्यात्म अध्यात्म की फसल उगाने का अवसर है वर्षावास July 11, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग भारतीय धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा में चातुर्मास का विशेष महत्व है। विशेषकर वर्षाकालीन चातुर्मास का। हमारे यहां मुख्य रूप से तीन ऋतुएँ होती हैं- ग्रीष्म, वर्षा और शरद। वर्ष के बारह महीनों को इनमें बॉंट दें, तो प्रत्येक ऋतु चार-चार महीने की हो जाती है। वर्षा ऋतु के चार महीनों के लिए ‘चातुर्मास’ […] Read more » वर्षावास
जन-जागरण विविधा सपनों की मायावी दुनिया का सच July 5, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग स्वप्न का हमारे जीवन के साथ गहरा तादात्म्य है। स्वप्न क्यों आते हैं, उनका वास्तविक जीवन से क्या संबंध है, क्या स्वप्न सच के प्रतिबिम्ब होते हैं, क्या स्वप्न जीवन को प्रभावित करते हैं- ऐसे अनेक प्रश्न है जो बंद पलकों के पीछे की इस रोमांचक दुनिया से जुडे़ है। इस […] Read more » the truth behind dream world सपनों की मायावी दुनिया सपनों की मायावी दुनिया का सच
समाज क्यों गुम हो रहा है जीवन का संगीत? July 4, 2016 / July 4, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग जीवन का तब तक कोई मतलब नहीं होता जब तक इसे जीने वाला इसके लिये अर्थ न चुन ले। मानव जीवन का मूल्य तभी बढ़ता है जब आप जीवन को समझते हैं, जीवन के प्रति आपका सकारात्मक नजरिया होता है। क्लियरवाॅटर ने कहा भी है कि हरेक पल आप नया जन्म […] Read more » क्यों गुम हो रहा है जीवन का संगीत? गुम हो रहा है जीवन का संगीत
समाज ईद है मानव से मानव के मिलन का त्यौहार July 1, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग भारतवर्ष की ख्याति जहां यहां के साम्प्रदायिक सौहार्द एवं आपसी सद्भावना के कारण है वहीं यहां के पर्व-त्यौहारों की धर्म-समन्वय एवं एकता के कारण भी है। इन त्योहारों में इस देश की सांस्कृतिक विविधता झलकती है। यहां बहुत-सी कौमें एवं जातियां अपने-अपने पर्व-त्योहारों तथा रीति-रिवाजों के साथ आगे बढ़ी हैं। प्रत्येक पर्व-त्यौहार […] Read more » ईद मानव से मानव के मिलन का त्यौहार
समाज धर्मगुरुओं का व्यावसायी हो जाना! June 28, 2016 / June 28, 2016 | 2 Comments on धर्मगुरुओं का व्यावसायी हो जाना! ललित गर्ग हाल में हमारे देश में अनेक ऐसे धर्मगुरुओं का उभार हुआ है, जिन्होंने धर्म को धन से जोड़ दिया है। वे भारत में सबसे तेज रफ्तार से उपभोक्ता सामान बेच कर लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं। उनके प्रशंसकों की संख्या करोड़ों में है जो उन्हें धर्मगुरु से ज्यादा एक व्यावसायिक के रूप […] Read more » Featured धर्म और राजनीति धर्मगुरु धर्मगुरुओं की धन के प्रति बढ़ते आकर्षण व्यावसायी धर्मगुरु
महिला-जगत समाज घरेलू महिलाओं के अस्तित्व से जुड़े प्रश्न June 25, 2016 / June 25, 2016 | Leave a Comment ललित गर्ग एक महिला एक कंपनी में काम करती है। निश्चित अवधि एवं निर्धारित दिनों तक काम करने के बाद उसे एक निर्धारित राशि वेतन के रूप में मिलती है। उसके इस कार्य को और उसके इस क्रम को राष्ट्रीय उन्नति के योगदान के रूप में देखा जाता है। यह माना जाता है […] Read more » domestic women Featured incentives to domestic women घरेलू महिला
शख्सियत समाज आचार्य तुलसी : जिन्होंने धर्म को आडम्बरमुक्त बनाया June 10, 2016 / June 11, 2016 | Leave a Comment आचार्य तुलसी निर्वाण दिवस- 23 जून, ललित गर्ग अपनी आवाज की डोर से लाखों-करोड़ों लोगों में मानवीयता का जुनून भर दे और यह अहसास दिला दे कि ये कायनात उतनी ही नहीं जितनी हमने देखी हैं- सितारों से आगे जहां और भी है- आज के दौर में यह आवाज आचार्य तुलसी की हैै। आचार्य तुलसी […] Read more » आचार्य तुलसी आचार्य तुलसी निर्वाण दिवस- 23 जून आडम्बरमुक्त धर्म धर्म को आडम्बरमुक्त बनाया
खान-पान विविधा राजस्थानी व्यंजन: जायका भी गुणवत्ता भी June 6, 2016 / June 6, 2016 | 1 Comment on राजस्थानी व्यंजन: जायका भी गुणवत्ता भी ललित गर्ग – राजस्थान को सांस्कृतिक दृष्टि से भारत के समृद्ध प्रदेशों में गिना जाता है। यहां की संस्कृति जहां त्याग, बलिदान एवं शौर्य की अद्भुत दास्तान है वहीं कला, संगीत, साहित्य एवं सांस्कृतिक प्रतीकों एक विशाल सागर है। यहां संस्कृति तो गाँव-गाँव ढांणी-ढांणी, चैपाल चबूतरों, महल-प्रासादों में ही नहीं, वह तो घर-घर जन-जन में […] Read more » Featured Rajasthani dishes राजस्थानी व्यंजन