लेख देश की आजादी और आर्यसमाज August 16, 2019 / August 16, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। सृष्टि के आदि काल से महाभारत काल तक भारत का सारी दुनिया पर चक्रवर्ती राज्य रहा है। युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ में भी प्रायः पूरे विश्व के राजा आये थे और उन्होंने युधिष्ठिर को अपना नेता व चक्रवर्ती राजा स्वीकार किया था और उनको अपने अपने देश की मूल्यवान वस्तुयें भेंट […] Read more » Aryasamaj Country independence
लेख “देशभक्ति वा देश के प्रति सच्ची निष्ठा प्रत्येक देशवासी का प्रमुख-कर्तव्य एवं प्रमुख-धर्म” August 14, 2019 / August 14, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। देश और देश भक्ति क्या है यह हमें ज्ञात होना चाहिये। केवल स्वार्थ के वशीभूत होकर अपने देश व समाज की उपेक्षा करना मनुष्यत्व न होकर सबसे निन्दित कर्म व कृत्य होता है। इसके अनेक कारण हैं जिसका वर्णन हम लेख में आगे प्रस्तुत करेंगे। यह हमारे देश का दुर्भाग्य है […] Read more » Patriotism principal duty principal religion true allegiance
लेख “मनुष्य का भोजन दुग्ध व फलों से युक्त विषमुक्त शाकाहार है” August 13, 2019 / August 13, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। मनुष्य दो पैर व दो हाथ वाला एक ऐसा प्राणी है जो बुद्धि रखता है व अपने दो पैरों पर सीधा खड़ा होकर चारों दिशाओं में से किसी भी एक दिशा में एक समय में गमन कर सकता है। मनुष्य को जीवन जीने के लिये आहार या भोजन की आवश्यकता होती […] Read more » fruits human food mil poisonfree Vegetarian Food
चिंतन धर्म-अध्यात्म “गुरुकुल ब्रह्मचारियों को विद्या देने के साथ उन्हें तपस्वी बनाता हैः स्वामी प्रणवानन्द सरस्वती” August 13, 2019 / August 13, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। दिनांक 11-8-2019 को देहरादून स्थित गुरुकुल पौंधा में 28 नये प्रविष्ट ब्रह्मचारियों के वेदारम्भ एवं उपनयन संस्कार सम्पन्न किये गये। प्रातः 7.00 बजे संस्कार विधि में दिये गये विधि विधान के अनुसार उपनयन एवं वेदारम्भ संस्कार अनेक आचार्यों, विद्वानों, गुरुकुल के ब्रह्मचारियों के अभिभावकों एवं स्थानीय निवासियों की उपस्थिति में सोल्लास […] Read more » gurukul swami prwanand sarswati
लेख “राव रामविलास शारदा लिखित ऋषि जीवन चरित्र ‘आर्य धर्मेन्द्र जीवन’ एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक दस्तावेज” August 13, 2019 / August 13, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ऋषि दयानन्द ने आर्यसमाज की स्थापना 10 अप्रैल, सन् 1875 को मुम्बई में की थी। ऋषि का जीवन संसार के सबसे महान एक महापुरुष का जीवन था। उनके अनेक जीवन चरित अनेक विद्वानों ने लिखे हैं। पं0 लेखराम, पं0 देवेन्द्रनाथ मुखोपाध्याय, स्वामी सत्यानन्द, श्री हरविलास शारदा, मास्टर लक्ष्मण आर्य आदि द्वारा […] Read more » arya dharmendra life historic document rao ramvilash sharda
धर्म-अध्यात्म “हम ईश्वर का प्रत्यक्ष कर सकते है” August 12, 2019 / August 12, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। हम संसार को देखकर विचार करते हैं कि यह विशाल ब्रह्माण्ड किसने, कब, क्यों व कैसे बनाया? संसार के मत- मतान्तरों के ग्रन्थों में इस प्रश्न का उत्तर नहीं मिलता। अतः लोग इन प्रश्नों के मन में आने तथा उत्तर न मिलने पर कुछ दिन बाद अपनी जिज्ञासा को भूल जाते […] Read more » God visible we direct them
चिंतन “प्रत्यक्षदर्शी स्वामी अच्युतानन्द और स्वामी आर्यमुनि August 12, 2019 / August 12, 2019 | Leave a Comment द्वारा ऋषि दयानन्द का वर्णन” -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। आर्यसमाज के उच्च कोटि के विद्वान और ऋषि दयानन्द के जीवन के मर्मज्ञ डा0 भवानीलाल भारतीय जी ने एक पुस्तक लिखी है जिसका नाम है ‘‘मैंने ऋषि दयानन्द को देखा”। भारतीय जी ने इस पुस्तक की रचना दो खण्डों में की है। प्रथम खण्ड में 25 […] Read more » and Swami Aryamuni Eyewitness Swami Achuthanand
धर्म-अध्यात्म क्या सभी उपासना पद्धतियां सत्य तथा समान रूप से हितकर हैं? August 9, 2019 / August 9, 2019 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य बचपन से ही इस संसार को देखकर विस्मित एवं आश्चर्यान्वित होता रहा है। बड़ा होने पर बहुत से मनुष्य इस संसार को देखकर इसके रचयिता को ईश्वर के रूप में स्वीकार करते हैं। उन्हें न तो स्कूलों में और न ही घरों में माता-पिता व दादा-दादियों द्वारा ईश्वर व आत्मा […] Read more » उपासना पद्धति
चिंतन “मनुष्य जीवन की उन्नति और उसके उपायों पर विचार” August 8, 2019 / August 8, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। मनुष्य जीवन हमें शरीर व आत्मा की उन्नति के लिये मिला है। इन दोनों की उन्नति होने पर ही हम अपनी सामाजिक एवं लौकिक उन्नति कर सकते हैं। शरीर की उन्नति का तात्पर्य यह है कि हमारा शरीर निरोग, पूर्ण स्वस्थ व बलवान हो। शरीर में यथोचित शक्ति सहित सभी प्रकार […] Read more » and its remedies man life
चिंतन धर्म-अध्यात्म “ऋषि दयानन्द के अनुसार कृष्ण लीला से कृष्णजी का अपमान होता है” August 7, 2019 / August 7, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ऋषि दयानन्द जी का जिन दिनों मेरठ में आगमन हुआ था, तब वहां ‘धर्मरक्षिणी सभा’ की ओर से तीन प्रश्न प्रश्न उपस्थित किये गये थे जिनका स्वामी जी ने अपने व्याख्यान में उत्तर दिया था। ऋषि के व्याख्यानों में उपस्थित एक ऋषि भक्त ने उनके दिये उत्तरों को नोट कर लिया […] Read more » krishn leela Krishna Rishi Dayanand
धर्म-अध्यात्म “सद्धर्म वेद का प्रचार व आचरण सभी विद्वानों एवं सत्पुरुषों का कर्तव्य व धर्म” August 7, 2019 / August 7, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। मनुष्य का ईश्वर व जीवात्मा के सत्यस्वरूप को जानकर ईश्वर की उपासना करना तथा उपासना करते हुए अपनी आत्मा की उन्नति करना वेदाध्ययन के समान परम धर्म है। देश व समाज सहित अपनी शारीरिक, आत्मिक व सामाजिक उन्नति करना आत्मा की उन्नति में ही सम्मिलित हैं। मनुष्य को ज्ञान व मार्गदर्शन […] Read more » relegion scholar Ved
धर्म-अध्यात्म “स्वामी दयानन्द का निर्माण स्वामी विरजानन्द की शिक्षा ने किया” August 7, 2019 / August 7, 2019 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। ऋषि दयानन्द विश्व-दिग्विजयी ऋषि हैं। उन्होंने सभी मतों के आचार्यों को शंका समाधान, वार्ता तथा शास्त्रार्थ का अवसर देकर एवं साथ ही सभी मतों की शंकाओं का समाधान कर तथा 55 से अधिक शास्त्रार्थों में विजयी होकर वह विश्व गुरु व दिग्विजयी विद्वान् बने हैं। उन्होंने सत्यार्थप्रकाश रूपी जो अनूठा धर्म-ग्रन्थ […] Read more » swami dayanand