कविता : जीवन का हिसाब
मिलन सिन्हा तुमसे बेहतर तुम्हें जाने कौन मुझसे बेहतर मुझे जाने कौन लोग कहें…
मिलन सिन्हा तुमसे बेहतर तुम्हें जाने कौन मुझसे बेहतर मुझे जाने कौन लोग कहें…
मिलन सिन्हा समाचार पत्रों के मुखपृष्ठ एक बार फिर खून से रंगे पड़े हैं…
मिलन सिन्हा तिकड़म सब हो गए फेल नेताजी पहुँच ही गए जेल बनने लगे…
मिलन सिन्हा कसमें वादे निभायेंगे न हम मिलकर खायेंगे जनम जनम जनता ने चुनकर…
मिलन सिन्हा अबतक खींच-तान, आरोप-प्रत्यारोप जारी है। ओलम्पिक खेल में भारत की वापसी के रास्ते कठिन…
मिलन सिन्हा कभी कभी खुद पर हंसना भी अच्छा लगता है कभी कभी दूसरों पर…
मिलन सिन्हा बातें हुई तमाम, कुछ काम तो करो दूर है मुकाम, कुछ काम तो…
मिलन सिन्हा आज हम सब 67वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं । बड़े ताम-झाम से…
मिलन सिन्हा आधुनिक युग कलयुग तो है ही ‘क्यू’ युग भी है जहाँ जाइए वहां …
मिलन सिन्हा हास्य व्यंग्य कविताएं : नेता- अभिनेता, असरकारी नेता-अभिनेता नेता और अभिनेता चुनाव मैदान…