धर्म-अध्यात्म दुख का बोध और योगसिद्धि का आनंद January 5, 2011 / December 18, 2011 | Leave a Comment हृदयनारायण दीक्षित दुख और सुख सामान्य संसारी अनुभव हैं लेकिन ‘दुख की संरचना का बोध’ सौभाग्यशाली अनुभूति है। यही बोध कपिल को हुआ था, दुख बोध से ही विश्वविख्यात् सांख्यदर्शन उगा। महात्मा बुध्द का नाम बोधिसत्व से बुद्ध हुआ, दुख संरचना के गहन बोध की बुध्द कथा सारी दुनिया जानती है। ऋषि कणाद का परमाणुवाद […] Read more » Yogsiddhi योगसिद्धि
स्वास्थ्य-योग रामबाण नहीं है योग January 4, 2011 / December 18, 2011 | 4 Comments on रामबाण नहीं है योग चांदनी योग में ज्यादातर बीमारियों के इलाज की बजाय] बचाव की क्षमता ज्यादा है। यह कहना है हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अधयक्ष डॉ. के. के. अग्रवाल का। क्लीनिकल ट्रायल वाले कई अधययनों से यह स्पष्ट हो गया है कि जिन मामलों में दवाओं और दवाएं अथवा सर्जिकल प्रक्रिया जरूरी है उनमें सिर्फ योगिक […] Read more » Yog योग
स्वास्थ्य-योग अगर बच्चा नहीं होता तो वज़न घटाएं January 4, 2011 / December 18, 2011 | Leave a Comment चांदनी पुरुष और महिलाएं दोनों ही मोटापे के शिकार हों तो जब तक वे अपने वज़न में कमी नहीं लाते तब तक उनमें नपुंसकता और बांझपन की समस्या हो सकती है। और पहली बार में वज़न में कमी करने से इस समस्या से निजात पायी जा सकती है। हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष […] Read more » Weight Decrease वज़न घटाएं
स्वास्थ्य-योग सर्दी में धूम्रपान से करें परहेज़ January 4, 2011 / December 18, 2011 | Leave a Comment चांदनी धूम्रपान से न सिर्फ हृदयाघात, लकवा और रक्तचाप के बढ़ने का खतरा बढ़ता है बल्कि इससे नपुंसकता का खतरा भी बढ सकता है। जो पुरुष एक दिन में 20 सिगरेट पीते हैं उनमें से 40 फीसदी से ज्यादा इरेक्टाइल डिसफंक्शन के शिकार होते हैं बनिस्बत धूम्रपान न करने वालों के। हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ […] Read more » Smoking धूम्रपान सर्दी
प्रवक्ता न्यूज़ ‘लोक’ मीडिया के लिए डाउन मार्केट चीजः संजय द्विवेदी January 3, 2011 / December 18, 2011 | Leave a Comment लोकसाहित्य और मीडिया विषय पर व्याख्यान मुलताई (बैतूल-मप्र)। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल में जनसंचार विभाग के अध्यक्ष एवं मीडिया विश्लेषक संजय द्विवेदी का कहना है कि ‘लोक’ मीडिया के लिए डाउन मार्केट चीज है। ‘लोक’ का बिंब जब हमारी आंखों में ही नहीं है तो उसका प्रतिबिंब क्या बनेगा। वे यहां मुलताई के शासकीय […] Read more » Loksahitya लोकमीडिया लोकसाहित्य
कहानी कहानी/वह मुझे अच्छी लगने लगी January 3, 2011 / December 18, 2011 | 11 Comments on कहानी/वह मुझे अच्छी लगने लगी प्रिय सुरेश, ये क्षेत्र छत्तीसगढ़ कहलाता है। छत्तीसगढ़ का मतलब बहुत से लोग कहते हैं कि इधर 36 वर्ष रहने के बाद ही आदमी इधर के लोगों को जानता है, कुछ लोग कहते हैं यहां के लोग जब तक छत्तीस गाँव न बदलें उन्हें चैन नहीं मिलता। लेकिन मैंने अनुभव किया कि छत्तीसगढ़ का मतलब […] Read more » Story
कविता स्वरचित दोहे January 3, 2011 / December 18, 2011 | 1 Comment on स्वरचित दोहे मरा मरा का जाप कर, डाकू बना महान। राम राम मैँ नित जपूँ , कब होगा कल्यान। रक्षक ही भक्षक बने, खीँच रहे हैँ खाल। हे प्रभु! मेरे देश का, बाँका हो ना बाल। आरक्षण के दैत्य ने, प्रतिभा निगली हाय। देश रसातल जा रहा, अब तो दैव बचाय। बेरोजगारी बढ. रही, जनसंख्या के साथ। […] Read more » Couplets दोहे
विविधा अंग्रेजी नववर्ष पर निवेदन December 31, 2010 / December 18, 2011 | 8 Comments on अंग्रेजी नववर्ष पर निवेदन विजय सोनी प्रवक्ता डॉट कॉम के माध्यम से मैं हिन्दुस्तान के उन सभी देशप्रेमियों को निवेदन करना चाहता हूँ, आज ३१ दिसम्बर २०१० है, सारे भारतवर्ष के सभी चौक-चौराहों पर आधी रात तक शोर शराबा या उत्साह मना कर अपनी बेशकीमती ताकत और ऊर्जा का नाश ना करें। ये याद रखिये कि यदि अंग्रेजी वर्ष […] Read more » New Year अंग्रेजी नववर्ष
राजनीति लोकतंत्र की मरम्मत भीतर से ही हो सकती है, उसे बुलडोजर से ढहाकर नहीं December 30, 2010 / December 18, 2011 | 1 Comment on लोकतंत्र की मरम्मत भीतर से ही हो सकती है, उसे बुलडोजर से ढहाकर नहीं सुनील कुमार डॉ. विनायक सेन को मिली उम्र क़ैद ने देश और दुनिया के बहुत से सामाजिक आंदोलनकारियों को हिला कर रख दिया है और छत्तीसगढ़ के एक जिले की अदालत के इस फ़ैसले को बहुत से क़ानूनी जानकार ख़ारिज़ ही कर दे रहे हैं कि यह एक कमज़ोर फ़ैसला है। क़रीब सौ पेज के […] Read more » Vinayak Sen डॉ. विनायक सेन माओवाद लोकतंत्र
राजनीति बीच बहस में डॉ. विनायक सेन December 30, 2010 / December 18, 2011 | 1 Comment on बीच बहस में डॉ. विनायक सेन प्रदीप चन्द्र पाण्डेय यह एक ऐसा समय है जब विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के साथ ही खबरपालिका पर भी उंगलियां उठ रही है। देश में न्यायालय के फैसलों का सम्मान होता रहा है, निर्णय किसी के पक्ष और किसी के विपक्ष में होता ही है। सौभाग्य यह कि न्यायपालिका स्वयं अवसर प्रदान करती है कि […] Read more » Vinayak Sen डॉ. विनायक सेन नक्सलवाद माओवाद
परिचर्चा परिचर्चा : क्या डॉ. विनायक सेन देशद्रोही हैं? December 28, 2010 / December 18, 2011 | 44 Comments on परिचर्चा : क्या डॉ. विनायक सेन देशद्रोही हैं? डॉ. विनायक सेन पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गए हैं। गौरतलब है कि पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) नेता और मानवाधिकार कार्यकर्ता डॉ. सेन को रायपुर जिला एवं सेशन न्यायालय के न्यायाधीश बीपी वर्मा ने 24 दिसंबर को देशद्रोह और साजिश रचने का दोषी करार दिया। न्यायालय ने डा. सेन के साथ […] Read more » Vinayak Sen डॉ. विनायक सेन
खेल जगत कबड्डी में स्वर्ण पदक December 27, 2010 / December 18, 2011 | Leave a Comment नरेन्द्र देवांगन जब से एशियाई खेलों में कबड्डी खेल को शामिल किया गया है, हम कबड्डी का स्वर्ण पदक जीतते आ रहे हैं। पुरूष कबड्डी टीम ने एशियाड 2010 में छठवीं बार स्वर्ण पदक जीता। इस तरह एशियाई खेलों में कबड्डी में भारतीय खिलाड़ियों ने लगातार स्वर्ण पदक जीतने का रिकार्ड बनाकर अपनी बादशाहत कायम […] Read more » Kabbadi कबड्डी