व्यंग्य आतंकवाद से युद्ध May 4, 2011 / December 13, 2011 | 1 Comment on आतंकवाद से युद्ध विजय कुमार सरकार लगातार हो रही आतंकी घटनाओं से बहुत दुखी थी। रेल हो या बस, मंदिर हो या मस्जिद, विद्यालय हो या बाजार, दिन हो या रात, आतंकवादी जब चाहें, जहां चाहें, विस्फोट कर उसकी नाक में दम कर रहे थे। विधानसभा चुनाव का खतरा सिर पर था। सरकार को लगा कि यदि इस […] Read more » terrorism आतंकवाद
धर्म-अध्यात्म चमत्कारी संत : सत्यसाईं बाबा May 4, 2011 / December 13, 2011 | 12 Comments on चमत्कारी संत : सत्यसाईं बाबा विजय कुमार भारत देवी, देवताओं और अवतारों की भूमि है। यहां समय-समय पर अनेक महापुरुषों ने जन्म लेकर मानवता के कल्याण के लिए अपना जीवन अर्पण किया है। ऐसे ही एक श्रेष्ठ संत थे श्री सत्य साईं बाबा। बाबा का जन्म 23 नवम्बर, 1926 को ग्राम पुट्टपर्थी (आंध्र प्रदेश) के एक निर्धन मजदूर पेंडवेकप्पा राजू […] Read more » Satya Sai Baba सत्यसाईं बाबा
विविधा श्री रामजन्मभूमि अभियान : मंदिर निर्माण से राष्ट्र निर्माण की ओर April 14, 2011 / December 14, 2011 | 7 Comments on श्री रामजन्मभूमि अभियान : मंदिर निर्माण से राष्ट्र निर्माण की ओर रामनवमी पर विशेष भारत की आत्मा श्रीराम – भारत एक धर्मप्राण देश है। समय-समय पर अनेक अवतारों ने यहां आकर इस देश और इसके निवासियों को ही नहीं, तो स्वयं को भी धन्य किया है। ऐसे ही एक महामानव थे मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम। महर्षि वाल्मीकि ने सर्वप्रथम श्रीरामकथा का उपहार हमें दिया। इसके बाद […] Read more » Ram Mandir अयोध्या आंदोलन श्रीराम जन्मभूमि
राजनीति हिन्दू संस्कृति का विशाल वट वृक्ष April 14, 2011 / December 14, 2011 | 4 Comments on हिन्दू संस्कृति का विशाल वट वृक्ष विजय कुमार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं में एक गीत प्रायः बोला जाता है – हिन्दू संस्कृति के वट विशाल तेरी चोटी नभ छूती है, तेरी जड़ पहुंच रही पाताल।। इस गीत की भावना के अनुरूप आज संघ एक विराट वट वृक्ष बन गया है। संघ के स्वयंसेवकों ने अपनी रुचि, प्रवृत्ति एवं आवश्यकता के […] Read more » RSS राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
धर्म-अध्यात्म संख्या बल बढ़ाने का पर्व: वासंतिक नवरात्र April 2, 2011 / December 14, 2011 | Leave a Comment विजय कुमार नवरात्र का पर्व वर्ष में दो बार आता है। आश्विन शुक्ल 1 से प्रारम्भ होने वाले शारदीय नवरात्र की समाप्ति आ0शु0 9 पर होती है। इसका अगला दिन विजयादशमी भगवान राम का रावण पर विजय का पर्व है। इसी प्रकार वासंतिक नवरात्र का प्रारम्भ चैत्र शुक्ल 1 को होकर श्रीराम के जन्म दिवस […] Read more » Navratra नवरात्र
राजनीति युवा और राजनीति March 29, 2011 / December 14, 2011 | 2 Comments on युवा और राजनीति विजय कुमार राजनीति में युवाओं की भूमिका कैसी हो, इस पर लोगों की अलग-अलग राय हो सकती है। पिछले दिनों राहुल गांधी ने विभिन्न माध्यमों से युवा पीढ़ी से सम्पर्क किया। विश्वविद्यालयों में जाकर उन्होंने युवाओं से राजनीति को अपनी आजीविका (कैरियर) बनाने को कहा; पर उनका यह विचार कितना समीचीन है, इस पर […] Read more » politics youth युवा राजनीति
धर्म-अध्यात्म नया साल जो आया है March 29, 2011 / December 14, 2011 | 1 Comment on नया साल जो आया है विजय कुमार लीजिये, हंसता और मुस्कुराता, खिलखिलाकर नव उल्लास बिखराता, निराशा को भगाता और आशा को बटोरता नया वर्ष फिर से आ गया। चारों ओर देखिये, पेड़ नये पत्तों और कलियों के आगमन से कैसे झूम रहे हैं। पेड़-पौधे मुक्तहस्त होकर सुगंध बांट रहे हैं। भला कौन वह मूर्ख होगा, जो परिवार में आ रहे […] Read more » New Year भारतीय नववर्ष
प्रवक्ता न्यूज़ मीडिया मीडिया, जनाकांक्षा और जनतंत्र March 29, 2011 / December 14, 2011 | Leave a Comment विजय कुमार एक व्यक्ति से दूसरे तक या एक स्थान से दूसरे स्थान पर किसी वस्तु को पहुंचाने के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता होती है। समाचारों और विचारों को फैलाने के लिए प्रयोग हो रहे माध्यम के लिए ही इन दिनों मीडिया शब्द रूढ़ हो गया है। मीडिया को विधायिका, कार्यपालिका […] Read more » media जनतंत्र मीडिया
खेल जगत व्यंग्य बाण: क्रिकेट के विशेषज्ञ March 29, 2011 / December 14, 2011 | Leave a Comment विजय कुमार भारत देवी-देवताओं और अवतारों का ही नहीं, विशेषज्ञों का भी देश है। हर व्यक्ति किसी न किसी बात का विशेषज्ञ होता है। यदि कहीं दस लोग एक साथ बैठे हों, तो उनमें चिकित्सा, ज्योतिष, शिक्षा, पर्यावरण, राजनीति और फिल्म का कम से कम एक-एक विशेषज्ञ अवश्य होगा। हर गांव या बिरादरी में […] Read more » Cricket क्रिकेट
वर्त-त्यौहार क्रांतिपर्व होली March 29, 2011 / December 14, 2011 | Leave a Comment विजय कुमार वसंत पंचमी के आते ही गांव, नगर के चौराहों पर झंडा गाड़कर कुछ लकड़ियां रख दी जाती हैं। गांव की चौपालों पर रात में लोग एकत्रित होकर फाग गाने लगते हैं। लोकगीत, संगीत और लोकनृत्य का माहौल बन जाता है। बच्चा हो या बूढ़ा, सबके पैर स्वयमेव ही थिरकने लगते हैं। खेतों में […] Read more » Holi
प्रवक्ता न्यूज़ विकिलीक्स के लीक February 23, 2011 / December 15, 2011 | Leave a Comment विजय कुमार बचपन में आपने भी ऐसी कहानियां सुनी होंगी, जिनमें वनदेवी की कृपा से किसी बच्चे को पक्षियों की बोली समझने का वरदान मिल गया। कुछ दिन पहले मैंने नाली में फंसे एक कुत्ते के पिल्ले की जान बचाई थी। सबने मेरे इस काम की प्रशंसा की। यद्यपि कुछ विरोधियों ने इसे मेरा ‘भाईचारा’ […] Read more » Wikileaks विकिलीक्स
व्यंग्य व्यंग्य बाण : दर्द का हद से गुजरना है… February 16, 2011 / December 15, 2011 | 2 Comments on व्यंग्य बाण : दर्द का हद से गुजरना है… विजय कुमार दुनिया में शायद ही कोई हो, जिसे कभी दर्द का अनुभव न हुआ हो। बूढ़ों में सिर, हाथ, पैर या पूरे शरीर का दर्द, बच्चों में विद्यालय न जाने के लिए पेट का दर्द और युवाओं के दिल में दर्द प्रायः देखने में आता हैं; पर लेखकों को एक विशेष प्रकार का दर्द […] Read more » Pain दर्द