बच्चों का पन्ना विधि-कानून लक्ष्य से दूर किशोर न्याय अधिनियम December 10, 2011 / December 10, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment जीनत जिशान फाजि़ल हाल ही में सर्वोच्च न्यायलय ने अपने एक अहम फैसले में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि वे अपने यहां सभी थानों में बाल कल्याण अधिकारी (सीडब्ल्यूओ) की तैनाती करे जो थानों में किशोरों के साथ होने वाले पुलिस बर्ताव पर निगरानी करेंगे। शीर्ष अदालत ने यह […] Read more » juvenile justice act किशोर न्याय अधिनियम
बच्चों का पन्ना कलयुग के कंस न बन जाएं कल के कर्णधार November 14, 2011 / December 3, 2011 by राजेश कश्यप | 1 Comment on कलयुग के कंस न बन जाएं कल के कर्णधार 14 नवम्बर / बाल दिवस पर विशेष राजेश कश्यप अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बच्चों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता सर्वप्रथम वर्ष 1934 में महसूस की गई और जेनेवा घोषणा के तहत बाल अधिकार सुनिश्चित किए गए। इसके उपरांत बच्चों के सर्वांगीण विकास और उनके हितों के रक्षार्थ संयुक्त महासभा द्वारा 20 नवम्बर, 1989 को बाल […] Read more » Future Generation कल के कर्णधार कलयुग के कंस
बच्चों का पन्ना कैसे बनती है आतिशबाजी? October 24, 2011 / December 5, 2011 by राजेश कश्यप | 1 Comment on कैसे बनती है आतिशबाजी? राजेश कश्यप दीपावली पर्व पर प्रत्येक बच्चे की इच्छा होती है कि वो आतिशबाजी करे। वैसे आतिशबाजी करने में बड़ा आनंद आता है। लेकिन, क्या आपको पता है कि आखिर इस आतिशबाजी को बनाया कैसे जाता है? अगर नहीं तो हम आपको इसी आतिशबाजी के अवसर (दीपावली) पर बताने जा रहे हैं कि किस प्रकार […] Read more » fireworks आतिशबाजी
कविता बच्चों का पन्ना सोनपरी और मुस्कान July 22, 2011 / December 8, 2011 by रहीम खान | 1 Comment on सोनपरी और मुस्कान दूर कहीं एक गाँव में रहती थी ‘ मुस्कान ‘ , माँ की थी वो राजदुलारी , और पिता की थी वो जान ! चिडियां-सी चहकती , फूलों-सी महकती , चेहरे पे उसके सदा रहती थी मुस्कान ! दादी से अपनी वो सुनती थी परियों की कहानियां ! नेकी और ईमानदारी का पाठ सिखाती थी […] Read more » सोनपरी और मुस्कान
बच्चों का पन्ना महज घटना नहीं, बच्चों की रेल से मौत…. July 19, 2011 / December 8, 2011 by रामकुमार विद्यार्थी | Leave a Comment रामकुमार ‘विद्यार्थी॔’ म.प्र. के दमोहसागर रेल लाइन पर मालगाड़ी के चपेट में आने के कारण 3 बच्चों की वीभत्स मौत हो गई। घटना अनुसार दमोह से सागर की तरफ जा रही रेल जैसे ही मलैया मिल के समीप पहुची तभी कचरा बीन रहे उम्र 14 वर्ष, अमीर 13 वर्ष एवं शाहिद उम्र 12 वर्ष कर […] Read more » घटना बच्चों की रेल से मौत
बच्चों का पन्ना बच्चों के प्रति लापरवाह सरकारें May 16, 2011 / December 13, 2011 by लिमटी खरे | 2 Comments on बच्चों के प्रति लापरवाह सरकारें लिमटी खरे सरकार चाहे केंद्र की हो राज्य की, सियासी दल चाहे जो भी हो, जनसेवक किसी भी मानसिकता का हो, हर कोई अपने आप को देश और समाज के उत्थान के प्रति अपने आप को पूरी तरह से समर्पित बताने से नहीं चूकता है। अपनी घोषित प्राथमिकताओं के प्रति ये सारे के सारे ठेकेदार […] Read more » child बच्चा
बच्चों का पन्ना मीडिया खतरों से खेलते बचपन पर अंकुश April 30, 2011 / December 13, 2011 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment खतरों से खेलते बचपन पर सर्वोच्च न्यायालय की अंकुश लगाने की पहल एक अच्छी शुरूआत है। क्योंकि करतब दिखाने वाले नाबालिग बच्चों को प्रदर्शन के दौरान जिस अनुशासित संतुलन बनाए रखने के मानसिक तनाव से गुजरना होता है, निशिचत रूप से वह पीड़ादायी होता है। इसलिए इन बच्चों को संजीदगाी से लेने की जरूरत है। […] Read more »
बच्चों का पन्ना खतरों से खेलते बचपन पर अंकुश April 23, 2011 / December 13, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on खतरों से खेलते बचपन पर अंकुश प्रमोद भार्गव खतरों से खेलते बचपन पर सर्वोच्च न्यायालय की अंकुश लगाने की पहल एक अच्छी शुरूआत है। क्योंकि करतब दिखाने वाले नाबालिग बच्चों को प्रदर्शन के दौरान जिस अनुशासित संतुलन बनाए रखने के मानसिक तनाव से गुजरना होता है, निशिचत रूप से वह पीड़ादायी होता है। इसलिए इन बच्चों को संजीदगी से लेने की […] Read more » Childhood बचपन
बच्चों का पन्ना सार्थक पहल तख्ती पे तख्ती, तख्ती पे दाना……….. March 23, 2011 / December 14, 2011 by शादाब जाफर 'शादाब' | 7 Comments on तख्ती पे तख्ती, तख्ती पे दाना……….. ॔॔तख्ती पे तख्ती, तख्ती पे दाना कल की छुटटी परसो को आना’’ पकर आज न जाने कितने लोग अपने बचपन में खो गये होगे। अब से लगभग तीन दशक पहले ज्यादातर बच्चे प्रारम्भिक शिक्षा सरकारी बेसिक प्राईमरी स्कूल में ही ग्रहण करते थे। मैने भी प्राईमरी शिक्षा सरकारी बेसिक प्राईमरी स्कूल में ही ग्रहण की […] Read more »
कहानी बच्चों का पन्ना एकलव्य प्रसंग : आधुनिक पुनर्पाठ March 16, 2011 / December 14, 2011 by अखिल कुमार (शोधार्थी) | 1 Comment on एकलव्य प्रसंग : आधुनिक पुनर्पाठ एक राजा का लड़का था जो इतने के बावजूद राजपूत नहीं था। चूँकि उसका पिता जन्म से क्षत्रप न होकर निशाद था अतः वह राजपूत होने की न्यूनतम अर्हता पूरी करके भी वांछनीयताओं में पिछड़ जाता था। तत्कालीन पूर्ण पक्के राज पुत्रों के समान उसने भी िक्षित होने का मन बनाया। हालांकि उसके पिता ने […] Read more »
बच्चों का पन्ना सिर्फ संस्कृति ही नहीं देश के भविष्य का भी संकेतक है बालपन January 8, 2011 / December 16, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on सिर्फ संस्कृति ही नहीं देश के भविष्य का भी संकेतक है बालपन -पंकज किसी भी देश का बच्चा उस देश की वास्तविक स्थिति पेश करता है। वह उसके सभ्यता संस्कृति से ही साक्षात्कार नहीं कराता है बल्कि उसके भविष्य का भी स्पष्ट संकेत देता है। इस स्थापना के आलोक में देखें तो हमारे नौनिहाल जिस हाल में हैं उसे देख कर खासी निराशा होती है। लेकिन यह […] Read more » culture संस्कृति
बच्चों का पन्ना बाल-व्यापार और यौन शोषण December 30, 2010 / December 18, 2011 by अनिल अनूप | Leave a Comment अनिल अनूप दुनिया में बहुत बड़ी संख्या में बच्चे बाल-व्यापार के शिकार हैं यह सर्वविदित है. देश में बाल व्यापार कानून की जद में वेश्याव्रित्त और यौन शोषण ही है, यह सत्य है की भारत के मौजूदा कानून बाल व्यापार पर लगाम लगाने में समर्थ नहीं है शायद इसीलिये नए कानून की आवश्यकता है. दुनिया […] Read more » Child exploitation बाल व्यापार बाल शोषण