धर्म-अध्यात्म विविधा अखण्ड सत्तास्वरूपा विश्वमयी चेतना अदिति October 16, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” परमेश्वर के तीनों ही लिंगों में नाम हैं । स्वामी दयानन्द सरस्वती ने सत्यार्थ प्रकाश के प्रथम सम्मुल्लास में कहा है कि, जितने ‘देव’ शब्द के अर्थ लिखे हाँ उतने ही ‘देवी’ शब्द के भी हैं l परमेश्वर के तीनों लिंगों में नाम हैं , जैसे – ब्रह्म चितिश्वरेश्चेति l जब ईश्वर का […] Read more » Featured अखण्ड सत्तास्वरूपा विश्वमयी चेतना अदिति
धर्म-अध्यात्म विविधा हम शास्त्रार्थ से सत्यार्थ, यथार्थ और तथ्यार्थ के उपासक बनें October 16, 2015 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment इस्लाम का दुष्प्रभाव इस्लाम ने भारत में पदार्पण किया तो उसने भारत की प्राचीन ऐतिहासिक धरोहर और ऐतिहासिक संपदा को विनष्ट करने में किसी प्रकार की कमी नही छोड़ी। उसने भारत पर अपने आतंक और अत्याचारों की काली छाया डालकर ‘मां भारती’ के वैभव को पूर्णत: मिटाने का प्रयास किया। इस प्रकार भारत पर इस्लाम […] Read more » Featured यथार्थ और तथ्यार्थ के उपासक बनें हम शास्त्रार्थ से सत्यार्थ
धर्म-अध्यात्म ईश्वर, माता-पिता, आचार्य, वायु, जल व अन्न आदि देवताओं का ऋणी मनुष्य October 15, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य इस संसार में पूर्व जन्म के प्रारब्ध को लेकर जन्म लेता है। माता-पिता सन्तान को जन्म देने व पालन करने वाले होने से सभी सन्तानें इन दो चेतन मूर्तिमान देवताओं की ऋणी हैं। माता अपनी सन्तान को दस महीनों तक गर्भ में रखकर उसे जन्म देने योग्य बनाती है, इससे उसे […] Read more » Featured अन्न आचार्य ईश्वर जल देवताओं का ऋणी मनुष्य माता पिता वायु
धर्म-अध्यात्म यज्ञ क्या होता है और कैसे किया जाता है? October 14, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य यज्ञ सर्वश्रेष्ठ कार्य वा कर्म को कहते हैं। आजकल यज्ञ शब्द अग्निहोत्र, हवन वा देवयज्ञ के लिए रूढ़ हो गया है। अतः पहले अग्निहोत्र वा देवयज्ञ पर विचार करते हैं। अग्निहोत्र में प्रयुक्त अग्नि शब्द सर्वज्ञात है। होत्र वह प्रक्रिया है जिसमें अग्नि में आहुत किये जाने वाले चार प्रकार के द्रव्यों […] Read more » Featured यज्ञ यज्ञ कैसे किया जाता है यज्ञ क्या होता है
धर्म-अध्यात्म वर्त-त्यौहार नवरात्रों में दूर करें अपने घर के वास्तुक्षेत्रों से अस्त-व्यस्तता October 14, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment नवरात्रों में मां दुर्गा की पूजा का सही विधान, सही दिशा एवं पूजा रूम की सजावट के साथ एक और महत्वपूर्ण पक्ष भी है जिसका ध्यान रखना जरूरी है। और वह है घर का साफ़-सुथरा होना व चीज़ों का सही स्थान पर रखा होना। इस बारे में बता रहे हैं वास्तुशास्त्री प्रसाद कुलकर्णी सीईओ […] Read more » Featured वास्तुक्षेत्रों से अस्त-व्यस्तता
धर्म-अध्यात्म सार्थक करें नवरात्रि October 13, 2015 by डॉ. दीपक आचार्य | Leave a Comment शक्ति उपासना की दृष्टि से नवरात्रि काल सर्वाधिक उपयुक्त समय है जिसमें थोड़ी सी देवी पूजा करने मात्र से अधिकाधिक फल प्राप्त होता है। नवरात्रि में साधना के दो आयाम देखने को मिलते हैं – वैयक्तिक और सामूहिक। वैयक्तिक साधना में एकान्त और एकाग्रता की आवश्यकता है जबकि सामूहिक साधना में आराधना का मिश्रित और […] Read more » सार्थक करें नवरात्रि
धर्म-अध्यात्म पर्व - त्यौहार वर्त-त्यौहार विविधा नवरात्रोत्सव में देवी की उपासना धर्मशास्त्रानुसार कैसे करें ? October 13, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment आश्विन शुक्ल प्रतिपदा से नवरात्रोत्सव आरंभ होता है । इस वर्ष नवरात्रोत्सव १३ अक्टूबर, २०१५ से आरंभ हो रहा है । इस काल में नवरात्रोत्सव में घटस्थापना करते हैं । अखंड दीप के माध्यम से नौ दिन श्री दुर्गादेवी की पूजा करना अर्थात नवरात्रोत्सव मनाना । नवरात्रि के काल में श्री दुर्गादेवी का तत्त्व अधिक […] Read more » Featured नवरात्रोत्सव में देवी की उपासना
धर्म-अध्यात्म ज्ञान-ध्यान के बिना ईश्वर प्राप्त नहीं होता October 13, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment वेदादि ग्रन्थों के अध्ययन, तर्क, विवेचना और सम्यक् ज्ञान-ध्यान के बिना ईश्वर प्राप्त नहीं होता’ मनमोहन कुमार आर्य संसार में किसी भी वस्तु का ज्ञान प्राप्त करना हो तो उसे देखकर व विचार कर कुछ-कुछ जाना जा सकता है। अधिक ज्ञान के लिये हमें उससे सम्बन्धित प्रामाणिक विद्वानों व उससे सम्बन्धित साहित्य की शरण लेनी […] Read more » Featured ज्ञान-ध्यान के बिना ईश्वर प्राप्त नहीं होता
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म छत्तीसगढ़ में देवी उपासना के शक्तिपीठ October 13, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment अनामिका नवरात्रि का छत्तीसगढ़ में विशेष महत्व है। प्राचीन काल में देवी के मंदिरों में जवारा बोई जाती थी और अखंड ज्योति कलश प्रज्वलित की जाती थी। यह परम्परा आज भी अनवरत जारी है। ग्रामीणों द्वारा माता सेवा और ब्राह्मणों द्वारा दुर्गा सप्तमी का पाठ और भजन आदि की जाती है। छत्तीसगढ़ में अनादिकाल से […] Read more » Featured छत्तीसगढ़ में देवी उपासना देवी उपासना देवी उपासना के शक्तिपीठ
धर्म-अध्यात्म आद्याशक्ति दुर्गतिनाशिनी भगवती श्रीदुर्गा October 12, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” नारी देवताओं में सर्वोपरि, शाक्तमत की आधारशिला आद्याशक्ति दुर्गतिनाशिनी भगवती श्रीदुर्गा की उपासना बड़े व्यापक रूप में भारतवर्ष के समस्त अंचलों में विभिन्न रूपों में की जाती है तथा घर-घर में शक्तिरूपिणी ब्रह्म भगवती श्रीदुर्गा की उपासना के अनेक स्त्रोत,ध्यान के मन्त्र, सहस्त्रनाम, चालीसादि, जो कि संस्कृत वाङ्मय के अनेकानेक साहित्यों में उपलब्ध […] Read more » Featured आद्याशक्ति दुर्गतिनाशिनी भगवती श्रीदुर्गा भगवती श्रीदुर्गा
धर्म-अध्यात्म “श्रद्धयां इदम् श्राद्धम्” October 6, 2015 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment शास्त्र का वचन है-“श्रद्धयां इदम् श्राद्धम्” अर्थात पितरों के निमित्त श्रद्धा से किया गया कर्म ही श्राद्ध है। मित्रों, आगामी 28 सितम्बर 2015 ( सोमवार) से महालय “श्राद्ध पक्ष” प्रारम्भ होने जा रहा है। इन सोलह (16) दिनों पितृगणों (पितरों) के निमित्त श्राद्ध व तर्पण किया जाता है। किन्तु जानकारी के अभाव में अधिकांश लोग […] Read more » "श्रद्धयां इदम् श्राद्धम्" Featured
धर्म-अध्यात्म श्रम करने वालों का मित्र बनता है भगवान् October 6, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” अर्थ अर्थात धन की महता से कौन परिचित नहीं है । अर्थ जीवन की मूलभूत आवश्यकता है, और मनुष्यों के लिए धन का अभाव असह्य है। यद्यपि मानव जीवन का लक्ष्य निरन्तर उन्नति के पथ पर आरूढ़ होना है, और उसकी प्राप्ति का साधन ऐसा प्रयोगात्मक ज्ञान है, जिस पर चलकर मनुष्य मोक्ष […] Read more » श्रम करने वालों का मित्र बनता है भगवान्