धर्म-अध्यात्म सामाजिक मर्यादाओं का पालन न करने वाला मनुष्य असभ्य एवं निन्दनीय है April 6, 2020 / April 6, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य को मनुष्य मननशील होने के कारण से कहते हैं। मनन का अर्थ है सत्य व असत्य का विचार करने वाला दो पैरों वाला प्राणी। जो मनुष्य शिक्षित नहीं है, ज्ञानी नहीं है, जिसने वेद, उपनिषद, दर्शन, रामायण एवं महाभारत सहित सत्यार्थप्रकाश, ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका, संस्कारविधि, आर्याभिविनय आदि ग्रन्थों को नहीं पढ़ा है, […] Read more » राष्ट्रीयता व सामाजिक मर्यादाएं सामाजिक मर्यादाओं का पालन
धर्म-अध्यात्म ईश्वर है और वह अनुमान व प्रत्यक्ष प्रमाणों से सिद्ध है April 5, 2020 / April 5, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य प्रायः सभी मत–मतान्तरों में ईश्वर के अस्तित्व को स्वीकार किया गया है परन्तु उनमें से कोई ईश्वर के यथार्थ स्वरूप को जानने तथा उसका अनुसंधान कर उसे देश–देशान्तर सहित अपने लोगों में प्रचारित करने का प्रयास नहीं करते। ईश्वर यदि है तो वह दीखता क्यों नहीं है, इसका उत्तर भी मत–मतान्तरों […] Read more » God is and He is proven by inference and direct evidence ईश्वर
धर्म-अध्यात्म मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम चन्द्र जी की जय April 5, 2020 / April 5, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment आज मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम चन्द्र जी का जन्म दिवस है। पूरे भारत में यह मनाया जा रहा है। पौराणिक अपनी तरह से उपवास रखकर तथा अपनी विधि से पूजा करके इस दिवस को मना रहे हैं। आर्यसमाज के अनुयायी मर्यादा पुरुषोत्तम राम के बाल्मीकी रामायण वर्णित चरित्र को स्मरण कर, उसका पाठ कर, उन […] Read more » Maryada Purushottam Shri Ram Chandra ji jai मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम चन्द्र जी
धर्म-अध्यात्म ईश्वर, वेद, जीवात्मा, सृष्टि, जन्म-मरण, पुनर्जन्म का सत्यस्वरूप क्या हैं? April 5, 2020 / April 5, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य अल्पज्ञ प्राणी है। सभी लोग प्रायः सरकारी व निजी स्कूलों-कालेजों में पढ़ते हैं। भारत एक सेकुलर देश है। यहां मनुष्यों के शाश्वत व सनातन धर्म विषयक सत्य बातों की भी उपेक्षा की जाती है। उसे स्कूलों में पढ़ाया व बताया नहीं जाता जिसका परिणाम यह हुआ है कि अधिकांश हिन्दू […] Read more » आर्योद्देश्यरत्नमाला
धर्म-अध्यात्म लेख रामायण में त्याग मर्यादा और आदर्श की पराकाष्ठा April 5, 2020 / April 5, 2020 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment आचार्य राधेश्याम द्विवेदी रामायण हिन्दू स्मृति का बहुत ही कीमती अंग हैं जिसके माध्यम से रघुवंश के राजाराम की गाथा कही गयी। श्रीराम अवतार श्वेतवाराह कल्प के सातवें वैवस्वत मन्वन्तर के चैबीसवें त्रेता युग में हुआ था, जिसके अनुसार श्रीरामचंद्र जी का काल लगभग पौने दो करोड़ वर्ष पूर्व माना जाता है। इसके सन्दर्भ में […] Read more » dignity and perfection in the Ramayana Renunciation रामायण
धर्म-अध्यात्म राजनीति लेख गुर्जर वंश का गौरवशाली इतिहास — अध्याय – 6 April 3, 2020 / April 3, 2020 by राकेश कुमार आर्य | 4 Comments on गुर्जर वंश का गौरवशाली इतिहास — अध्याय – 6 गुर्जर प्रतिहार शासकों और आर्य संस्कृति के बारे में विद्वानों के मत — भाग — 1 मुस्लिम आक्रमणकारियों ने भारत के धर्म व संस्कृति को नष्ट करने और यहाँ पर अपनी इस्लामिक संस्कृति को थोपकर जबरन हिन्दुओं को मुस्लिम बनाने की प्रक्रिया को लागू करने के उद्देश्य से भारत पर आक्रमण करने आरम्भ किए थे […] Read more » Glorious History of Gurjar Dynasty गुर्जर वंश का गौरवशाली इतिहास
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द और आर्यसमाज ने वैदिक धर्म का पुनरुद्धार और देशोत्थान का कार्य किया April 1, 2020 / April 1, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य ऋषि दयानन्द (1825-1883) के समय में सृष्टि के आदिकाल से आविर्भूत ज्ञान व विज्ञान पर आधारित सत्य सनातन वैदिक धर्म विलुप्त हो चुका था। इसके स्थान पर देश में वैदिक धर्म का स्थान अविद्या, अन्धविश्वास, पाखण्ड, सामाजिक असमानता, पक्षपात व अन्यायपूर्ण व्यवहार तथा परम्पराओं से युक्त मत–मतान्तरों ने ले लिया था। […] Read more » ऋषि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म कोरोना महामारी पर विजय सहित वेद व धर्म की रक्षा पर विचार April 1, 2020 / April 1, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, हमारा देश ही नहीं अपितु विश्व के अधिकांश देश इस समय कोरोना वायरस के संक्रमण के संकट से जूझ रहे हैं। हमारे देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सुयोग्य हाथों में है। देश सुरक्षित है और कोरोना के संक्रमण से हमें कम हानि हो रही है। यह केवल […] Read more » corona corona pandemic including the victory over the Corona epidemic. Thoughts on the defense of the Vedas and religion कोरोना महामारी
धर्म-अध्यात्म लेख समाज श्रीराम हैं न्यायप्रिय शासन व्यवस्था के महासूर्य April 1, 2020 / April 1, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment रामनवमी- 2 अप्रैल, 2020 पर विशेष-ः ललित गर्ग:-रामनवमी का त्यौहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को उत्सवपूर्ण ढं़ग से मनाया जाता है। हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार इस दिन मर्यादा-पुरूषोत्तम भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। हिन्दु धर्मशास्त्रों के अनुसार त्रेतायुग में रावण के अत्याचारों को समाप्त करने तथा धर्म की स्थापना के […] Read more » lord rama Ram navami Shriram is the champion of justice-loving governance रामनवमी- 2 अप्रैल श्रीराम
धर्म-अध्यात्म अनुकरणीय पाथेय है श्रीराम का जीवन April 1, 2020 / April 1, 2020 by डॉ. वंदना सेन | 2 Comments on अनुकरणीय पाथेय है श्रीराम का जीवन रामनवमी पर विशेष- डॉ. वंदना सेन भारतीय सांस्कृतिक दर्शन की धारा को प्रवाहित करने वाले भारतीय साहित्य में वसुधैव कुटुम्बकम का भाव सदैव समाहित रहा है। महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण और संत तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस ने सामाजिक समरसता के भाव का प्रवाहन बहुत ही गहनता से किया है। उदारता के भाव से अनुप्राणित […] Read more » श्रीराम का जीवन
धर्म-अध्यात्म ईश्वर सुयोग्य व पात्र भक्त व उपासकों की प्रार्थना स्वीकार करता है” March 28, 2020 / March 28, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य अपने पूर्वजन्म के कर्मों वा प्रारब्ध के अनुसार इस सृष्टि में जन्म लेता है। उसने जो कर्म किये होते हैं उनका सुख व दुःख रुपी फल उसे अवश्य ही भोगना होता है। जाने व अनजानें में मनुष्य जो कर्म करता है उसका कर्म के अनुसार परमात्मा की व्यवस्था से फल […] Read more » ईश्वर
धर्म-अध्यात्म सृष्टि के आरम्भ में परमात्मा वेदज्ञान न देता तो अद्यावधि सभी मनुष्य अज्ञानी व असभ्य होते March 28, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य वर्तमान संसार अनेक भाषाओं एवं ज्ञान-विज्ञान से युक्त है। इन सब भाषाओं एवं ज्ञान-विज्ञान का विकास कैसे व कब हुआ, इस प्रश्न का उठना स्वाभाविक है। इन प्रश्नों का समाधान खोजने का सबको प्रयत्न करना चाहिये। हम जानते हैं कि संसार कि सबसे पुरानी सभ्यता वैदिक सभ्यता है। इस सभ्यता का […] Read more » वेदज्ञान