आर्थिकी राजनीति अर्थव्यवस्था को लोकल से ग्लोबल बनाने की हो रही है तैयारी October 16, 2020 / October 16, 2020 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी ने एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम, “अमेरिका-भारत स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फ़ोरम के तीसरे लीडरशिप समिट”, को सम्बोधित करते हुए अभी हाल ही में कहा है कि 130 करोड़ भारतीय अब देश को आत्म निर्भर बनाने के मिशन पर निकल पड़े हैं। भारत के आत्म निर्भर बनने की परिभाषा में पूरे विश्व […] Read more » economy from local to global Preparations are being made to make the economy from local to global अर्थव्यवस्था को लोकल से ग्लोबल आजीविका सुरक्षा इन्सॉल्वेन्सी एंड बैंकरपटसी कोड औद्योगिक संबंध संहिता बिल 2020 कॉंट्रैक्ट फ़ार्मिंग पद्धति जीएसटी सामाजिक सुरक्षा बिल 2020 स्वास्थ्य एवं कार्यदशा संहिता बिल 2020
आर्थिकी राजनीति अर्थव्यवस्था में प्राण फूंकने का तीसरा पैकेज October 14, 2020 / October 14, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग –कोरोना महामारी के कारण अस्तव्यस्त हुई अर्थ व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिये केन्द्र सरकार की ओर से एक बार फिर प्रोत्साहन पैकेज घोषित किये गये हैं, यह पैकेज सुस्त अर्थ-व्यवस्था को स्पंदन एवं गति देने कितने सहायक होंगे, यह भविष्य के गर्भ में हैं। लेकिन उसका मूल मकसद बाजार को सक्रिय […] Read more » Third package of life in the economy अर्थव्यवस्था अर्थव्यवस्था में प्राण फूंकने का तीसरा पैकेज
आर्थिकी राजनीति ग्रामों को केंद्र में रखकर आत्म निर्भरता को दिया जा सकता है व्यापक स्वरूप October 12, 2020 / October 12, 2020 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment 21वीं सदी में यदि भारत को पुनः एक वैश्विक शक्ति बनाना है तो हर क्षेत्र में हमें आत्म निर्भरता हासिल करना ज़रूरी है। आत्म निर्भरता का सामान्यतः शाब्दिक अर्थ यह लगाया जाता है कि देश अर्थ केंद्रित स्वतंत्रता हासिल कर ले। अर्थात, सभी उत्पादों को हम हमारे देश में ही निर्मित करने लगें एवं आयात […] Read more » Self-reliance can be given a wider form by keeping the villages at the center आत्म निर्भरता ग्रामों में आत्म निर्भरता
आर्थिकी लेख ऊर्जा के क्षेत्र में भारत में हो रही है मूक क्रांति October 7, 2020 / October 7, 2020 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment अभी हाल ही में देश में ऊर्जा के उत्पादन से सबंधित जारी किए गए आँकड़ो से यह तथ्य उभर कर आया है कि भारत में ऊर्जा के कुल उत्पादन में स्वच्छ ऊर्जा का योगदान वित्तीय वर्ष 2020-21 के अगस्त माह तक 30 प्रतिशत हो गया है जो वित्तीय वर्ष 2019-20 के अंत में 24.9 प्रतिशत […] Read more » A silent revolution is happening in India in the field of energy ऊर्जा के क्षेत्र में भारत भारत में हो रही है मूक क्रांति
आर्थिकी विविधा देश में आर्थिक गतिविधियाँ पटरी पर लौटीं October 5, 2020 / October 5, 2020 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment पूरे विश्व में कोरोना वायरस महामारी के चलते आर्थिक गतिविधियाँ ठप्प पड़ गई थीं। भारत भी इस प्रभाव से अछूता नहीं रहा था। लॉकडाउन के चलते, मार्च 2020 के बाद से लगातार आर्थिक गतिविधियों में कमी देखने में आई थी। परंतु अब हर्ष का विषय है कि माह सितम्बर 2020 में देश में आर्थिक गतिविधियों […] Read more » आर्थिक गतिविधियाँ ठप्प कोरोना वायरस महामारी देश में आर्थिक गतिविधियाँ
आर्थिकी राजनीति विधि-कानून नए श्रम क़ानूनों के लागू होने से देश के आर्थिक विकास को लग सकते हैं पंख September 29, 2020 / September 29, 2020 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment किसी भी संस्थान की सफलता में उसके मज़दूरों एवं कर्मचारियों का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहता है। बिना मज़दूरों एवं कर्मचारियों के सहयोग के कोई भी संस्थान सफलता पूर्वक आगे नहीं बढ़ सकता। इसीलिए संस्थानों में कार्य कर रहे मज़दूरों एवं कर्मचारियों को “मज़दूर/कर्मचारी शक्ति” की संज्ञा दी गई है। हमारे देश में दुर्भाग्य से […] Read more » Bonus Payment Act and Equal Remuneration Act Minimum Wages Act The implementation of new labor laws may give wings to the economic development of the country. Wage Payment Act न्यूनतम मज़दूरी अधिनियम बोनस भुगतान अधिनियम एवं समान पारिश्रमिक अधिनियम मज़दूरी बिल कोड 2019 मज़दूरी भुगतान अधिनियम
आर्थिकी विश्ववार्ता सप्लाई चैन की मज़बूती के लिए भारत के साथ आ रहे हैं जापान, आस्ट्रेलिया एवं अन्य विकसित देश September 19, 2020 / September 19, 2020 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment भारत, जापान एवं आस्ट्रेलिया अभी हाल ही में भारतीय-प्रशांत महासागर के क्षेत्र में सप्लाई चैन को मज़बूत करने के उद्देश्य से आपस में प्रयास करने के लिए सहमत हुए हैं। पूरे विश्व में सप्लाई चैन के मामले में चीन का एक तरह से वर्चस्व है, इस दृष्टि से यह एक अति महत्वपूर्ण क़दम माना जाना […] Read more » Australia is coming with India to strengthen supply chain Japan strengthen supply chain सप्लाई चैन की मज़बूती
आर्थिकी राजनीति डरा रहे हैं आर्थिक गिरावट के आंकड़े September 12, 2020 / September 12, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग-कोरोना महामारी के कारण न केवल भारत बल्कि दुनिया की अर्थव्यवस्थाएं चरमरा गयी है। भारत में लॉकडाउन के बाद अर्थव्यवस्था की स्थिति न केवल बिगड़ी है, बल्कि रसातल में चली गयी है। हालही में जारी मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही के जीडीपी आंकड़ों ने किसी खुशफहमी के लिए गुंजाइश नहीं छोड़ी है। […] Read more » The figures of economic decline are frightening आर्थिक गिरावट
आर्थिकी राजनीति केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों से कृषि क्षेत्र देश के विकास में महती भूमिका निभाने को है तैयार September 11, 2020 / September 11, 2020 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment वर्तमान ख़रीफ़ 2020 के मौसम में देश में 1095 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बुआई का कार्य सम्पन्न किया जा चुका है जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 1030 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बुआई का कार्य सम्पन्न हुआ था। चावल, दालें, मोटा अनाज, बाजरा तिलहन आदि की बुआई लगभग सम्पन्न हो चुकी है। कोरोना महामारी का […] Read more » Due to the measures being taken by the central government the agricultural sector is ready to play an important role in the development of the country. कृषि क्षेत्र
आर्थिकी लेख घिरे अर्थ-संकट के बादल September 2, 2020 / September 2, 2020 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत की अर्थ-व्यवस्था अब अनर्थ-व्यवस्था बनती जा रही हैं। इससे बड़ा अनर्थ क्या होगा कि सारी दुनिया में सबसे ज्यादा गिरावट भारत की अर्थ-व्यवस्था में हुई है। कोरोना की महामारी से दुनिया के महाशक्ति राष्ट्रों के भी होश ठिकाने लगा दिए हैं लेकिन उनके सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 10-15 प्रतिशत से […] Read more » अर्थ-संकट के बादल
आर्थिकी राजनीति भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देकर भी देश की अर्थव्यवस्था को दी जा सकती है गति August 31, 2020 / August 31, 2020 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment देश में संस्कृति की अर्थव्यवस्था पर आज तक ग़ौर नहीं किया गया है और इस तरह के मुद्दे पर देश में शायद सारगर्भित चर्चा भी नहीं की गई हैं। वैसे तो भारत की संस्कृति हज़ारों सालों से सम्पन्न रही है। लेकिन, हाल ही के इतिहास में ऐसा लगता है कि जैसे भारतीय संस्कृति का […] Read more » देश की अर्थव्यवस्था को दी जा सकती है गति भारतीय संस्कृति मूर्त एवं अमूर्त सांस्कृतिक अर्थव्यवस्था
आर्थिकी लेख भारत को अब कोयले में नये निवेश करने की ज़रूरत नहीं : संयुक्त राष्ट्र August 28, 2020 / August 28, 2020 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment भारत में अगस्त महीने का यह आख़िरी हफ़्ता जलवायु परिवर्तन के ख़िलाफ़ छिड़ी जंग की दशा और दिशा निर्धारित करने की नज़र से बेहद महत्वपूर्ण और निर्णायक साबित हो रहा है। जहाँ आज, 28 अगस्त, को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और टाटा, महिंद्रा, फ्लिपकार्ट, और बीपीसीएल जैसी 20 और कम्पनियों के सीईओ ने प्रधानमंत्री से कोयले की फंडिंग में कटौती करने और बढ़ते जलवायु परिवर्तन […] Read more » India no longer needs to make new investments in coal United Nations कोयले में नये निवेश संयुक्त राष्ट्र