चुनाव राजनीति नयी सरकार में “आम जनता से प्रजा” बनें April 21, 2014 by कन्हैया झा | 3 Comments on नयी सरकार में “आम जनता से प्रजा” बनें -कन्हैया झा- दिनांक 16 मई 2014। स्थान भारत देश. देश में आम चुनाव संपन्न हो चुके होंगे. कुछ ही दिनों में देश के नए प्रधानमंत्री और सभी सांसद संविधान के अनुसार देश-सेवा की शपथ लेंगे. पिछले एक वर्ष में सभी पार्टियों के छोटे-बड़े सभी नेताओं ने एक दूसरे के प्रति खूब विष-वमन किया है. चुनाव के बादयह सब […] Read more » be a 'Praja' from a common man in new government नयी सरकार में "आम जनता से प्रजा" बनें
चुनाव राजनीति मुस्लिम वोट का बंटवारा लोकतंत्र के लिये अच्छा संकेत ? April 20, 2014 / April 20, 2014 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 1 Comment on मुस्लिम वोट का बंटवारा लोकतंत्र के लिये अच्छा संकेत ? -इक़बाल हिंदुस्तानी- ध्रुवीकरण से देश की मुस्लिम बहुल 102 सीटों पर भाजपा मज़बूत! 2014 के लोकसभा चुनाव की एक अच्छी बात यह है कि इस बार मुस्लिम वोट एकजुट यानी वोटबैंक की तरह मतदान नहीं कर रहा है। हालांकि मुस्लिमों का एक बड़ा वर्ग इस मकसद पर तो आज भी एक राय है कि बीजेपी […] Read more » question on division of muslim vote bank मुसलिम वोट का बंटवारा लोकतंत्र के लिये अच्छा संकेत ?
चुनाव राजनीति मोदीमय भाजपा की सच्चाई April 20, 2014 / April 20, 2014 by देवेन्द्र कुमार | 1 Comment on मोदीमय भाजपा की सच्चाई -देवेन्द्र कुमार- कभी अपने चाल ,चलन और चरित्र पर इठलाती – इतराती रही भाजपा का नरेन्द मोदी का राजनीतिक विस्तार के साथ ही व्यक्तित्व केन्द्रित हो जाना एक तल्ख सच्चाई बन चुकी है। यद्धपि पहले भी भाजपा अपने नेतृत्व चयन में जिस प्रजातांत्रिक प्रक्रिया का ढि़ंढोंरा पिटती रहती थी, वह एक छलावा ही था, क्योंकि […] Read more » Truth behind Modi मोदीमय भाजपा की सच्चाई
चुनाव राजनीति व्यंग्य थप्पड़ पर स्वतंत्र शोध April 20, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -विजय कुमार- भारत का चुनाव किसी महाभारत से कम नहीं है। यहां जिन्दाबाद, मुर्दाबाद, डंडे, झंडे और फूलमाला आदि सबका उपयोग होता है। इसमें क्रिया-प्रतिक्रिया, फिल्म-थिएटर, हास्य-प्रहसन, एकल अभिनय और नुक्कड़ नाटक तक के दृश्य बिना टिकट ही देखे जा सकते हैं। इसीलिए दुनिया भर के पर्यटक इसका मजा लेने यहां आते हैं। पर देश […] Read more » satire on Arvind Kejrival slapped थप्पड़ पर स्वतंत्र शोध
चुनाव राजनीति नेताओं सावधानः पाकिस्तान रख रहा ध्यान April 16, 2014 / April 16, 2014 by कुमार सुशांत | Leave a Comment -कुमार सुशांत- बड़ी पुरानी कहावत हैः घर की बात बाहर नहीं जानी चाहिए। यह इसलिए बताना पड़ रहा है, क्योंकि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान हिन्दुस्तान में चुनावी गतिविधियों की पल-पल की खबर रख रहा है। देखना हो तो आप पाकिस्तान की सबसे मशहूर वेबसाइट- ‘द डॉन’ के पेज पर जाइए। उस वेबसाइट पर आपके (हिन्दुस्तान के) […] Read more » Indian politician; beware of Pakistan नेताओं सावधानः पाकिस्तान रख रहा ध्यान
चुनाव जरूर पढ़ें राजनीति बदहाली को मारो गोली …! April 16, 2014 / April 16, 2014 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment -तारकेश कुमार ओझा- लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान सैकड़ों सवाल-जवाब परिदृश्य पर मंडराते रहे। लेकिन हिंदी पट्टी की बदहाली का सवाल अनुत्तरित ही रहा। बुंदेलखंड में किसानों की बदहाली व आत्महत्या तथा पूर्वांचल से रोजगार की तलाश में लोगों के अनवरत पलायन से यह उम्मीद बंधी थी कि कम से कम संबंधित राज्यों में इस […] Read more » Politics on caste system बदहाली को मारो गोली ...!
चुनाव राजनीति पूर्णाहुति से पूर्व चिंतन की बेला April 16, 2014 / April 16, 2014 by प्रवीण दुबे | Leave a Comment -प्रवीण दुबे- पांचवे चरण का मतदान प्रारंभ होने में अब कुछ ही घंटे का समय शेष है। यह चरण कई मायनों में दुनिया के इस सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण कहा जा सकता है। 9 चरणों की इस विशाल मतदान प्रक्रिया का यह पांचवां चरण इस कारण से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस चरण […] Read more » thinking before election पूर्णाहुति से पूर्व चिंतन की बेला
चुनाव राजनीति तुक्के पर नहीं सधा मुलायम सिंह का तीर! April 14, 2014 by रमेश पांडेय | Leave a Comment -रमेश पाण्डेय- समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव भले ही डॉक्टर राम मनोहर लोहिया और जय प्रकाश जी को अपना आदर्श पुरूष बताते हैं, पर सच यह है कि उनके विचारों पर वह कभी एक कदम भी नहीं चलते। हो सकता कि इन महान पुरूषों के विचारों से उनका कोई लेना-देना भी न हो। […] Read more » Mulayam singh missed target ! तुक्के पर नहीं सधा मुलायम सिंह का तीर!
चुनाव राजनीति आखिर क्या है अमित शाह का -बदला लो- आह्वान April 14, 2014 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment -प्रवीण गुगगानी- लोकसभा चुनावों के घटनाक्रम में जब भाजपा नेता और उप्र की बागडोर संभाल रहे अमित शाह और समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान पर रैलियों,जुलुस,आमसभा,रोड शो आदि का प्रतिबन्ध चुनाव आयोग ने लगाया तब इस कार्यवाही पर बहुत से प्रश्नचिन्ह लग गए. नैतिकता-अनैतिकता, उपयुक्त-अनुपयुक्त, समय-असमय जैसे अनेक शब्द मुखौर स्वर चुनाव आयोग की […] Read more » reason behind Amit Shah's call - 'Badla lo' आखिर क्या है अमित शाह का -बदला लो- आह्वान
चुनाव राजनीति क्या इतना नीचे गिरना चाहिये केजरीवाल को ? April 14, 2014 / April 14, 2014 by विपिन किशोर सिन्हा | 6 Comments on क्या इतना नीचे गिरना चाहिये केजरीवाल को ? गज़ल-सम्राट जगजीत सिंह की एक गज़ल है – ज़िन्दगी भर मेरे काम आए उसूल एक-एक कर उन्हें बेचा किया, आज मैंने अपना फिर सौदा किया। गज़ल की उपरोक्त पंक्तियां अरविन्द केजरीवाल पर एकदम सटीक बैठती हैं। अपने आसपास सिद्धान्तों का जाल बुनना और फिर उचित समय पर उनका सौदा कर लेने की […] Read more » Kejrival should not fall so much क्या इतना नीचे गिरना चाहिये केजरीवाल को
चुनाव राजनीति “… उतरा है सुशासन मुखिया के निवास में” April 14, 2014 / April 14, 2014 by आलोक कुमार | Leave a Comment -आलोक कुमार- पिछले साढ़े आठ सालों के सुशासनी शासन काल में पंचायती राज को दुरुस्त करने का काफी ढिंढोरा पीटा गया, अनेक लोक-लुभावन घोषणाएं की गयीं, सरकारी खजाने से अरबों रुपए बेदर्दी से खर्च भी किए गए लेकिन नतीजा सिफर ही रहाl कुछ सार्थक हासिल तो नहीं ही हुआ, उल्टे गांव और ग्राम-पंचायत हाशिए पर चले गएl मौजूदा […] Read more » "... उतरा है सुशासन मुखिया के निवास में" good governance at CM residence
कविता चुनाव राजनीति व्यंग्य भूख की रोटी, बोल के घी में लिपटाई है April 14, 2014 by जावेद उस्मानी | Leave a Comment -जावेद उस्मानी- भूख की रोटी, बोल के घी में लिपटाई है खाली कटोरी पर, लिखी गई मलाई है बेवफा वादो की चटनी के साथ फिर सपनों वाली वही बासी मिठाई है सजाए हुए बैठे हैं सब एक सी थाली ऐ सियासत तेरी अदाएं निराली !! नकली आंसू और वादो की भरमार हैं कुछ अजब सा, […] Read more » poem on politics बोल के घी में लिपटाई है भूख की रोटी