चुनाव सोशल मीडिया के सहारे 2014 का आम चुनाव March 21, 2014 / March 21, 2014 by दीपक कुमार | Leave a Comment -दीपक कुमार- वैसे तो फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल साइट्स पर मेरी मौजूदगी बहुत कम ही रहती है, लेकिन इन दिनों जब भी मैं अपने ट्विटर या फेसबुक अकाउंट को साईन-इन करता हूं। चुनावी प्रचार के पोस्टरों की भरमार देखने को मिलती है, साथ ही कुछ दिलचस्प पॉलिटिकल जोक्स पॉलिटिकल वीडियो भी देखने को मिलती […] Read more » social media in 2014 Lok sabha सोशल मीडिया के सहारे 2014 का आम चुनाव
चुनाव चुनाव-पूर्व जरूरी है ‘वोट-बीमा’ March 20, 2014 / March 20, 2014 by राजीव रंजन | Leave a Comment -राजीव रंजन- मतदाताओं को हमेशा तलाश होती है- विश्वसनीय, कर्मठ और जनपक्षधर उम्मीदवार की। भारतीय राजनीतिक नेतृत्व में यह एक ऐसा आसन्न संकट है जिससे गुजरने के लिए मतदाताओं को हमेशा बाध्य होना पड़ता है; लेकिन सही और उपयुक्त उम्मीदवारी को लेकर अंत तक स्थिति दुविधाग्रस्त ही बनी रहती है। चुनाव-पूर्व लोकलुभावन घोषणाएं राजनेताओं के […] Read more » need of 'vote insurance' satire on indian voters चुनाव-पूर्व जरूरी है ‘वोट-बीमा’
चुनाव भारतीय चुनाव अधिनियम में कई महत्वपूर्ण सुधारों की ज़रूरत March 20, 2014 by निर्मल रानी | 1 Comment on भारतीय चुनाव अधिनियम में कई महत्वपूर्ण सुधारों की ज़रूरत -निर्मल रानी- भारतीय लोकतंत्र अपनी व्यापक जनप्रतिनिधित्व व्यवस्था तथा विशाल चुनाव प्रबंधन के लिए पूरे विश्व में अपनी एक अलग मिसाल पेश करता है। देश में होने वाले संसदीय चुनावों के समय विश्व के कई देशों के लोग भारत में होने वाले इस अभूतपूर्व चुनाव प्रबंधन को देखने,समझने व इसका गहन अघ्ययन करने के लिए […] Read more » need of improvement in indian election law भारतीय चुनाव अधिनियम में कई महत्वपूर्ण सुधारों की ज़रूरत
जन-जागरण समाज ये कैसी अर्ज़ है! March 18, 2014 / March 18, 2014 by बीनू भटनागर | 4 Comments on ये कैसी अर्ज़ है! मैने हमेशा धार्मिक अंधविश्वासों का विरोध किया है चाहें वो किसी भी समुदाय से जुड़े हों। हिन्दू धर्म की बात करें तो मुख्य रूप से दो तरह के भक्त होते हैं पहले मूर्ति पूजक और दूसरे गुरु पूजक। गुरु पूजक मे भी मोटे तौर पर दो श्रेणियां होती हैं।– 1. ये गुरु आध्यात्म का ज्ञान […] Read more » ये कैसी अर्ज़ है!
जन-जागरण अतिशय मोदी विरोध से उठते चंद प्रश्न ??? March 18, 2014 by आलोक कुमार | 1 Comment on अतिशय मोदी विरोध से उठते चंद प्रश्न ??? अजीब हताशा का माहौल कायम हो चुका है मोदी विरोधी राजनीतिक दलों में , किसी के पास कोई मुद्दा ही नहीं है सिवाय मोदी विरोध के l देश की वास्तविक समस्याओं का तो कोई जिक्र ही नहीं कर रहा है , महंगाई , भ्रष्टाचार , आतंकवाद एवं अन्य मूलभूत समस्याओं और जनता को गौण कर […] Read more » अतिशय मोदी विरोध से उठते चंद प्रश्न ???
चुनाव भारतीय जनतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव! March 15, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -फखरे आलम- भारतीय सभ्यता, संस्कृति और धर्म का सबसे बड़ा उत्साह, उल्लास और उत्सव जिस प्रकार से होली है। ठीक उसी प्रकार से भारतीय लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव आम चुनाव है। होली के ठीक पूर्व जिस प्रकार से रंगों का खुमार चढ़ने लगा है। मतदान से पूर्व और चुनाव की घोषणा और परिणाम से […] Read more » big festival of Indian democracy भारतीय जनतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव!
चुनाव जाट आरक्षण के घोड़े पर कांग्रेस March 14, 2014 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment -अरविंद जयतिलक- आमचुनाव सिर पर देख कांग्रेसनीत यूपीए सरकार की कैबिनेट ने आखिरकार जाट आरक्षण पर मुहर लगा ही दी। इससे उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड और गुजरात के जाटों को ओबीसी कैटिगरी के तहत केंद्रीय नौकरियों में आरक्षण का रास्ता साफ हो गया है। समझना कठिन नहीं है कि […] Read more » Congress political step towards Jat reservation जाट आरक्षण के घोड़े पर कांग्रेस
चुनाव राष्ट्रहित में संघ की अनूठी पहल March 13, 2014 by प्रवीण दुबे | Leave a Comment -प्रवीण दुबे- लोकतंत्र का महाकुंभ कहे जाने वाले लोकसभा चुनाव निकट हैं। चुनाव शांतिपूर्ण, व्यवस्थित ढंग से पूर्ण हों यह जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है। लेकिन इसके साथ सम्पूर्ण देशवासियों की भी यह जिम्मेदारी है कि लोकतंत्र के इस महाकुंभ की सफलता के लिए वह हर संभव प्रयास करें। इस दृष्टि से विश्व के सबसे […] Read more » initiative of RSS राष्ट्रहित में संघ की अनूठी पहल
जन-जागरण नमो-नमो नहीं करने का अर्थ March 13, 2014 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 3 Comments on नमो-नमो नहीं करने का अर्थ संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने बेंगलुरु की प्रतिनिधि सभा के दौरान कह दिया कि ‘हमारा काम नमो-नमो करना नहीं है।’ उनके इस कथन को कांग्रेस ले उड़ी। डूबते जहाज को मानो सहारा मिल गया। मोदी का विरोध अगर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ही करने लगे तो फिर क्या है? कांग्रेस की चांदी ही चांदी […] Read more » नमो-नमो नहीं करने का अर्थ
जन-जागरण महात्मा गांधी की हत्या और आरएसएस : बहस जारी March 12, 2014 / March 12, 2014 by एल. एस. हरदेनिया | 4 Comments on महात्मा गांधी की हत्या और आरएसएस : बहस जारी पिछले हफ्ते (मार्च 2014) राहुल गांधी ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, ”आरएसएस के लोगों ने गांधीजी को मारा और अब उनके लोग और भाजपा, गांधीजी की बात करते हैं…उन्होंने सरदार पटेल और गांधीजी का हमेशा विरोध किया”। आरएसएस ने राहुल गांधी के इस भाषण के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत […] Read more » महात्मा गांधी की हत्या और आरएसएस
जन-जागरण लोकसभा की तकदीर युवाओं के हाथ March 8, 2014 / March 8, 2014 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव देश की नर्इ लोकसभा की तकदीर लिखने में युवाओं की भूमिका अहम होगी। लिहाजा सभी प्रमुख राजनीतिक दलों की निगाहें युवाओं पर टिकी हैं। कुल 81 करोड़ मतदाताओं मे से 14 करोड़ 93 लाख 60 हजार मतदाता ऐसे होंगे, जिन्हें मतदान का पहला मौका मिलेगा। जबकि 18 से 35 साल के युवा मतदाताओं […] Read more » लोकसभा की तकदीर युवाओं के हाथ
जन-जागरण विविधा यह खेल आखिर कबतक जारी रहेगा ? February 24, 2014 / February 24, 2014 by डा. अरविन्द कुमार सिंह | Leave a Comment डा. अरविन्द कुमार सिंह आज के दौर में भ्रष्टाचार हर विभाग और हर स्तर पर दिखलाई दे रहा हैं । आबकारी , पुलिस और परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार हो तो बात समझ में आती है , लेकिन शिक्षा जैसे समाज के भविष्य से जुडे विभाग का भ्रष्टाचार निसन्देह एक भयानक खामी की ओर संकेत करता […] Read more » यह खेल आखिर कबतक जारी रहेगा ?