लेख स्वास्थ्य-योग जरूरत है अवसाद के प्रति जागरूक होने की November 28, 2024 / November 28, 2024 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment “पहला सुख निरोगी काया” जिस समय यह कहावत बनी थी तब किसी ने नहीं सोचा होगा कि मन भी कभी रोगी हो सकता है। लेकिन आज का कटु यथार्थ यह है कि विश्व भर में अधिकांश लोग डिप्रेशन या अवसाद से ग्रसित हैं। यहाँ यह समझना आवश्यक है कि अवसाद या डिप्रेशन किसी व्यक्ति की […] Read more » अवसाद के प्रति जागरूक
बच्चों का पन्ना लेख समाज स्वास्थ्य-योग नशे का जाल ,बुरा हो रहा है हाल November 26, 2024 / November 26, 2024 by सुनील कुमार महला | Leave a Comment सुनील कुमार महला पाकिस्तान, अफगानिस्तान आतंकवाद के साथ ही देश-दुनिया में नशे का ज़हर घोल रहे हैं। दुबई से नशा तस्कर, ड्रग्स माफिया भी भारत में आज सक्रिय हैं। पहले देश में पंजाब को नशे का बड़ा केंद्र माना जाता था लेकिन आज राजधानी दिल्ली, राजस्थान की शिक्षा नगरी कहलाने वाले सीकर और कोटा, हिमाचल […] Read more » नशे का जाल
लेख स्वास्थ्य-योग अवसाद से रहना है दूर तो पियो दूध November 25, 2024 / November 25, 2024 by डॉ शंकर सुवन सिंह | Leave a Comment डॉ. शंकर सुवन सिंह दूध एक संपूर्ण आहार है जो स्वस्थ दुधारू पशुओं के लैक्टियल स्राव से प्राप्त होता है। दुधारू पशुओं के ब्याने से 15 दिन पहले और ब्याने के 5 दिन बाद ही दूध का उपयोग होता है। दूध में मौजूद संघटक हैं- पानी, ठोस पदार्थ, वसा, लैक्टोज, प्रोटीन, खनिज वसा विहिन ठोस। […] Read more » दूध
लेख स्वास्थ्य-योग बवासीर : कारण व निवारण November 25, 2024 / November 25, 2024 by सारदा बनर्जी | Leave a Comment डॉ रुप कुमार बनर्जीहोमियोपैथिक चिकित्सक बवासीर की समस्या आज के समय में सामान्य हो गई है। व्यस्त जीवन शैली,गलत खानपान, भोजन में अत्यधिक मसाले का प्रयोग, चटपटा भोजन करना, जंक फूड का अधिक से अधिक इस्तेमाल करना, कसरत मेहनत ना करना इत्यादि इसके कई कारण हो सकते हैं। बवासीर, जिसे पायल्स, हेमोरोइड्स और मुलव्याधि भी कहा जाता है, एक भयानक रोग है। यह एक कष्टकारी समस्या है जो दुनिया भर में कई लोगों को प्रभावित करती है। आंतरिक, बाहरी या दोनों प्रकार का हो सकता है जिसमें दर्द,जलन, खुजली, खून गिरना और सूजन इत्यादि लक्षण दिखाई देते हैं। शुरू में शर्म के मारे चिकित्सक को दिखाने में हीला हवाली करने पर बाद में यह विकट रूप धारण कर भयंकर कष्ट का कारण बन सकता है। बवासीर के कारण :- बवासीर होने के कई कारण हो सकते हैं। इनके बारे में जानकारी हमे सतर्क रहने में मदद कर सकती है। बवासीर के पांच मुख्य कारण हैं :- मल त्याग करते समय जोर लगाना , अव्यवस्थित जीवनशैली , अपेक्षाकृत पानी कम पीना , आहार में फाइबर की कमी , मोटापा , गर्भावस्था बवासीर के प्रकार :- बवासीर को उसकी गंभीरता और अन्य कारकों के आधार पर दो प्रमुख प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है। वे दो प्रमुख प्रकार हैं – खूनी बवासीर व बादी बवासीर खूनी बवासीर :- बवासीर उभरती हुई और सूजी हुई नसों के कारण आंतरिक या बाहरी गुदा में होती है। ब्लीडिंग बवासीर उन फूली हुई नसों के टूटने से होती है जो बार-बार मल त्याग करने या बैठते समय फट जाती है। खूनी बवासीर से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां अपनानी चाहिए :- प्रतिदिन खूब पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें , फाइबर युक्त आहार लें , मल त्याग करते समय ज्यादा जोर न लगाएं , नियमित रूप से सप्ताह में कम से कम पांच दिन अवश्य व्यायाम करें , लंबे समय तक बैठे न रहें । खूनी बवासीर का इलाज :- इसके उपचार की विधि समस्या की गंभीरता पर निर्भर करती है। हल्के मामलों में, दवाइयों और दवाओं का उपयोग करके सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है। होम्योपैथिक विभाग के द्वारा खूनी बवासीर को जड़ से ठीक किया जा सकता है । बशर्ते इसके लिए मरीज को धैर्यपूर्वक काफी दिनों तक इस बीमारी का इलाज करवाना चाहिए और चिकित्सक के बिना पूछे दवा नहीं बंद करना चाहिए। बादी बवासीर :- बादी बवासीर एक गंभीर मलाशय संबंधी समस्या होती है, जिसमें मलाशय की नसें सूज जाती हैं और मलाशय से बाहर लटकती हैं। अंग्रेजी में यह “Grade 3 or Grade 4 hemorrhoids” के रूप में भी जाना जाता है। बादी बवासीर के लक्षण :- बादी बवासीर के लक्षणों में खून आना, खुजली, सूजन और दर्द शामिल हैं। इसके साथ ही, मलत्याग के समय भी बादी बवासीर के रोगी को बहुत दर्द होता है और मलाशय में खुजली हो सकती है। बादी बवासीर के लक्षणों को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए और समय रहते उपचार के लिए चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए ना कि बिना चिकित्सकीय परामर्श के बाजार से दवा खरीद के खाना चाहिए। बवासीर के महत्वपूर्ण उपचार :- बवासीर का इलाज स्थिति के प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करता है। सामान्य मामलों में उच्च फाइबर आहार लेना, शरीर में पानी की मात्रा बनाए रखना और नियमित व्यायाम करना जैसी जीवनशैली में परिवर्तन करने से हल किया जा सकता है। खुजली और असहजता जैसे सामान्य लक्षणों का इलाज क्रीम और उबटनों के इस्तेमाल से किया जा सकता है। गंभीर स्थितियों में चिकित्सा उपचार की आवश्यकता हो सकती है। यदि आप बवासीर के लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो अपने चिकित्सक से अवश्य परामर्श करें ताकि आपकी व्यक्तिगत उपचार आवश्यकताओं के लिए सर्वश्रेष्ठ उपचारों का निर्धारण किया जा सके। होम्योपैथी एक ऐसी विधा है जिससे बवासीर की बीमारी को जड़ से ठीक किया जा सकता है। अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न :- बवासीर क्यों होता है? बवासीर कई कारणों से हो सकता है। कुछ मुख्य कारण में मल त्याग करते समय जोर लगाना, बैठने की लम्बी अवधि, कब्ज या दस्त का अधिक समय तक होना, अत्यधिक मोटापा, और गर्भावस्था शामिल है2. बवासीर की शुरुआत कैसे होती है?बवासीर उस समय शुरू होता है जब गुदा और मलाशय क्षेत्र की नसें सूज और फूल जाती हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं। बवासीर की शुरुआती अवस्था में, लोगों को गुदा क्षेत्र में दर्द, खुजली और सूजन जैसे लक्षणों का सामना करना पड़ता है। कुछ मामलों में मल त्याग करते समय खून भी निकल सकता है।3. बवासीर में क्या खाना चाहिए?बवासीर के मरीज को आहार में फाइबर से भरपूर फल और सब्जी जैसे कि गाजर, सेब, पपीता, अनार, लौकी,पत्तागोभी,आदि, दालें, हरी सब्जियां और उनके सूप अधिक पानी पीना, नारियल पानी, आदि लेने की सलाह दी जाती है।4. बवासीर होने पर क्या नहीं खाना चाहिए?बवासीर के मरीज को अपने आहार में कुछ खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों की सूची में तले हुए और मसालेदार खाद्य पदार्थ, तीखे और तले हुए नमकीन स्नैक्स, तली हुई चीजें, मिर्च-मसाला वाले खाद्य पदार्थ, बहुत ज्यादा चाट पकौड़ी,जंक फूड टोमेटो सॉस आदि शामिल हैं।5. बवासीर जड़ से खत्म कैसे होता है?बवासीर को जड़ से खत्म करने के लिए कुछ मुख्य उपाय निम्नलिखित हैं:सही खान-पानपानी का सेवननियमित व्यायाम:चिकित्सा–बिना पूछे चिकित्सक से दवा बिल्कुल बंद नहीं करना चाहिए।प्रस्तुतकर्ता – विनय कुमार मिश्र Read more » बवासीर
कला-संस्कृति खान-पान स्वास्थ्य-योग भारत की पारंपरिक चिकित्सा को प्रोत्साहन देने की मांग November 18, 2024 / November 18, 2024 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग – सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाल ही में पारंपरिक चिकित्सा पद्धति को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में शामिल करने की मांग वाली एक याचिका पर केंद्र सरकार से जवाब मांगा गया था। यह मांग बिल्कुल प्रासंगिक एवं भारत के पारंपरिक चिकित्सा को प्रोत्साहन देने का सराहनीय प्रयास है। ऐसा करने से एक बड़ी आबादी […] Read more » Demand to promote traditional medicine of India भारत की पारंपरिक चिकित्सा
खान-पान बच्चों का पन्ना स्वास्थ्य-योग क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है? November 14, 2024 / November 14, 2024 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment हमारे बच्चों में टाइप 2 मधुमेह के बढ़ते मामलों का गम्भीर विषय सामने आया है । क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है?वर्तमान भारत जिसके विषय में हम गर्व से कहते हैं कि यह एक युवा देश है, क्या हम उसके विषय में यह भी कह सकते हैं कि भारत स्वस्थ युवाओं का […] Read more » बच्चों में टाइप 2 मधुमेह
खान-पान दोहे स्वास्थ्य-योग बढ़ते मधुमेह को नियंत्रित करने की वैश्विक चुनौती November 13, 2024 / November 13, 2024 by ललित गर्ग | Leave a Comment विश्व मधुमेह दिवस- 14 नवम्बर, 2024-ललित गर्ग- डायबिटीज यानी मधुमेह दुनियाभर में तेजी से बढ़ती ऐसी बीमारी है जो अन्य अनेक बीमारियों एवं शरीर की जर्जरता का कारण बनती है, जिसका शिकार हर उम्र के लोगों को देखा जा रहा है। जिन लोगों का शुगर लेवल अक्सर बढ़ा हुआ रहता है उनमें आंखों, किडनी, तंत्रिकाओं, […] Read more » Global challenge to control rising diabetes विश्व मधुमेह दिवस- 14 नवम्बर
खान-पान स्वास्थ्य-योग देश के लिये कलंक है मिलावटी व नक़ली खाद्य सामग्री का चलन November 13, 2024 / November 13, 2024 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी कम से कम समय व लागत में अधिक से अधिक धन कमाने जैसी ‘शार्ट कट ‘ मानवीय प्रवृति ने लगभग पूरे देश को संकट में डाल रखा […] Read more »
खान-पान स्वास्थ्य-योग स्वस्थ रहने के लिए खाएं मूंगफली पर संभल कर November 11, 2024 / November 11, 2024 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment डॉ रुप कुमार बनर्जीहोम्योपैथी चिकित्सक धीरे धीरे सर्दियों का आगमन हो और मूंगफली की बात न हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता । मूंगफली बहुत ही गुणकारी होती है ।इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है l आपको जानकर सुखद आश्चर्य होगा कि मूंगफली में अंडा और मांस जितनी ही कैलोरी पाई […] Read more » मूंगफली
लेख स्वास्थ्य-योग पहला धन निरोगी काया… October 28, 2024 / October 28, 2024 by अखिलेश आर्येन्दु | Leave a Comment धनतेरस पर धन की पूजा की परंपरा है, तो भगवान धनवंतरी की पूजा भी है, भगवान धन्वंतरी आयुष्य के देवता है जिससे धनतेरस का संदेश साफ हो जाता है, भारत के समाज जीवन में एक पद या कहावत पुराने समय से चली आ रही है. “पहला सुख निरोगी काया , दूजा सुख घर में हो […] Read more »
लेख स्वास्थ्य-योग गठिया रोग: कारण, उपचार और मनोवैज्ञानिक समर्थन July 12, 2024 / July 12, 2024 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | Leave a Comment डॉ. पुरुषोत्तम लाल मीणागठिया जिसे अंग्रेजी में arthralgia (जोड़ों का दर्द), arthritis (गठिया/वात रोग/जोड़ों का प्रदाह), bone ache (हड्डी में दर्द/अस्थि वेदना), gout (गाउट/संधिवात), joint pain (जोड़ों का दर्द), muscular pain (मांसपेशियों में दर्द), rheumatism (आमवात/गठिया) आदि नामों से जाना जाता है। गठिया एक ऐसी तकलीफ है, जिससे पीड़ित व्यक्ति का चलना-फिरना तक मुश्किल हो […] Read more » Arthritis: Causes
लेख स्वास्थ्य-योग गठिया रोग: कारण, उपचार और मनोवैज्ञानिक समर्थन July 9, 2024 / July 9, 2024 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | Leave a Comment लेखक: डॉ. पुरुषोत्तम लाल मीणा गठिया जिसे अंग्रेजी में arthralgia (जोड़ों का दर्द), arthritis (गठिया/वात रोग/जोड़ों का प्रदाह), bone ache (हड्डी में दर्द/अस्थि वेदना), gout (गाउट/संधिवात), joint pain (जोड़ों का दर्द), muscular pain (मांसपेशियों में दर्द), rheumatism (आमवात/गठिया) आदि नामों से जाना जाता है। गठिया एक ऐसी तकलीफ है, जिससे पीड़ित व्यक्ति का चलना-फिरना तक […] Read more » उपचार और मनोवैज्ञानिक समर्थन गठिया रोग: कारण