हिंद स्वराज गाँधी जी और आज की तथाकथित यांत्रिक सभ्यता – भाग-1 October 24, 2009 / December 26, 2011 by गिरीश पंकज | 2 Comments on गाँधी जी और आज की तथाकथित यांत्रिक सभ्यता – भाग-1 ‘प्रवक्ता’ के माध्यम से ‘हिंद स्वराज्य’ पर गंभीर-विमर्श की एक सार्थक शुरुआत हुई. पूरी टीम को बधाई. अनेक विचार पढने के बाद मेरे मन भी हलचल हुई. सोचा, कि कुछ तो लिखा जाये. ‘हिंद स्वराज्य’ में गाँधी जी ने यंत्रो को लेकर भी गंभीर चर्चा की है. मै गाँधी जी के दर्शन के सन्दर्भ में […] Read more » Gandhi Ji Girish Pankaj Machinery Civilization गाँधी जी गिरीश पंकज यांत्रिक सभ्यता हिंद स्वराज
हिंद स्वराज अंधेरों की चीरती शब्दों की रौशनी – हिन्द स्वराज्य की शताब्दी वर्ष पर विशेष October 16, 2009 / December 26, 2011 by संजय द्विवेदी | 3 Comments on अंधेरों की चीरती शब्दों की रौशनी – हिन्द स्वराज्य की शताब्दी वर्ष पर विशेष महात्मा गांधी की मूलतः गुजराती में लिखी पुस्तक हिन्द स्वराज्य एक बार फिर अपने सौ साल पूरे होने पर चर्चा में है। महात्मा गांधी की यह बहुत छोटी सी पुस्तिका कई सवाल उठाती है और अपने समय के सवालों के वाजिब उत्तरों की तलाश भी करती है। सबसे महत्व की बात है कि पुस्तक की […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज हिन्द स्वराज में दुनिया के सभी समस्याओं का समाधान नहीं है – गौतम चौधरी October 15, 2009 / December 26, 2011 by गौतम चौधरी | 1 Comment on हिन्द स्वराज में दुनिया के सभी समस्याओं का समाधान नहीं है – गौतम चौधरी हिन्द स्वराज पर टिप्पणी करने से पहले इस देश के अतीत और अपने पारिवारिक पृष्ठभूमि को खंगाला तो लगा कि जो गांधी कह रहे हैं वह हम पीढियों से करते आ रहे हैं। मेरा ननिहाल दरभंगा से सीतामढी की ओर जाने वाली छोटी लाईन के रेलवे स्टेषन कमतौल में है। मेरे मामा साम्यवादी थे और […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज हिंद स्वराज की प्रासंगिकता पर विमर्श का आयोजन October 12, 2009 / December 26, 2011 by जयराम 'विप्लव' | 3 Comments on हिंद स्वराज की प्रासंगिकता पर विमर्श का आयोजन १० अक्तूबर को भारत नीति संस्थान के द्वारा दीनदयाल शोध संस्थान, नई दिल्ली में ” वर्तमान सन्दर्भ में हिंद स्वराज की प्रासंगिकता ” विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया . इस संगोष्ठी में वरिष्ठ गांधीवादी चिन्तक और पूर्व सांसद राम जी सिंह , जेएनयु के प्राध्यापक अमित शर्मा , पांचजन्य के सम्पादक बलदेव […] Read more » Jayram Viplav जयराम "विप्लव" लोकतंत्र सांस्कृतिक राष्ट्रवाद हिंद स्वराज हिंद स्वराज
हिंद स्वराज हिन्द स्वराज : छुटकारा October 11, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on हिन्द स्वराज : छुटकारा नवभवन द्वारा प्रकाशित महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ का अंतिम पाठ पाठक: आपके विचारों से ऐसा लगता है कि आप एक तीसरा ही पक्ष कायम करना चाहते हैं। आप एक्स्ट्रीमिस्ट भी नहीं है और माडरेट भी नहीं है। संपादक: यहां आपकी भूल होती है। मेरे मन में तीसरे पक्ष का कोई खयाल नहीं […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज हिंद स्वराज : मशीनें October 11, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment पाठक: आप पश्चिम की सभ्यता को निकाल बाहर करने की बात कहते हैं, तब तो आप यह भी कहेंगे कि हमें कोई भी मशीन नहीं चाहिये। संपादक: मुझे जो चोट लगी थी उसे यह सवाल करके आपने ताजा कर दिया है। मि. रमेशचन्द्र दत की पुस्तक हिन्दुस्तान का आर्थिक इतिहास जब मैंने पढ़ी, तब भी […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज स्वराज
हिंद स्वराज हिंद स्वराज : शिक्षा October 10, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment नवभवन द्वारा प्रकाशित महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ का चौदहवां पाठ पाठक: आपने इतना सारा कहा परन्तु उसमें कहीं भी शिक्षा तालीम की जरूरत तो बताई ही नहीं। हम शिक्षा की कमी की हमेशा शिकायत करते रहते हैं। लाजिमी तालीम देने का आन्दोलन हम सारे देश में देखते हैं। महाराजा गायकवाड ने (अपने […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज हिंद स्वराज : सत्याग्रह-आत्मबल October 10, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment नवभवन द्वारा प्रकाशित महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ का तेरहवां पाठ पाठक: आप जिस सत्याग्रह या आत्मबल की बात करते हैं, उसका इतिहास में कोई प्रमाण है। आज तक दुनिया का एक भी राष्ट्र इस बल से ऊपर चढ़ा हो, ऐसा देखने में नहीं आता। मार काट के बिना बुरे लोग सीधे रहेंगे […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज हिंद स्वराज : गोला- बारूद October 10, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment नवभवन द्वारा प्रकाशित महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ का बारहवां पाठ पाठक: डर से दिया हुआ जब तक डर रहे तभी तक टिक सकता है, यह तो आपने विचित्र बात कही। जो दिया सो दिया। उसमें फिर क्या हेरफेर हो सकता है? संपादक: ऐसा नहीं है। 1857 की घोषणा बलवे के अंत में […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज हिंद स्वराज : इटली और हिन्दुस्तान October 9, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on हिंद स्वराज : इटली और हिन्दुस्तान नवभवन द्वारा प्रकाशित महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ का ग्यारहवां पाठ पाठक: इटली ने किया वैसे। मैजिनी और गैरीबाल्डी ने जो किया, वह तो हम भी कर सकते हैं। वे महावीर थे, इस बात से क्या आप इनकार कर सकेंगे? संपादक: आपने इटली का उदाहरण ठीक दिया। मैजिनी महात्मा था। गैरीबाल्डी बड़ा योद्धा […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज
हिंद स्वराज गाँधी और हिन्दुत्व-2 October 9, 2009 / December 26, 2011 by जयराम 'विप्लव' | 1 Comment on गाँधी और हिन्दुत्व-2 हम महात्मा गांधी को राष्ट्र पिता कहते हैं, किंतु उनकी जयंती और पुण्यतिथि पर भाषणबाजी और कुछ समारोहों के आयोजन के अलावा इस बात की जरा भी परवाह नहीं करते कि उन्होंने अपने अद्भुत नेतृत्व के दौरान क्या किया और क्या संदेश दिया? हिंदुत्व पर उनके गहन विचारों के बारे में तो हमारा बिल्कुल ही […] Read more » Gandhi hind swaraj Hinduism गाँधी जयराम "विप्लव" सांस्कृतिक राष्ट्रवाद हिंद स्वराज हिन्दुत्व
हिंद स्वराज हिंद स्वराज : हिन्दुस्तान कैसे आजाद हो? October 9, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment नवभवन द्वारा प्रकाशित महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण पुस्तक ‘हिंद स्वराज’ का दसवां पाठ पाठक: सभ्यता के बारे में आपके विचार मैं समझ गया। आपने जो कहा उस पर मुझे ध्यान देना होगा। तुरन्त सब कुछ मंजूर कर लिया जाय, ऐसा तो आप नहीं मानते होंगे, ऐसी आशा भी नहीं रखते होंगे। आपके ऐसे विचारों के […] Read more » hind swaraj हिंद स्वराज