Category: कविता

कविता

सबका खून होता एक समान

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—विनय कुमार विनायकऐसाथापैगम्बरकाकहना,मानवमात्रसभीभाईहैंसबभाई-भाईबनकररहना! राजारंकफकीरऔरमुल्ला,सबसेउपरएकहीअल्लाह‘लाइलाहइल्लल्लाह—‘या‘एकोब्रह्मदूजानास्ति—‘ उस एकईश्वर अल्लाह के सिवाइबादतकोऔरनहींकोईदूजा! फिरअबकौनयहांकठमुल्ला,इंसान-इंसानमेंभेदकरानेकीसाजिशकरताखुल्लम-खुल्ला? क्याहिन्दू! क्यामुसलमान!सबकाखूनहोताएकसमान! चाहेहोउनकानिवास स्थान,इंडोनेशिया,मेसोपोटामियाइराक,ईरान,पाक,बांगलाऔरअफगानिस्तान,सारेआर्यावर्तकेहिस्सेविशालभारत/बृहत्तरहिन्दुस्तान! इराक-आर्याक-मेसोपोटामिया थाआर्यों काअपनाउपनिवेशस्थल, ईरान-आर्यानयाकिपर्सियाथाआर्य जाति कामूल निवासस्थानपारसी-ईरानीथेअग्नि केपूजकगायत्रीमंत्रोच्चारकचंद्रवंशीसंतान! यहींदेव भूमि,ऋग्वेदकीप्रसवस्थली,यहींस्वर्गथा/यहींदेवोंकाइन्द्रासन,यहींचन्द्रवंशीनृप ययातिनेलड़ा थाप्रसिद्धहोलीवारआफखोरासान! आजवेस्ताएजिन्द/वेदकेछंदकेपाठकभलेपढ़नेलगेकुरान,किन्तुचन्द्रदेव वविष्णुवाहनगरुड़कावेकरतेहैंसम्मान! इंडोनेशियाईमुसलमानकरतेपूर्वजों का सम्मान,आजभीरखतेअपने आर्य पूर्वजों सा नाम!संस्कृतशब्दसुकर्णो,सुहार्तो,मेघावतीजैसे! मस्जिदमेंरामायणकीचौपाईकेसाथखुदेहोतेशरा-ए-कुरान! बांग्लादेशऔरपाकिस्तान,कलकेहिन्दुस्तान!कलकेहिन्दूकेबच्चे,आजबनगएखान!सिवानापाकइरादोंकेउनकीनहीं कोईपहचान? मजहबबदलजातातोक्यारक्तरिश्तेदारीभीबदलजाती?आजकाअफगानिस्तानक्याआर्यावर्तकागांधारप्रांतनहींथा? गांधारकीबेटी गांधारीकारक्तक्याकौरववीरोंमेंनहींबहाथा?फिरक्योंनकारतेहोपूर्वजोंको! जुड़केदेखोभारतमां कीमिट्टीसेराम-कृष्ण-गौतम-नानकसबकेसाझे,सिर्फहमारानहींतुम्हाराभीअपना!

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कविता

मैं कौन हूं? अथ अहं ब्रह्मास्मि (छः)

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—विनय कुमार विनायकमैं इलापुत्र ऐल!सूर्यवंशी मनु का दौहित्र,उस द्वन्द की कड़ी मेंचन्द्रवंशी आर्य ‘पुरुरवा’ था!सप्तद्वीप नौ खण्ड का स्वामीउर्वशी का भोगी,आयु का जन्मदाता!(7)मैं ‘नहुष’आयु का आत्मज,अति शौर्यवश हुआइन्द्र पदाभिषिक्तमेरी मुट्ठी में कैद थीधरती-स्वर्ग-इन्द्रासन!क्या ब्राह्मणत्व!क्या देवत्व! क्या आर्यत्व!सबने किया मेरा नमन,किन्तु स्वअहंवशमैं हुआ पतनशीलब्राह्मणत्व से शापित होकर,देवत्व से क्षीण/आर्यत्व से मलीनमैं हुआ इन्द्रपद से च्युत,अकर्मण्य अजगर […]

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