मीडिया लेख इसका, उसका, किसका मीडिया January 31, 2020 / January 31, 2020 by संजय स्वदेश | Leave a Comment संजय स्वदेशबाबा साहब भीम राव अंबेडकर ने 31 जनवरी 1920 को मराठी पाक्षिक ‘मूकनायक’ का प्रकाशन प्रारंभ किया था. सौ साल पहले पत्रकारिता पर अंग्रेजी हुकूमत का दबाव था. दबाव से कई चीजे प्रभावित होती थी. सत्ता के खिलाफ बगावत के सूर शब्दों से भी फूटते थे. आजाद भारत में यह दबाव धीरे धीरे मार्केट ने […] Read more » बाबा साहब अंबेडकर
लेख देश हित के कार्यों से रहित कोरा आध्यात्मिक जीवन उचित नहीं January 29, 2020 / January 29, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य इस जड़-चेतन संसार में जन्म लेता व मृत्यु को प्राप्त होता है। उसे यह पता नहीं होता कि उसका जन्म क्यों हुआ व उसे क्या करना है? उसे यह भी पता नहीं होता कि जन्म से पूर्व वह था या नहीं और यदि था तो वह कहां था? मरने पर […] Read more » कोरा आध्यात्मिक जीवन उचित नहीं
लेख शेरू का पुनर्जन्म ….!! January 28, 2020 / January 28, 2020 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझाकुत्ते तब भी पाले जाते थे, लेकिन विदेशी नस्ल के नहीं। ज्यादातर कुत्तेआवारा ही होते थे, जिन्हें अब स्ट्रीट डॉग कहा जाता है। गली – मोहल्लोंमें इंसानों के बीच उनका गुजर – बसर हो जाता था। ऐसे कुत्तों के प्रतिकिसी प्रकार का विशेष लगाव या नफरत की भावना भी तब बिल्कुल नहीं थी।हां […] Read more » शेरू का पुनर्जन्म
पर्व - त्यौहार लेख ज्ञान की देवी सरस्वती की पूजा का पर्व ‘बसंत पंचमी’ January 28, 2020 / January 28, 2020 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment – योगेश कुमार गोयल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी ‘बसंत पंचमी’ के रूप में देशभर में धूमधाम से मनाई जाती रही है क्योंकि माना जाता है कि यह दिन बसंत ऋतु के आगमन का सूचक है और इसी दिन से बसंत ऋतु का आगमन होता है। मान्यता है कि इस दिन शरद […] Read more » क्या हैं बसंत पंचमी का महत्त्व बसंत पंचमी
लेख विधि-कानून समाज ‘हम भारत के लोग’ और भारतीय संविधान January 28, 2020 / January 28, 2020 by मनोज ज्वाला | 2 Comments on ‘हम भारत के लोग’ और भारतीय संविधान कठघरे में संविधान !? मनोज ज्वाला हमारे देश भारत का संविधान ‘भारतीय संविधान’ नहीं है , यह‘अभारतीय संविधान’ है । मतलब यह कि जिसे भारतीय संविधान कहा जा रहा है […] Read more » भारतीय संविधान
लेख शख्सियत देश की आजादी में अग्रणीय भूमिका थी लाला लाजपतराय जी की January 27, 2020 / January 27, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment लाला लाजपतराय जी की १५५ वी जयंती पर– -मनमोहन कुमार आर्य महर्षि दयानन्द के प्रमुख शिष्यों में एक नाम लाला लाजपत राय जी का है। लाला लाजपतराय जी ने ऋषि दयानन्द के जीवन व आर्यसमाज पर ग्रन्थों का प्रणयन किया है। लाला जी ने आर्यसमाज से सबंधित अनेक ग्रन्थ लिखे। डी.ए.वी. स्कूल की स्थापना […] Read more » लाला लाजपतराय
धर्म-अध्यात्म लेख नर्मदा का कंकड़ भी नर्मदेश्वर शिवलिंग बन जाता है। January 27, 2020 / January 27, 2020 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment विश्व की एकमात्र पाप-नाशिनी है नर्मदा– आत्माराम यादव समूचे विश्व में जो दिव्य व रहस्यमयी है तो वह नर्मदा। नर्मदा का वर्णन चारों वेदों की व्याख्या में विष्णु के अवतार वेदव्यास जी ने स्कन्द पुराण के रेवाखण्ड में किया है। रामायण और महाभारत में भी नर्मदा का उल्ल्ेख मिलता है। कालिदास ने नर्मदा […] Read more » The pebble of Narmada also becomes Narmadeswara Shivling. नर्मदेश्वर शिवलिंग
लेख समाज देश की व्यवस्था में सभी लोगों को निष्पक्षता सहित न्याय मिलना चाहिये January 27, 2020 / January 27, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य भारत संसार का सबसे प्राचीन देश है। इसका धर्म सनातन वैदिक धर्म है। यह धर्म सृष्टि की उत्पत्ति के साथ परमात्मा द्वारा अमैथुनी सृष्टि में उत्पन्न मनुष्यों के द्वारा ईश्वर की प्रेरणा व वेदों के ज्ञान, ऋग्वेद–यजुर्वेद–सामवेद–अथर्ववेद, की प्राप्ति से आरम्भ हुआ था। ईश्वर सच्चिदानन्दस्वरूप, सर्वज्ञ, सर्वव्यापक, सर्वशक्तिमान, सर्वान्तर्यामी एवं निराकार […] Read more » justice with fairness. निष्पक्षता सहित न्याय
लेख कब समझेंगे हम गणतंत्र की मूल भावना? January 27, 2020 / January 27, 2020 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment – योगेश कुमार गोयल प्रतिवर्ष की भांति एक और गणतंत्र दिवस हमारी चौखट पर दस्तक दे चुका है। इसमें कोई संदेह नहीं कि यह हर राष्ट्रप्रेमी के लिए गर्व का दिन है क्योंकि देश की आजादी के बाद अपना खुद का संविधान बनाकर 26 जनवरी 1950 के दिन इसे लागू कर भारत ने इसी […] Read more » गणतंत्र की मूल भावना
महिला-जगत लेख घरेलू महिलाओं के श्रम का आर्थिक मूल्यांकन January 24, 2020 / January 24, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग इनदिनों दावोस में चल रहे वल्र्ड इकनॉमिक फोरम में ऑक्सफैम ने अपनी एक रिपोर्ट ‘टाइम टू केयर’ प्रस्तुत की है, जिसमें उसने घरेलू औरतों की आर्थिक स्थितियों का खुलासा करते हुए दुनिया को चैका दिया है। वे महिलाएं जो अपने घर को संभालती हैं, परिवार का ख्याल रखती हैं, वह सुबह […] Read more » घरेलू महिलाओं के श्रम घरेलू महिलाओं के श्रम का आर्थिक मूल्यांकन
लेख आज भी ग्वाल समाज में सवा रूपये के नेग से होती है सगाई January 23, 2020 / January 23, 2020 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment हमारी परम्परायें समाज में लौकिक आचरण का बड़ा महत्व है और वैदिक आचरण से इसका तानाबाना जोड़कर लोकाचारों को पूरा किया जाता है। भारत में हजारों साल से यादवों का वर्चस्व रहा है जिसमें कई शताब्दियों से यादव समाज की एक शाखा ग्वालवंश आज भी वैवाहिक बंधन में बंधने से पूर्व युवक-युवतियों के गुणों का […] Read more » ग्वाल समाज
धर्म-अध्यात्म लेख सज्जनों से द्वेष और दुष्ट व असत्य आचरण वालों से प्रेम उचित नहीं January 23, 2020 / January 23, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य द्वेष किसी से नफरत करने को कहते हैं। इसके अनेक कारण होते व हो सकते हैं। कुछ लोग अच्छे होते हैं परन्तु अपने किन्हीं स्वार्थों के कारण कुछ लोग उनसे भी द्वेष करते हैं। ऐसा करना वस्तुतः बुरा है। परन्तु कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो अपने स्वार्थ के लिये […] Read more » दुष्ट व असत्य आचरण वालों से प्रेम सज्जनों से द्वेष