लेख मौलिकता में समायी है सृजन की सुगंध October 8, 2013 by डॉ. दीपक आचार्य | Leave a Comment मौलिकता में समायी है सृजन की सुगंध बाकी सब शब्दों का आडम्बरी व्यापार – डॉ. दीपक आचार्य सृजन अपने आप में विराटकाय और व्यापक अर्थ लिए हुए है। इस शब्द का संबंध मन के विचारों से लेकर सृष्टि के मूर्तमान स्वरूप तक को परिभाषित करने का सामथ्र्य रखता है। यह सृजन जहां है वहाँ सकारात्मक […] Read more » मौलिकता में समायी है सृजन की सुगंध
लेख बदहाल रेल यात्री, बेसुध रेल प्रशासन June 27, 2013 by निर्मल रानी | 1 Comment on बदहाल रेल यात्री, बेसुध रेल प्रशासन भारत के कई महानगरों में मैट्रो रेल के सफल संचालन के बाद अब भारतीय रेल प्रशासन मोनो रेल तथा तीव्र गति से चलने वाली बुलेट ट्रेन जैसे आधुनिक एवं सुरक्षित समझी जाने वाली रेल प्रणाली पर कार्य करने की तैयारी में जुटा है। गोआ भारतीय रेल अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर की रेल प्रणाली का मुकाबला करने […] Read more » बदहाल रेल यात्री बेसुध रेल प्रशासन
लेख नास्तिकों की बढ़ती संख्या June 4, 2013 / June 4, 2013 by प्रमोद भार्गव | 6 Comments on नास्तिकों की बढ़ती संख्या भगवान को मानने और न मानने वालों का भी एक विश्वस्तरीय सर्वे हुआ है। इस सूचकांक के अनुसार विश्व में नास्तिकों का औसत 13 प्रतिशत है। 57 देशों के 51 हजार लोगों से की गई बातचीत के आधार पर नास्तिकों की सबसे ज्यादा 50 प्रतिशत संख्या चीन में है। प्रत्येक देश में लगभग 1000 स्त्री-पुरुषों […] Read more » इनास्तिकों की बढ़ती संख्या नास्तिकों की बढ़ती संख्या
पर्यावरण लेख हिमालय के परिधि में भूकम्प का खतरा बरकरार बचने हेतु धार्मिक उपाय हेतु लोग मजबूर June 4, 2013 by मनोज श्रीवास्तव 'मौन' | 1 Comment on हिमालय के परिधि में भूकम्प का खतरा बरकरार बचने हेतु धार्मिक उपाय हेतु लोग मजबूर भारत के विशाल भूखण्ड में हिमालय की बहुत ही अहम भूमिका है, जिसके आधार पर यह राष्ट्र विश्व में आकर्षक राष्ट्र के रूप में प्रसिद्ध है। पर्यावरण के दृष्टि से यदि देखा जाए तो उत्तरीय भाग में हिमालय का अंशदान पर्यावरण के एक विराट संरक्षक का है। वहीं पर दक्षिण भाग में कम ऊंचे परन्तु […] Read more » हिमालय के परिधि में भूकम्प का खतरा बरकरार बचने हेतु धार्मिक उपाय हेतु लोग मजबूर
लेख उम्मीदों की लौ जलती रहनी चाहिए March 9, 2013 / June 9, 2022 by अरूण कुमार जैन | Leave a Comment तेरह दिन तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष के बाद अंततः गैंगरेप से पीड़ित लड़की दामिनी ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। दुनिया को उसने अलविदा तो कह दिया, लेकिन जाते-जाते वह कुछ ऐसे सवाल छोड़ गयी है जिसकी गुत्थी सुलझाने में आज पूरा समाज, पूरी व्यवस्था एवं सरकार उलझी पड़ी है। लड़की […] Read more » damini rape case Let the flame of hope keep burning
लेख साहित्य महाराणा का अपमान अब भी जारी है January 22, 2013 / January 22, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 11 Comments on महाराणा का अपमान अब भी जारी है भारत के जीवंत इतिहास के जिन उज्ज्वल पृष्ठों को छल प्रपंचों का पाला मार गया उनमें महाराणा प्रताप का गौरवमयी व्यक्तित्व सर्वाधिक आहत हुआ है। मैथिलीशरण गुप्त ने कभी लिखा था- जिसको न निज गौरव न निज देश का अभिमान है, वह नर नही नर पशु निरा है और मृतक समान है। जब ये पंक्तियां लिखी […] Read more »
लेख साहित्य द्रोपदी ने दुर्योधन से नहीं कहा था-अंधे का अंधा September 13, 2012 / September 14, 2012 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य युधिष्ठर की सहधर्मिणी महारानी द्रोपदी पर एक आरोप यह भी है कि उन्होंने महाराज युधिष्ठर के राजसूय यज्ञ के अवसर पर दुर्योधन से अंधे का अंधा उस समय कह दिया था जब वह पाण्डवों के नवनिर्मित राजभवन में दिग्भ्रमित होकर सूखे स्थान को गीला और गीले स्थान को सूखा समझकर चल रहा […] Read more » दुर्योधन द्रोपदी
लेख शख्सियत जानिए अब तक के उपराष्ट्रपतियों के बारे में July 19, 2012 / July 19, 2012 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment यू.पीए. की ओर से सोनिया गांधी ने उपराष्ट्रपति पद के लिए निवर्तमान उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को ही अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। हामिद अंसारी का दूसरी बार इस पद के लिए उम्मीदवार बनना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि वह राष्ट्रपति पद के कितने प्रबल दावेदार थे। उनकी पत्नी ने अजमेर की दरगाह […] Read more » b.d.jatti bhairon singh shekhawat dr. jakir hussain dr. r.k. narayan Dr. Shankar Dayal Sharma gopal swaroop pathak hamid ansari krishnakant md.hidaitullah r.venkatraman s.radhakrishnsn V. V. Giri vice presidents of India आर. वेंकटरमण उपराष्ट्रपति एस.राधाकृष्णन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी कृष्णकांत गोपालस्वरूप पाठक डा. के.आर. नारायण डा. जाकिर हुसैन डा. शंकर दयाल शर्मा न्यायमूर्ति मौहम्मद हिदायतुल्लाह बी.डी. जत्ती भैंरो सिंह शेखावत। वी.वी.गिरि
लेख शख्सियत भारत के नोबेल पुरस्कार विजेता : गुरूदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर May 19, 2012 / July 22, 2012 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on भारत के नोबेल पुरस्कार विजेता : गुरूदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर राकेश कुमार आर्य भारत की पावन धरती पर कितनी ही महान विभूतियों ने जन्म लिया है, कितने ही विदेशी महापुरूषों ने इस पावन धरती को अपनी कर्म स्थली बनाया है। प्राचीन काल से ही भारत की पावन धरा ने मातृवत मानवता को अपने पुनीत पयोधर से पावन पयपान कराकर उसे सत्कृत्यों के लिए प्रेरित किया […] Read more » amartya kumar sen amartya kumar sen in the field of economy Chandra shekhar venkat raman Chandra shekhar venkat raman in the field of physics dr. hargobind khurana dr. hargobind khurana in the field of medical Mother Teresa mother Teresa in the field of peace nobel prize winners from India prominent recipients of nobel prize from India Rabindranath Tagore v.s. naayyal vidyadhar surajprasad naayyal अमत्र्य कुमार सेन गुरूदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर चंद्रशेखर वेंकट रमण चंद्रशेखर वेंकट रमण भौतिकी के क्षेत्र में डा. हर गोविंद खुराना डा. हर गोविंद खुराना को चिकित्सा क्षेत्र भारत के नोबेल पुरस्कार विजेता भौतिकी के क्षेत्र में अमत्र्य कुमार सेन को 1998 में मदर टेरेसा मदर टेरेसा को शांति के क्षेत्र में विद्याधर सूरजप्रसाद नाययाल को 2001 में साहित्य के क्षेत्र में
लेख साहित्य नोबेल पुरस्कार की कहानी May 19, 2012 / May 19, 2012 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on नोबेल पुरस्कार की कहानी राकेश कुमार आर्य आज की दुनिया में नोबेल पुरस्कार सबसे बड़ा पुरस्कार है। इसे प्राप्त करना हर किसी के लिए संभव नहीं है। बड़े भागीरथ प्रयासों से ही किसी सौभाग्यशाली को यह पुरस्कार मिलता है। इस पुरस्कार को पाने की जितनी इच्छा लोगों में रहती है उतनी ही इच्छा इसके विषय में ये जानकारी लेने […] Read more » how nobel prize came into existence story of nobel prize नोबेल पुरस्कार की कहानी
लेख सम्बद्धता क्या है? May 14, 2012 / May 16, 2012 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on सम्बद्धता क्या है? – राकेश कुमार आर्य किसी मान्यता, सिद्धांत, वस्तु व्यक्ति आदि के प्रति सहज रूप में बिना किसी बाहरी दबाव के आपका जुड़ जाना उसके प्रति आपकी सम्बद्धता है। ऐसी मानसिकता के वशीभूत होकर आप पूर्ण मनोयोग और प्राणपण से कार्य करने के लिए तो सक्रिय रहेंगे ही साथ ही उस मान्यता, सिद्धांत, वस्तु, व्यक्ति आदि […] Read more » Rakesh Arya Relativity राकेश आर्या सम्बद्धता
महत्वपूर्ण लेख लेख अर्थवाही शब्द रचना-डॉ.मधुसूदन March 30, 2012 / July 22, 2012 by डॉ. मधुसूदन | 19 Comments on अर्थवाही शब्द रचना-डॉ.मधुसूदन सूचना: एकाग्रता बनाए रखे, और कुछ समझते समझते, धीरे धीरे पढें, मैं मेरी ओर से पूरा प्रयास करूंगा, विषय को सरल बनाने के लिए। –धन्यवाद। (१) अर्थवाही भारतीय शब्द तेल शब्द कहांसे आया? तो पढा हुआ समरण है, कि तेल शब्द का मूल ”तिल” है। अब तिल को निचोडने से जो द्रव निकला उसे ”तैल” […] Read more » formation of words अर्थवाही शब्द रचना