लेख बच्चो को ‘मार्क्स-वाद’ का शिकार होने से बचाना होगा! January 29, 2012 / January 29, 2012 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 5 Comments on बच्चो को ‘मार्क्स-वाद’ का शिकार होने से बचाना होगा! -इक़बाल हिंदुस्तानी शिक्षा का मक़सद धन कमाना है तो ज्ञान कहां से आये ? केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने एक गैर सरकारी संस्था ‘प्रथम’ द्वारा तैयार जो एनुअल स्टेट्स ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट पिछले दिनों जारी की उसमें चौंकाने वाला निष्कर्ष सामने आया है। ग्रामीण शिक्षा से जुड़ा देश का यह सबसे बड़ा अध्ययन […] Read more » Kapil Sibbal right to education मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल शिक्षा का अधिकार कानून
लेख अन्ना के “थप्पर” की गुंज ! January 28, 2012 / January 28, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment एस के चौधरी 1986 मे एक फिल्म बनी थी “कर्मा” जिसमे दिलीप कुमार नायक मुख्य भूमिका मे थे और अनुपम खेर खलनायक का मुख्य निभा रहे, उस फिल्म के एक सिन मे दिलीप कुमार अनुपम खेर को तमाचा मारते हैं जिसकी गुंज कई सालों तक अनुपम खेर नहीं भूल पाए थे और पूरे फिल्म मे […] Read more » Anna Hazare Dilip Kumar अन्ना हजारे दिलीप कुमार
आलोचना लेख साहित्य “द्विअर्थी संवादों से भरे हुए हैं कॉमेडी शो” January 28, 2012 / January 28, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment लोग अपने व्यस्त जीवन से कुछ पल चुरा कर हंसना – हँसाना चाहते हैं और इसके लिए वो टी वी पर प्रसारित होने वाले कॉमेडी शो को देखते हैं लेकिन क्या सही मायनों में आज के हास्य शो को देख कर दर्शक हँसते हैं या उन्हें द्विअर्थी संवादों को झेलना पड़ता है. पूरा परिवार एक […] Read more » comedy show Double meaning conversation कॉमेडी शो द्विअर्थी संवादों
लेख विश्व विजेता भारत January 28, 2012 / January 28, 2012 by डॉ. राजेश कपूर | 7 Comments on विश्व विजेता भारत विश्व की सभ्यताओं का प्रारम्भ अथवा उनका मूल भारतीय संस्कृति में ही मिलता है। यह बात केवल भारत नहीं , विश्व के अनेक विद्वानों ने कहीलिखी है। अतीत काल में भारत में सबसे अधिक प्रचलित भाषा संस्कृत रही है। यूँ तो अनेक बोलियाँ और भाषाएँ सदा ही प्रचालन में रहती आई हैं पर संस्कृत का […] Read more » India Indian Culture भारतीय संस्कृति विश्व विजेता भारत
लेख ये भी एक तरह की ‘पेड’ पत्रकारिता है ! January 26, 2012 / January 26, 2012 by जगमोहन फुटेला | Leave a Comment जगमोहन फुटेला मैं ‘टोटल टीवी’ में उत्तर-पश्चिमी राज्यों का ब्यूरो देखता था जब एक दिन मुझे मेरे डायरेक्टर विनोद मेहता का फोन आया. उन ने कहा, फलां नाम का एक बंदा है लुधियाना से. बहुत फोन करता है. एक बार मिल लेना. कोई प्रोपोज़ल है उसके पास. मेरी समझ में नहीं आया. आप देख लेना. […] Read more » 'पेड' पत्रकारिता PAID JOURNALISM
लेख ऐसा हो गणतंत्र हमारा January 25, 2012 / January 25, 2012 by विनोद बंसल | 1 Comment on ऐसा हो गणतंत्र हमारा विनोद बंसल 26 जनवरी 1950 को, जब हमारा संविधान लागू हुआ, तब यह सोचा गया कि यह विश्व के चुनिन्दा देशों के अच्छे संवैधानिक प्रावधानों का सार तत्व है। संविधान सभा का यह मत था कि जिस रूप में यह लागू किया जा रहा है वर्तमान परिस्थितियों में तो सर्वोत्तम है किन्तु, समय-समय पर देश […] Read more » republic day ऐसा हो गणतंत्र हमारा
लेख हमारा गणतंत्र ‘धनतंत्र और गनतंत्र’ में तब्दील हो चुका है! January 25, 2012 / January 25, 2012 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment इक़बाल हिंदुस्तानी राजनेताओं की विश्वसनीयता ख़त्म होने से लोकतंत्र को ख़तरा ? गणतंत्र आज धनतंत्र और गनतंत्र में तब्दील होने से सवाल उठ रहा है कि इन हालात में हमारा लोकतंत्र और संविधान सुरक्षित रह सकेगा? इसकी वजह यह है कि नेताओं का विश्वास जनता में बिल्कुल ख़त्म होता जा रहा है। उनमें से अधिकांश […] Read more » ‘धनतंत्र republic day गणतंत्र गनतंत्र
लेख उत्तराखण्ड में नेताजी सुभाश चंद्र बोस की याद में बसा है एक गांव January 25, 2012 / May 16, 2012 by डॉ0 आशीष वशिष्ठ | 1 Comment on उत्तराखण्ड में नेताजी सुभाश चंद्र बोस की याद में बसा है एक गांव भारत रत्न नेताजी सुभाश चंद्र बोस को भारतीय इतिहास में एक बहेद महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। नेता जी का जन्म 23 जनवरी 1897 को कटक, उड़ीसा में हुआ था, लेकिन बहुत कम लोग यह जानते होंगे कि उड़ीसा से हजारों किलोमीटर दूर उत्तराखण्ड में नेताजी की याद में उनके नाम से एक गांव बसा हुआ […] Read more » Netaji Subhash Chandra Bose Utrakhand नेताजी सुभाश चंद्र बोस
पर्व - त्यौहार लेख 26 जनवरी / गणतंत्र दिवस विशेष / गणतंत्र के समक्ष समस्याएं यत्र-तत्र-सर्वत्र January 25, 2012 / January 25, 2012 by राजेश कश्यप | 1 Comment on 26 जनवरी / गणतंत्र दिवस विशेष / गणतंत्र के समक्ष समस्याएं यत्र-तत्र-सर्वत्र -राजेश कश्यप छह दशक पार कर चुके गौरवमयी गणतंत्र के समक्ष यत्र-तत्र-सर्वत्र समस्यांए एवं विडम्बनाएं मुंह बाए खड़ी नजर आ रही हैं। देशभक्तों ने जंग-ए-आजादी में अपनी शहादत एवं कुर्बानियां एक ऐसे भारत के निर्माण के लिए दीं, जिसमें गरीबी, भूखमरी, बेरोजगारी, बेकारी, शोषण, भेदभाव, अत्याचार आदि समस्याओं का नामोनिशान भी न हो और राम […] Read more » 26 januaryAC 26 जनवरी गणतंत्र के समक्ष समस्याएं यत्र-तत्र-सर्वत्र गणतंत्र दिवस विशेष
लेख समाज फ़ेसबुक से दुःखी January 24, 2012 / January 24, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment आजकल हर कोई फ़ेसबुक से दुःखी है. सबसे ज्यादा दुःखी तो सरकार है. सरकार फ़ेसबुक से इतना दुःखी हो चुकी है कि वो इस पर बैन करने की बात कहने लगी है. और अब तो न्यायालय भी चीनी तर्ज पर फ़ेसबुक को ब्लॉक करने की धमकियाँ देने लगी है. उधर फ़ेसबुक में घुसे पड़े रहने […] Read more » Facebook फ़ेसबुक फ़ेसबुक से दुःखी
लेख समाज आस्था के नाम पर शोर से कब तक ब्लैकमेल किया जाता रहेगा ? January 24, 2012 / January 24, 2012 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment -इक़बाल हिंदुस्तानी अंधश्रध्दा और कर्मकांड के बहाने लोगों का जीना हराम मत करो! प्रैस काउंसिल के प्रेसीडेंट और न्यायविद मार्कंडेय काटजू का कहना है कि जब भारत वैज्ञानिक रास्ते पर था, तब उसने तरक्की की। साइंस के सहारे हमने विशाल सभ्यताओं का निर्माण हज़ारों साल पहले किया, जब अधिकतर यूरोप जंगलों में रहता था, उन […] Read more » Blackmail आस्था आस्था के नाम पर शोर ब्लैकमेल
लेख साहित्य संस्कृत, भारत की आत्मा ! January 16, 2012 / January 16, 2012 by प्रमोद भार्गव | 2 Comments on संस्कृत, भारत की आत्मा ! प्रमोद भार्गव दिल्ली में संपन्न हुए पन्द्रहवें विश्व संस्कृत सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने संस्कृत को भारत की ‘आत्मा’ बतलाते हुए, संस्कृत की महत्ता व महिमा के दृष्टिगत कई महत्वपूर्ण बातें कहीं। उन्होंने कहा, संस्कृत दुनिया की सबसे प्राचीनतम जीवंत भाषाओं में से एक है। यदि हम इसकी टूटी हुई […] Read more » heart of all languages-sanskrit Sanskrit भारत की आत्मा संस्कृत