लेख बलात्कार की घटनाओं पर अंकुश लगाना जरुरी September 19, 2021 / September 19, 2021 by डॉ शंकर सुवन सिंह | 1 Comment on बलात्कार की घटनाओं पर अंकुश लगाना जरुरी डॉ. शंकर सुवन सिंह हिंदुस्तान की संस्कृति ऋग्वेद जितनी पुरानी है। ऋग्वेद की रचना ईसा मसीह के जन्म लेने के 2500 वर्ष पूर्व की है। सफल जीवन के चार सूत्र हैं-जिज्ञासा,धैर्य,नेतृत्व की क्षमता और एकाग्रता। जिज्ञासा का मतलब जानने की इक्षा। धैर्य का मतलब विषम परिस्थितयों में अपने को सम्हाले रहना। नेतृत्व की क्षमता का […] Read more » Rape incidents need to be curbed बलात्कार
लेख वैश्विक शांति का प्रतिबिम्ब है न्याय व्यवस्था September 19, 2021 / September 19, 2021 by डॉ शंकर सुवन सिंह | Leave a Comment डॉ.शंकर सुवन सिंह समाज एक से अधिक लोगों के समुदायों से मिलकर बने एक वृहद समूह को कहते हैं, जिसमें सभी व्यक्ति मानवीय क्रिया-कलाप करते हैं। मानवीय क्रिया-कलाप में आचरण, सामाजिक सुरक्षा और निर्वाह आदि की क्रियाएं सम्मिलित होती हैं। मनुष्य सामाजिक प्राणी है। मनुष्य सभी प्राणियों में सर्वश्रेष्ठ है। अन्य प्राणियों की मानसिक शक्ति […] Read more » Justice system is a reflection of global peace वैश्विक शांति सामाजिक न्याय बनाम वैश्विक शांति
कविता तुम कैसे हिन्दू हो? September 19, 2021 / September 19, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकतुम कैसे हिन्दू हो?हिन्दुत्व की कुछ भी पहचान नहीं,तुमने शिखा को रखना छोड़ दिया,तुमने उपनयन से मुख मोड़ लिया,तुम मंदिर उपासना को नहीं जाते हो! तुम कैसे हिन्दू हो?तुमने धोती पगड़ी को छोड़ दिया,तुमने तिलक से नाता तोड़ लिया,तुम सोलह संस्कार तक भूल गए,तुम कड़ा कलावा भी त्याग दिए हो! तुम कैसे हिन्दू […] Read more » how are you hindu तुम कैसे हिन्दू हो?
लेख सार्थक पहल विजन के साथ विकास :: पर्यावरण, रोजगार, कार्यदक्षता और इंजिनियरिंग का बेजोड़ नमूना होगा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे September 19, 2021 / September 19, 2021 by भगवत कौशिक | Leave a Comment सड़कों को इकोनॉमी और ग्रोथ के इंजन के तौर पर देखा जाता है, पर इनके निर्माण के दौरान बड़े पैमाने पर पर्यावरण और वाइल्ड लाइफ का नुकसान भी होता है। लेकिन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे में मामला उल्टा है। ये एक्सप्रेस वे देश ही नहीं एशिया महाद्वीप का पहला और दुनिया का दूसरा एक्सप्रेस वे होगा, […] Read more » Efficiency and Engineering Employment Growth with Vision :: Delhi-Mumbai Expressway to be a unique example of Environment दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे
लेख ईश्वर प्रदत्त वेद-ज्ञान के जन-जन में प्रचार के लिए समर्पित ऋषि दयानन्द September 17, 2021 / September 17, 2021 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य वेद कहानी किस्से अथवा किसी धर्म प्रचारक मनुष्य के उपदेशों का ग्रन्थ नहीं है अपितु यह इस संसार की रचना करने व इसका पालन कर रहे सर्वव्यापक, सर्वज्ञ, सर्वशक्तिमान एवं सच्चिदानन्दस्वरूप परमात्मा का दिव्य ज्ञान है जो उसने सृष्टि के आरम्भ में चार ऋषियों अग्नि, वायु, आदित्य तथा अंगिरा को अमैथुनी […] Read more » ऋषि दयानन्द
लेख कविता से डरे अंग्रेजों ने पिता-पुत्र को शहीद कर दिया September 17, 2021 / September 17, 2021 by मनोज कुमार | Leave a Comment मनोज कुमारहिन्दुस्तान में स्वाधीनता संग्राम का बिगुल बज चुका था. 1857 के विद्रोह की चिंगारी हर वर्ग और हर अंचल में सुलगने लगी थी. किसी को अपनी जान की फिक्र नहीं थी और जो फिक्र थी तो अपने वतन की. अंग्रेजी शासन हर स्तर पर विद्रोह को कुचलने के लिए बर्बर कार्यवाही कर रहा था. […] Read more » कुंवर रघुनाथ शाह राजा शंकर शाह
लेख बिट्रिश सरकार भारत के तीन टुकड़े कर आजादी देना चाहती थी September 17, 2021 / September 17, 2021 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव भारत में स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई निर्णायक दौर से गुजर रही थी और समूचे देश में राष्ट्रीय स्तर पर आन्दोलन जोर पकड़ता जा रहा था और जनता की सहानुभूति और सहयोग मिलने पर अंग्रेजों के अपने हाथों से सत्ता जाती दिखी तब सुदूर पूर्व में बिट्रेन में ब्रिट्रिश साम्राज्य की प्रतिरक्षात्मक व्यवस्था […] Read more » The British government wanted to give independence by dividing India into three pieces. बिट्रिश सरकार
आर्थिकी लेख भारत में आर्थिक सुधार कार्यक्रम के सुखद परिणाम अब दिखाई देने लगे हैं September 17, 2021 / September 17, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment वर्ष 2014 में केंद्र में मोदी सरकार के स्थापित होने के बाद से आर्थिक क्षेत्र में सुधार कार्यक्रमों की घोषणा लगातार समय समय पर की जाती रही है। हालांकि, कोरोना महामारी के चलते पिछले दो वर्षों के दौरान भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में ही आर्थिक गतिविधियां विपरीत रूप से प्रभावित हुई हैं एवं […] Read more » भारत में आर्थिक सुधार कार्यक्रम के सुखद परिणाम
लेख स्वास्थ्य-योग घातक साबित होती डेंगू के प्रकोप की अनदेखी September 17, 2021 / September 17, 2021 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment – योगेश कुमार गोयलउत्तर प्रदेश से लेकर बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र इत्यादि कई राज्य इस समय वायरल बुखार और डेंगू के कहर से जूझ रहे हैं। उत्तर प्रदेश में तो रहस्यमयी मानी जा रही बीमारी के अधिकांश मामलों में बहुत से मरीजों में डेंगू की पुष्टि भी हुई है। डेंगू और वायरल बुखार से विभिन्न […] Read more » Ignoring the outbreak of dengue proving fatal डेंगू के प्रकोप की अनदेखी
लेख किसका नाम मोदी है ? September 17, 2021 / September 17, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment जो नामुमकिन को मुमकिन कर सके,उसका नाम मोदी है।जो असम्भव को सम्भव कर सके,उसका नाम मोदी है।जिस धारा तीन सौ सत्तर को हटा सके,उसकन नाम मोदी है।जो तीन तलाक को गैर कानूनी कर सके,उसका नाम मोदी है।जो राम मंदिर का निर्माण करा सके,उसका नाम मोदी है।जो कश्मीरियों को फिर से कश्मीर में बसा से,उसका नाम […] Read more » किसका नाम मोदी है
राजनीति लेख टेलीकॉम सेक्टर में रोजगार, विकास, प्रतिस्पर्धा और उपभोक्ता हित September 16, 2021 / September 16, 2021 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी टेलिकॉम सेक्टर में केंद्र की मोदी सरकार ने नौ बड़े सुधार करने के साथ ही अन्य पांच संरचनात्मक सुधार करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। सरकार के इन प्रयासों से एक ओर टेलीकॉम सेक्टर में 5जी में निवेश का मार्ग प्रशस्त हुआ है, तो दूसरी तरफ नए निवेश को आर्कषित करने […] Read more » Competition and Consumer Interest in the Telecom Sector Employment Growth टेलीकॉम सेक्टर में रोजगार
कविता संस्कृत है संस्कृति की भाषा September 16, 2021 / September 16, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकजब बोली जाती है भाषा,तब भाषा हो जाती सम्भाषण,जब लिपीवद्ध नही की जातीतब भाषा हो जाती है बोली! भाषा होती भाष्य, जब बांध दिया जाताव्याकरण की रुढ़ी मेंभाषा हो जाती रुढ़ और गूढ़ भीसंस्कृत जैसी जिसे बोली नहीं जाती,उद्धरण और उदाहरण हो जाती! भाषा समेटे रखती है संस्कृति को,संस्कृति को जानना हैतो बचाए […] Read more » Sanskrit is the language of culture संस्कृत है संस्कृति की भाषा