व्यंग्य तिहाड़ में आर्थिक घोटालों की ट्यूटोरियल क्लास June 9, 2011 / December 11, 2011 by अमलेन्दु उपाध्याय | 1 Comment on तिहाड़ में आर्थिक घोटालों की ट्यूटोरियल क्लास ‘तड़का’-तिहाड़ दुर्दान्त कैदी एसोसियेशन ने प्रधानमंत्री से मीटिंग करवाने की ज़िद पकड़कर जेल में अचानक असहयोग आन्दोलन और अनशन प्रारम्भ कर दिया। असहयोग स्वरूप सारे दुर्दांत कैदियों ने घर और होटलों का बना स्वादिष्ट मुगलई, चाईनीज़ खाना, शराब, मुर्ग-मुसल्लम, ड्रग्स, बीड़ी-सिगरेट, मोबाइल-टी.वी. इत्यादि-इत्यादि सुविधाएँ त्यागकर जेल की दाल-रोटी खाना प्रारम्भ कर दिया और अनशन स्वरूप […] Read more » Tihar आर्थिक घोटालों ट्यूटोरियल क्लास तिहाड़
व्यंग्य बेचारी पुलिस June 9, 2011 / December 11, 2011 by अशोक बजाज | Leave a Comment पुलिस को ‘‘बेचारी पुलिस’’कहने से उन लोगों को आपत्ति हो सकती है जो पुलिस की लाचारी को नही समझते। यह विडंबना ही है कि जिस व्यक्ति को कभी वे मार मार कर भुरता बनाने का काम करते है उसी व्यक्ति को समय आने पर सलाम ठोकना पड़ता है। दिल्ली पुलिस ने विगत दिनों बाबा रामदेव […] Read more » Police बेचारी पुलिस
व्यंग्य भ्रष्टाचार पोषक चांडाल चौकडि सावधान हो जाओ जनता आती है। June 8, 2011 / December 11, 2011 by आनन्द स्वरूप द्विवेदी | Leave a Comment आनन्द स्वरूप यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्वभवथि भारतह अभ्युथानम अधर्मस्य तदात्मानम स्रिजामि अहम। भगवान नें अपने भक्तो को दिये गये इस वचन को समय समय पर सार्थक किया है। कभी स्वयं आकर के तो कभी अपने किसी परम भक्त को भेज करके।इस कल्युग मे स्वयं तो नहीं आये पर जब भी मानवता को आवश्यकता पडी […] Read more » Corruption
व्यंग्य राहुल गाँधी का मिशन-2012 हुआ गोलपोस्ट से बाहर June 8, 2011 / December 11, 2011 by राजीव रंजन प्रसाद (बीएचयू) | Leave a Comment शीर्षक देख लग रहा होगा कि इस पंक्ति का लेखक अति-उत्साह का मारा है। उसकी राजनीतिक समझ गहरी नहीं है। सोच भी दूरदर्शी न हो कर तात्कालिक अधिक है। जो कह लें; बर्दाश्त है। यह प्राक्कल्पित समाचार है जिसमें सही निष्कर्ष तक पहुँचने के लिए सभी संभाव्य परिणामों पर विचार करना ही पड़ता है। प्रस्तुत […] Read more » Rahul Gandhi राहुल गाँधी
व्यंग्य कालेधन के समर्थन में June 8, 2011 / December 11, 2011 by पंडित सुरेश नीरव | Leave a Comment पंडित सुरेश नीरव आजकल कालेधन की वापसी को लेकर लोगों में एक अजीब-सी खब्त सवार हो गई है। जिसे देखो वही कालेधन की वापसी को लेकर नथुने फुला रहा है। और-तो-और साधु,बाबा और योगी तक जो कभी धन को विकार और धिक्कार मानते थे आज कालेधन और सफेद धन के लपड़े में पड़कर अपनी इज्जत […] Read more » Black Money कालेधन के समर्थन में
विविधा व्यंग्य आई ज्ञान की आंधी June 7, 2011 / December 11, 2011 by आशुतोष | 1 Comment on आई ज्ञान की आंधी आशुतोष कबीरदास ने कहा है – संतों भाई, आई ज्ञान की आंधी। भ्रम की टाटी सबै उड़ाणी, माया रहे न बाकी। आंधी तो आंधी है। वह जब आती है तो सब कुछ उड़ा ले जाती है। ऊंचा-नीचा, अच्छा-बुरा, उजला-काला, रात-दिन, कुछ नहीं देखती। सामने तिनका हो या पूरा पेड़, वह उसे उड़ा ले जाने की […] Read more » Baba Ramdev कबीरदास ज्ञान बाबा रामदेव भ्रष्टाचार संत
व्यंग्य बेटा सो जा वरना बाबा पकड़ ले जाएगा June 7, 2011 / December 11, 2011 by पंडित सुरेश नीरव | Leave a Comment पंडित सुरेश नीरव बाबा कालेधन के सख्त खिलाफ हैं। वो विदेश से कालाधन वापस मंगाकर ही छोड़ेंगे। बाबा का गुस्सा बड़ा अहिंसक है। बाबा बड़े गुस्से में हैं। लीजिए गुस्से में बाबा सरकार को धमकाने सीधे दिल्ली ही पहुंच गए। अबला सरकार भी बाबा के गुस्से के आगे थर-थर कांपने लगी। उसने अपने दूत बाबा […] Read more » बाबा पकड़ ले जाएगा बेटा सोजा
व्यंग्य पिटाई सरकारी योग में तप कहलाती है! June 6, 2011 / December 11, 2011 by पंडित सुरेश नीरव | Leave a Comment हास्य-व्यंग्य-संदर्भःबाबा रामदेव पंडित सुरेश नीरव इश्क की दुनिया में महबूबा सरकार कहलाती है। जो अपने आशिक पर बड़े ही जुल्म ढाती है। मेरा तो मानना है कि सरकार कैसी भी हो,कहीं की भी हो सियासत की हो या मुहब्बत की हो जुल्म ही ढाती है। और यदाकदा,सुविधानुसार अपने चाहनेवाले को तबीयत से पिटवाती भी है। […] Read more » Baba Ramdev बाबा रामदेव
व्यंग्य भ्रष्टाचार महाक्ति कलियुगे!! June 5, 2011 / December 11, 2011 by अशोक गौतम | 1 Comment on भ्रष्टाचार महाक्ति कलियुगे!! बाजे गाजे की आवाज सुन हड़बड़ाया जाग कर बाहर निकला तो पैरों तले से जमीन खिसक गई। वे सुबह सुबह अपने फसली बटेरों के जुलूस के साथ झोटे सी गरदन को चंदे के गुड्डी कागजों की मालाओं से लक दक किए गंजे सिर पर लाल साफा बांधे, मुहल्ले के मास्टर जी की पहले तो ट्रांसफर […] Read more » Corruption कलियुगे भ्रष्टाचार महाक्ति
व्यंग्य भ्रष्टाचार ने बड़ौ दुख दीनौ June 5, 2011 / December 11, 2011 by पंडित सुरेश नीरव | Leave a Comment ऱाष्ट्रकुल खेलों में भरपेट भ्रष्टाचार का खेल खेलने के बाद भ्रष्टाचार मिटाओ का खेल आजकर देश में काफी लोकप्रिय हो रहा है। जिसे मौका मिलता है नही भ्रष्टाचार मिटाने पर आमादा हो जाता है। मीडिया भी क्रिकेट के बाद भ्रष्टाचार मिटाओ की लुभावनी झांकी को दिखाते हुए छलक-छलक जा रहा है। और लोगबाग भी बड़े […] Read more » Corruption भ्रष्टाचार
व्यंग्य एक सेक्यूलर की मौत May 30, 2011 / December 12, 2011 by विजय कुमार | 7 Comments on एक सेक्यूलर की मौत विजय कुमार परमपिता परमेश्वर ने इस सृष्टि के निर्माण में बड़ा शारीरिक और मानसिक श्रम किया। उन्होंने धरती-आकाश, सूरज-चांद-सितारे, स्त्री-पुरुष, पशु-पक्षी, पेड़-पौधे, पर्वत-नदियां, जलचर-थलचर.. न जाने क्या-क्या बनाया। फिर भी वे एक प्रजाति बनानी भूल गये। वह है सेक्यूलर। सेक्यूलर की कोई परिभाषा आज तक निश्चित नहीं हुई। इसके लिए भारतीय भाषाओं में कोई अच्छा […] Read more » secularism धर्मनिरपेक्षता सेकुलरिज्म
व्यंग्य व्यंग्य/एक चुटकी रज कण मुझे भी प्लीज! May 23, 2011 / December 12, 2011 by अशोक गौतम | Leave a Comment अशोक गौतम अव्वल दर्जे के चरित्रहीन होने के चलते कल मेरे अजीज ने मुझे अपनी दिली तमन्ना बताते हुए कहा, ‘हे मित्र! मेरा जन्म पुन: हो और गलती से मुझे का सरकारी कर्मचारी का चोला मिले तो मैं इसी विभाग में इसी पद को प्राप्त होऊं ताकि रिश्वत लेने के लिए नए सिरे से मन […] Read more »