वर्त-त्यौहार होली आषाढ़ी-रबी फसल व ऋतु परिवर्तन के स्वागत का पर्व February 14, 2015 / February 14, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment प्रत्येक वर्ष फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को होली का पर्व देश भर में मनाया जाता है। पूर्णिमा के दिन लकडि़यों वा काष्ठ को इकट्ठा कर रात्रि में होली जलाई जाती है व उसके अगले दिन रंगों से होली खेली जाती है। यह पर्व कब आरम्भ हुआ इसका इतिहास में कहीं विवरण उपलब्ध नहीं है। इस […] Read more » ‘होली आषाढ़ी-रबी फसल ऋतु परिवर्तन के स्वागत का पर्व’
वर्त-त्यौहार भगवान् सहस्त्रबाहू जयंती पर विशेष November 3, 2014 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment बहुत व्यापक है कलार शब्द के अर्थ कलार शब्द का शाब्दिक अर्थ है मृत्यु का शत्रु, या काल का भी काल, या मृत्युंजय अर्थात हैहय वंशियों को बाद में काल का काल की उपाधि दी जानें लगी जो शाब्दिक रूप में बिगड़ते हुए काल का काल से कल्लाल हुई और फिर कलाल और अब कलार […] Read more » भगवान् सहस्त्रबाहू जयंती
वर्त-त्यौहार छठ पूजा की आस्था : सियांग से यमुना तक November 3, 2014 by राजीव पाठक | Leave a Comment कई वर्षों बाद मैं भी इस बार छठ पूजा पर दिल्ली में हीं हूँ. दिल्ली के नज़ारे बहुत कुछ बदल गए है. फेसबुक पर ट्रेंड में छठ सबसे ऊपर चल रहा है. दिल्ली के उपराज्यपाल ने छठ पर एक दिवसीय अवकास की औपचारिक […] Read more » छठ पूजा की आस्था
जन-जागरण वर्त-त्यौहार ‘महर्षि दयानन्द और गोवर्धन पर्व’ October 24, 2014 by मनमोहन आर्य | 2 Comments on ‘महर्षि दयानन्द और गोवर्धन पर्व’ ओ३म् गोवर्धन पर्व पर महर्षि दयानन्द महाभारत काल के बाद से अब तक के वेदों के सबसे महान ऋषि व विद्वान थे। ईश्वरीय ज्ञान वेद में गो की स्तुति की गई है। अतः स्वाभाविक था कि महर्षि दयानन्द भी गो भक्ति करें और उसका प्रचार करें। गो भक्ति क्या है? गो के प्रति आदर […] Read more » ‘महर्षि दयानन्द और गोवर्धन पर्व’
कला-संस्कृति वर्त-त्यौहार दीपावली का रामकथा से संबंध – एक भ्रम October 13, 2014 by डा. रवीन्द्र अग्निहोत्री | Leave a Comment डा, रवीन्द्र अग्निहोत्री, प्रतिवर्ष हम आश्विन शुक्ल दशमी को दशहरा मनाते हैं . इस अवसर पर रामलीला में श्री राम के द्वारा रावणवध का कार्यक्रम प्रमुखता से आयोजित किया जाता है. इसके लगभग बीस दिन बाद कार्तिक अमावस्या को दीपावली मनाई जाती है. यह प्रसिद्ध है कि इसी दिन श्री राम अपना वनवास पूरा करके […] Read more » दीपावली का रामकथा से संबंध
जन-जागरण वर्त-त्यौहार रक्षाबन्धन – पौराणिक मान्यता August 11, 2014 / August 11, 2014 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment बहुत पुरानी मान्यता है कि वैदिक युग में महाबली दानवराज बली को लक्ष्मीजी ने सावन पूर्णिमा के दिन रक्षासूत्र बांधकर अपने पति श्रीविष्णु भगवान को बाली की दासता से मुक्त कराया था — दानवराज बली महान दानी, शूरवीर, धर्मपारायण, सहृदय प्रजापालक और तीनों लोकों में सबसे अधिक प्रतापी और यशस्वी राजा थे। दानव कुल […] Read more »
कला-संस्कृति वर्त-त्यौहार ‘श्रावणी पर्व और हमारा समाज’ August 10, 2014 / August 11, 2014 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य श्रावणी पूर्णिमा 10 अगस्त, 2014 को है और यह दिवस श्रावणी पर्व के रूप में आज पूरे देश में मनाया जा रहा है। इस दिन को भाई व बहिन के परस्पर अटूट पवित्र प्रेम बन्धन के रूप में रक्षा बन्धन के नाम सें भी मनाया जाता है। इस दिन पुराने यज्ञोपवीत […] Read more » श्रावणी पर्व और हमारा समाज’
वर्त-त्यौहार धूमधाम से मनाएं नया साल – विक्रमी संवत -2071 March 30, 2014 / March 30, 2014 by विनोद बंसल | Leave a Comment -विनोद बंसल- भारत व्रत पर्व व त्योहारों का देश है। यूं तो काल गणना का प्रत्येक पल कोई न कोई महत्व रखता है किन्तु कुछ तिथियों का भारतीय काल गणना (कलैंडर) में विशेष महत्व है। भारतीय नव वर्ष (विक्रमी संवत्) का पहला दिन (यानि वर्ष-प्रतिपदा) अपने आप में अनूठा है। इसे नव संवत्सर भी कहते […] Read more » welcome Hindu New year धूम-धाम से मनाएं नया साल - विक्रमी संवत -2071
वर्त-त्यौहार होलीः राक्षसी शक्तियों के दहन का पर्व March 15, 2014 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment -प्रमोद भार्गव- होली एक प्राचीन त्यौहार है। पौराणिक कथाओं के अनुसार मुख्य रूप से यह बुराई पर अच्छाई की विजय का पर्व है। भारत और चीन में इसे, इसी परिपेक्ष्य में मनाने की परंपरा है। आज इस पर्व को मूल-अर्थों में मनाना ज्यादा प्रासंगिक है। क्योंकि नैतिकता-अनैतिकता के सभी मापदण्ड खोटे होते जा रहे हैं। […] Read more » Holi- a symbol of winning over devil होलीः राक्षसी शक्तियों के दहन का पर्व
वर्त-त्यौहार उल्लास व उमंग का त्यौहार मकर संक्रांति January 13, 2014 / January 13, 2014 by श्याम नारायण रंगा | Leave a Comment -श्याम नारायण रंगा ‘अभिमन्यु’- भारत त्यौहारों का देश है। यह कहा जाता है कि यहां बारह महीनों में पंद्रह त्यौहार होते हैं। त्यौहार ईश्वर के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने, सामाजिक संबंधों में मजबूती प्रदान करने व जीवन में उल्लास खुशी मनाने के लिए मनाए जाते हैं। इसी तरह त्यौहार है- मकर संक्रांति। मकर संक्रांति का […] Read more » 14th January makar sankranti उल्लास व उमंग का त्यौहार मकर संक्रांति
पर्व - त्यौहार वर्त-त्यौहार रस्मों और आस्था का महापर्व छठ November 9, 2013 / November 9, 2013 by पियूष द्विवेदी 'भारत' | 2 Comments on रस्मों और आस्था का महापर्व छठ ये सत्य ही कहा जाता है कि भारत पर्वों, व्रतों, परम्पराओं और रीति-रिवाजों का देश है ! यहाँ शायद ही ऐसा कोई महीना बीतता हो जिसमे कोई व्रत या पर्व न पड़ता हो ! हमारे पर्वों में सबसे अलग बात ये होती है कि इन सब में हमारा उत्साह किसी न […] Read more » रस्मों और आस्था का महापर्व छठ
वर्त-त्यौहार दीपावली : दीप जला कर संकल्प लेने का दिवस October 25, 2013 by विनोद बंसल | Leave a Comment विनोद बंसल दीपावली का नाम स्मरण करने मात्र से अनेक प्रकार के विचार मन में दौड लगाने लगते हैं। बच्चों को जहां नए-नए कपडे, मिठाई, खिलोने व पटाखे याद आते हैं तो बडों को समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी की आराधना कर कुछ पाने की आकांक्षा रहती है। महिलाएं इसकी तैयारियों के विषय में चिंतन […] Read more »